स्वास्थ्य मंत्री एवं केंद्रीय राज्य मंत्री वीके सिंह ने किया  यशोदा हॉस्पिटल कौशांबी में रोबोटिक सर्जरी विभाग का  शुभारंभ

Yashoda-Hospital-Kaushambi
  • केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने रिसर्च के लिए भारत को बताया बेस्ट
  •  डेस्टिनेशन एमबीबीएस में यूपी- पीजी सीटों को समान करेंगे: मंडाविया
  • ‘रिसर्च के लिए आईसीएमआर हैदराबाद के दरवाजे खोले’

गाजियाबाद (सच कहूँ /रविंद्र सिंह )।  केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने (Yashoda Hospital Kaushambi) शनिवार को जिले में कहा कि 9 साल पहले देश में एमबीबीएस की 54 हजार सीटें थीं, जो अब 1 लाख 3 हजार हो गई हैं। हमने अस्पताल बढ़ाने से पहले मेडिकल कॉलेजों में सीटें बढ़ाई हैं। मंत्री ने कहा कि जल्द ही यूपी और पीजी की सीटों को समान कर देंगे, ताकि ताकि एमबीबीएस डॉक्टरों को पीजी करने का अवसर मिल सके। स्वास्थ्य मंत्रालय इस पर तेजी से काम कर रहा है। मनसुख मंडाविया गाजियाबाद के यशोदा हॉस्पिटल कौशांबी में रोबोटिक सर्जरी विभाग का शुभारंभ करते हुए कहा कि अब दुनियाभर के मरीज अफोर्डेबल इलाज के लिए भारत आ रहे हैं। दुनिया के अन्य देशों में जो स्वास्थ्य सुविधाएं हैं, वह सभी अब भारत में मौजूद हैं। आने वाले दिनों में ‘हील इन इंडिया’ के तहत दुनिया भारत के साथ टडव साइन करने के लिए बैठी है।

भारत हेल्थ सेक्टर में रिसर्च के लिए बेस्ट डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है। हमने आईसीएमआर हैदराबाद के दरवाजे सबके लिए खोल दिए हैं। अब किसी को लैब या रिसर्च इन्सटीट्यूट स्थापित करने पर करोड़ों रुपया खर्च करने की जरूरत नहीं है। आईसीएमआर में जाकर वर्ल्ड क्लास फैसिलिटी के साथ रिसर्च कर सकते हैं।

हेल्थ-वेलनेस सेंटरों से समय-पैसा दोनों बचा’ | Yashoda Hospital Kaushambi

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बीते दिनों उत्तराखंड दौरे का संस्मरण सुनाया। उन्होंने कहा, मैं चाइना बॉर्डर से सटे एक गांव में था। वहां हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर दो महिला मरीज आई हुई थीं। उन्होंने इस सेंटर के जरिए ऑनलाइन  जुड़कर स्पेशलिस्ट डॉक्टार से बात की और अपनी समस्या हल की।
उस गांव से जिला मुख्यालय चमोली का रास्ता 5 घंटे का है। गरीब मजदूर और उसका तीमारदार 24 घंटे का वक्त निकालकर, रुपए खर्च करके जिला मुख्यालय पर इलाज कराने जाते थे। मोदी सरकार ने देश में 5-6 हजार की आबादी पर 1 लाख 56 हजार हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनाए हैं। इससे अब मरीज के 24 घंटे के साथ औसत 560 रुपए खर्च के बच रहे हैं।

14 करोड़ रुपए का है रोबोट | Yashoda Hospital Kaushambi

केंद्रीय राज्यमंत्री एवं गाजियाबाद के सांसद जनरल वीके सिंह ने बताया कि सर्जरी में इस्तेमाल होने वाला रोबोट 14 करोड़ रुपए का है। इससे डॉक्टर और जनता दोनों को सुविधा मिलेगी। यह दुनिया में ज्यादा प्रचलित वाला रोबोट है। इससे मरीज का समय कम खर्च होगा। कम दर्द होगा। मरीज जल्दी ठीक हो जाएगा। कम से कम ब्लड लॉस होगा। सर्जरी के बाद बॉडी पर चीरे के निशान भी कम से कम होंगे।

यह रहे समारोह में मौजूद | Yashoda Hospital Kaushambi

इस मौके पर केंद्रीय राज्यमंत्री सांसद जनरल वीके सिंह, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल, यशोदा अस्पताल कौशांबी के चेयरमैन डॉक्टर पीएन अरोड़ा एवं डायरेक्टर डॉक्टर उपासना अरोड़ा,डॉ.सुनील डागर,डॉ गौरव  आदि मौजूद रहे।

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