बसों की राजनीति में पिस रहे मजदूर
उत्तर प्रदेश में सीमा पर फंसे मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए कांग्रेस पार्टी और यूपी सरकार के बीच पिछले कुछ दिन से चल रही ‘बस राजनीति’ गर्म तो खूब हुई लेकिन उन मजदूरों को कोई फायदा पहुंचाने में कामयाब नहीं हुई जो अभी भी सड़कों पर पैदल चलने को विवश हैं।
नशे की रोकथाम जटिल समस्या
नशा तस्कर भी दिन-ब-दिन शातिर दिमाग हो रहे
कई स्थानों पर पुलिस छापेमारी का ग्रामीणों ने विरोध किया
‘चैंपियंस आॅफ दि अर्थ’ के बाद जिम्मेदारी भी चैंपियन के तौर पर निभाएं मोदी
देश के प्रधानमंत्री नरेंद...
प्रकृति से वैर पड़ रहा महंगा
विश्व के विकसित देश और समाज जहां प्रकृति के प्रति संवेदनहीन होकर मानव जनित वो तमाम सुविधाएं भोगते हुए स्वार्थी जीवन जी रहे हैं जो पर्यावरण के लिए घातक हैं। वहीं विकासशील देश भी विकसित बनने की होड़ में उसी रास्ते पर चल रहे हैं। यह भी स्पष्ट है कि आज विश्व समाज इनके प्रति बिलकुल गंभीर नहीं है जिसका खामियाजा प्राकृतिक आपदाओं के रूप में हमें भुगतना पड़ रहा है।
राजनीतिक भ्रष्टाचार पर शिकंजा
लोग परेशान होकर नोटबंदी के चलते लाइनों में खड़े रहे
और किसी एक भी बैंक कर्मी के साथ दुव्यर्वहार की कोई बड़ी घटना नहीं घटी
और दूसरी तरफ शशिकला जैसी राजनीतिक नेता गैर-कानूनी काम में जुटी रही।

























