जुगाड़: कसरत के साथ-साथ गेहूं पिसाई भी
इसके बनने के बाद अब मोहल्ले के लोग भी गेहूं पिसाने के लिए इनके पास आते हैं। इंजीनियर मनदीप तिवारी का कहना है कि हमने एक आटा चक्की बनाई है
त्याग और वीरता की मूर्ति थे श्री गुुरु गोबिंद सिंह जी
सिख संप्रदाय की स्थापना का उद्देश्य मुख्य रूप से हिन्दुओं की रक्षा करना था। इस संप्रदाय ने भारत को कई अहम मौकों पर मुगलों और अंग्रेजों से बचाया है। सिखों के दस गुरु माने गए हैं, जिनमें से आखिरी गुरु थे गुरु गोबिंद सिंह। खालसा पंथ के संस्थापक दशम गुरु...
रंगभेद के खिलाफ रोजा पार्क्स ने जीती लड़ाई
अमेरिका में आज ही के दिन 1956 में रंग भेद के खिलाफ एफ्रो-अमेरिकी महिला रोजा पार्क्स की लड़ाई रंग लाई और सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि बसों में होने वाले रंगभेद पर रोक लगाई जानी चाहिए। रंग-रूप, नस्ल और जाति के आधार पर किसी को कम और किसी को ज्य...
समझौता: ब्रिटेन ने चीन को सौंपा ‘हांगकांग’
डेढ़ सौ से भी ज्यादा सालों तक ब्रिटिश उपनिवेश रहे हांगकांग को आज ही के दिन 1984 में चीन ( 'Hong Kong' to China) को सौंपने के समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे। ब्रिटेन और चीन ने अगले 13 वर्षों में सत्ता का हस्तांतरण पूरा करने का फैसला लिया। 19 दिसंबर 1984 को...
ब्रिटिश कंपनी ‘इकोपॉड’ बनाती है कागज के ताबूत
हमारे सभी महासागरों के प्रत्येक वर्ग मील क्षेत्र में लगभग 46,000 प्लास्टिक के टुकड़े तैर रहे हैं। यह कचरा समुद्री जीवन को बुरी तरह प्रभावित करता है। अमेरिका के सभी प्लास्टिकों में से सिर्फ पांच प्रतिशत प्लास्टिक ही वास्तव में पुनर्नवीनीकरण होते हैं। क...
अंतरिक्ष मिशन पूरा करने वाले सबसे बुजुर्ग शख्स
चेहरे पर चिकत्ते के निशान वाले ओहियो निवासी जॉन ग्लेन दुनिया में पहली बार पृथ्वी की कक्षा का चक्कर लगाकर हीरो बने और बाद में 24 साल तक अमेरिकी सीनेट में रहकर देश की राजनीतिक हस्ती भी रहे। जॉन अपनी उम्र का शतक लगाने से मात्र पांच वर्ष की दूरी पर ही थे...
भारतीय संविधान के शिल्पकार डा. अंबेडकर
राष्ट्रवाद के मोर्चे पर डॉ. अंबेडकर बेहद मुखर थे। उन्होंने विभाजनकारी राजनीति के लिए मोहम्मद अली जिन्ना और मुस्लिम लीग दोनों की कटु आलोचना की। हालांकि शुरूआत में उन्होंने पाकिस्तान निर्माण का विरोध किया किंतु बाद में मान गए। इसके पीछे उनका तर्क था कि...
ऐसे राष्ट्रपति जिन्होंने राष्ट्र हित को दिया सर्वोच्च महत्व
भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद का जन्म तीन दिसंबर 1884 को बिहार के सीवान जिले के जीरादेई गांव में हुआ था। राजेंद्र प्रसाद जी के पिता का नाम महादेव सहाय और माता का नाम कमलेश्वरी देवी था। प्रसाद जी की प्रारंभिक शिक्षा बिहार के छपरा जिला स...
जब फ्रांस का सम्राट बना नेपोलियन…
सन 1804 में आज ही के दिन नेपोलियन की ताजपोशी फ्रांस के सम्राट के तौर पर की गई। 2 दिसंबर 1804 को पेरिस के नोत्रेदाम कैथेड्रल में नेपोलियन बोनापार्ट की नेपोलियन प्रथम के तौर पर ताजपोशी हुई। करीब हजार साल के बाद सम्राट के तौर पर सत्तारूढ़ होने वाले वह पह...
सतगुरू जी के प्यार की मिसाल
सतगरू हमेशा ही अपने शिष्य के पास रहता है
जिस तरह कूंज अपने बच्चों को छोड़कर आसमान में उड़कर दूर चली जाती है, परंतु अपना ध्यान अपने बच्चों में ही रखती है व अपने अंतर ह्रदय के साथ उनकी संभाल करती है, या जिस तरह कछुआ अपने अंडे खुश्की में देकर खुद पानी मे...
शीत युद्ध में आवाज बुलंद करने वाली मार्गरेट थैचर
28 नवंबर 1990 को ब्रिटेन की प्रधानमंत्री मागर्रेट थैचर ने ब्रिटेन की महारानी को अपना इस्तीफा सौंपा था और नम आंखों से डाउनिंग स्ट्रीट में अपने आवास को खाली कर दिया था। मागर्रेट हिल्दा थैचर या बैरोनेस थैचर बीसवीं सदी में ब्रिटेन की ऐसी प्रधानमंत्री थीं...
जब महिलाओं के हक में पास हुआ यूएन में प्रस्ताव
महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं। हालांकि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 25 नवंबर को महिलाओं के विरुद्ध हिंसा खत्म करने वाले दिन के रूप में घोषित किया हुआ है। यूएन का मानना है कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा मानवाधिकार का उल्लंघन है और इसके पीछे की वजह महिलाओं...
अमेरिका के सबसे युवा राष्ट्रपति थे केनेडी
आज ही के दिन 1963 को अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ केनेडी की टेक्सास राज्य के डैलस में एक हथियारबंद व्यक्ति ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। केनेडी का काफिला डैलस हवाई अड्डे से शहर के बीच की तरफ बढ़ रहा था कि तभी एक इमारत से उन पर गोली चलाई गई। केनेडी खुली ग...
एलआईसी: ‘जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी’
भारत की पहली जीवन बीमा कम्पनी का नाम ओरियंटल लाइफ इंश्योरेंस था। ‘जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी’ की असरदार टैगलाइन के साथ देश के लाखों लोगों को बीमा की सेवाएं देने वाले भारतीय जीवन बीमा निगम की स्थापना 64 साल पहले एक सितंबर के दिन ही की गई थी। भ...
संयुक्त राष्ट्र के दबाव से सुलझा था स्वेज नहर विवाद
17 नवंबर 1869 को दस साल के निर्माण कार्य के बाद स्वेज नहर को यातायात के लिए खोल दिया गया। यह नहर यूरोप को एशिया से जोड़ता है। स्वेज नहर के बनने से पहले एशिया से आ रहे जहाज अफ्रीकी महाद्वीप का पूरा चक्कर लगाकर यूरोप पहुंचते थे। उस वक्त काहिरा में फ्रां...