Helmet Safety: OLA की Too Good Technology जान ही नहीं, चलान से भी बचाएगी

Helmet safety
Helmet safety दोपहिया चालकों के लिए बड़ी खबर

नई दिल्ली। Ola Helmet detection system: आमतौर पर देखने में आता है कि भारत में ज्यादातर लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में होती है और वो भी दोपहिया वाहन चलाने वालों की बिना हैलमेट पहने होती हैं। आंकड़ों की बात करें तो सड़क परिवहन मंत्रालय एवं राजमार्ग मंत्रालय के मुताबिक वर्ष 2021 में 15,0000 के करीब लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हुई है, जिसमें से 60% लोगों की मौत दोपहिया वाहन चलाने वालों की हुई जिन्होंने बाइक चलाते समय हैलमेट नहीं लगाया था। इससे पहले 2020 में 3.54 लाख सड़क दुर्घटनाओं में 1.33 लाख लोगों की मौत हो गई थी। Helmet safety

इन हादसों को देखते हुए एक ऐसी बाइक या स्कूटर की दरकार थी जो हमारी सुरक्षा के साथ साथ, चलान से भी बचाए। जाहिर सी बात है कि अगर हैलमेट नहीं लगाया जाएगा तो कहीं न कहीं एक्सीडेंट होने पर जान जा सकती है या कहीं ट्रैफिक पुलिस के चंगुल में फंसकर बिना हैलमेट चलान के झंझट में फंस सकते हैं।

इसलिए ऐसी बाइक या स्कूटर की आवश्यकता जताई गई। इस आवश्यकता को पूरा करने के लिए टू व्हीलर निर्माता कंपनी OLA ऐसी तकनीक इजाद कर रही है जो खुद बताएगी कि बाइक चालक ने हैलमेट पहना है कि नहीं। ये तकनीक एक्सीडेंट में जान गवाने वालों की संख्या में भारी कमी कर सकती है। क्योंकि ज्यादातर सड़क हादसों में देखने में आता है कि मरने वाले वाहन चालकों ने हैलमेट ही नहीं पहन रखा था या जो भी हैलमेट पहन रखा था वो अच्छी क्वालिटी का नहीं था।

इलैक्ट्रिक स्कूटर में लाने की तैयारी | Helmet safety

ऐसे में अगर OLA की तकनीक काम करती है तो बहुत से लोगों की जिंदगियां बच सकती है। टू-व्हीलर मार्किट की दुनिया में इंडिया का नाम सबसे पहले आता है। हालांकि, टू-व्हीलर पर लोगों की सेफ्टी के लिहाज से देश ने ज्यादा इंप्रूवमेंट नहीं की है। भारत ही ऐसा देश है जहां बिना हैलमेट के बाइक-स्कूटर चलाते लोगों को आसानी से देखा जा सकता है। हालांकि, बिना हैलमेट टू-व्हीलर चलाना दंडनीय अपराध है, लेकिन फिर भी कुछ लोग इस नियम का पालन नहीं करते हैं। आॅटोकार की एक रिपोर्ट के अनुसार OLA एक हैलमेट डिटेक्शन सिस्टम पर काम कर रही है जो वो इलैक्ट्रिक स्कूटर में लाने की तैयारी कर रही है। Helmet detection system

इस सिस्टम के अनुसार वाहन में दिए गए कैमरे की मदद से वाहन चालक हैलमेट नहीं पहने होने की स्थिति में कैमरे की नजर में आ जाएगा और वह इस बात की पुष्टि करेगा कि चालक ने हैलमेट नहीं पहना है। कैमरा आगे की जानकारी व्हिकल कंट्रोल यूनिट को देगा जो कि मोटर कंट्रोल यूनिट से कनेक्टेड होगा। ऐसे में यदि सिस्टम को ये पता लग जाता है कि चालक ने हैलमेट नहीं पतना है तो वाहन आॅटोमैटिकली राइड मोड से पार्क मोड में तब्दील हो जाएगा और इस स्थिति में वाहन चालक अपने वाहन को आगे नहीं बढ़ा पाएगा। Helmet safety

जैसे ही वाहन पार्क मोड में स्विच हो जाएगा वैसे ही स्कूटर के डैशबोर्ड पर हैलमेट नहीं पहनने का नोटिफिकेशन आ जाएगा। इस स्थिति में जब तक हैलमेट नहीं पहना जाएगा तब सिस्टम डिटेक्ट नहीं होगा। हैलमेट पहनते ही सिस्टम डिटेक्ट हो जाएगा और वाहन आगे बढ़ पाएगा। कंपनी के अनुसार दुपहिया वाहन चालकों की सुरक्षा के लिहाज से ये तकनीक काफी सुरक्षित साबित हो गी और लोगों को चलान से भी ये तकनीक बचाती नजर आएगी। Helmet safety