लद्दाख में टकराव, कौन विजयी होगा?
पड़ोसी या दुश्मन? दोनों। वास्तव में भारत और चीन के संबंध उतार-चढ़ाव पूर्ण हैं और यह इस बात पर निर्भर करता है कि राजनीतिक हवा किस दिशा में बह रही है। वर्तमान में दोनों देश एक दूसरे के सामने टकराव की मुद्रा में हैं। दोनों अपने-अपने रूख पर कायम हैं कि हमा...
मीडिया को नहीं समस्याओं से सरोकार
फिल्मी अभिनेता सुशांत सिंह की कथित खुदकुशी का मामला चर्चा में है। मामले की सीबीआई जांच चल रही है। मीडिया में जिस प्रकार इस मामले को खींचा गया, इससे यही प्रतीत होता है कि मीडिया इस मामले में जांच एजेंसी से प्रतिस्पर्धा करके मीडिया ट्रायल चला रही है। स...
किसानों को मिले मुआवजा
इस बार मानसून सामान्य की अपेक्षा ज्यादा सक्रिय रहा, जिस कारण पंजाब, हरियाणा सहित कई राज्यों में फसलों का भारी नुक्सान हुआ है। पंजाब के मानसा, फाजिल्का, फिरोजपुर जिला में काफी नुक्सान हुआ है। कपास और धान की फसलें तैयार हो चुकी थीं लेकिन बेमौसमी बरसात ...
सामाजिक विकास का स्तंभ है साक्षरता
अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस (8 सितम्बर) पर विशेष
लोगों को साक्षरता के महत्व के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 8 सितम्बर को विश्वभर में ‘अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस’ मनाया जाता है। दुनिया से अशिक्षा को समाप्त करने के संकल्प के साथ आज...
परम पिता जी ने डेरा श्रद्धालु की दिली इच्छा की पूरी
एक बार राजस्थान में सत्संग था। पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज आराम करने वाले घर में पधारे हुए थे। बाहर बैठे सेवादारों के पास करीब 80 वर्षीय बुजुर्ग अपनी 14-15 साल की पोती के साथ दूध लेकर आ गया। पूछने पर पता चला कि उस बुजुर्ग ने पूज्य हजूर बाबा स...
सबसे पहले डिजिटल बना था बैंक ऑफ इंडिया
बैंक ऑफ इंडिया भारत के अग्रणी बैंकों में से एक है और 29 विदेशी शाखाओं को मिलाकर इसकी कुल 4,293 शाखाएं हैं। इन शाखाओं के 50 क्षेत्रीय कार्यालयों के माध्यम से नियंत्रित कर रहे हैं। शाखाओं की अधिकतम संख्या मुंबई फिर अहमदाबाद और पुणे में हैं। बैंक ऑफ इंड...
अमेरिका में चुनाव बनाम भारत-चीन सबंध
विश्व की महाशक्ति सबसे मजबूत देश अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव संबंधी प्रचार जोरों पर है। डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन पार्टियां आमने-सामने हैं। वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड निरंतर दूसरी बार चुनाव जीतने के लिए जोर अजमाईश कर रहे हैं, दूसरी तरफ डेमोके्रट के ज...
बुरी नीयत वाले चीन से सावधान रहना होगा
एक बार फिर धोखेबाज चीन की सेना ने पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के करीब वास्तविक नियंत्रण रेखा पर छेड़छाड एवं झड़प का दुस्साहस दिखाया, जिसे भारतीय सैनिकों द्वारा असफल कर दिया गया और रणनीतिक रूप से अहम एक चोटी पर कब्जा भी कर लिया। इस घटना के बाद चीन के ...
अमेरिकी चुनाव में भारत एक कारक
संयुक्त राज्य अमेरिका में राष्ट्रपति के चुनावों पर संपूर्ण विश्व की नजरें लगी रहती हैं। नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति के चुनाव की ओर लोगों का ध्यान ज्यादा जा रहा है क्योंकि वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस चुनाव में फिर से मैदान में उतरेंगे।
भार...
मेरा जन्मदिन मेरे लिए गौरवपूर्ण सौभाग्य है
आखिर हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है और इन दिन को मनाने के पीछे क्या महत्व है। भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन (5 सितंबर) भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के...
कानून में संशोधन की आवश्यकता
प्रशांत भूषण मामले में उच्चतम न्यायालय के निर्णय ने एक बार फिर से नई बहस को जन्म दिया है। इस मामले ने न्यायालय की अवमानना कानून में संशोधन के महत्वपूर्ण प्रश्न को उठाया है। इस कानून के पक्ष और विपक्ष में मजबूत तर्क दिए गए हैं। यदि कोई कानून बनाया जात...
बॉलीवुड में भी हो डॉप टैस्ट
सुशांत राजपुत की मौत का मामला नेशनल टेलीविजन पर आज भी छाया हुआ है। नेपोटिज्म से लेकर ड्रग्स, पैसा, शौहरत न जाने क्या-क्या कारण सुशांत की मौत के पीछे बताए जा रहे हैं। मामले में काफी मोड़ आए, मुंबई पुलिस, बिहार पुलिस और आखिरकार अब देश की सबसे बड़ी जांच ए...
बैंक अर्थव्यवस्था को पुर्नजीवित कर पाएंगे?
बैंकिंग क्षेत्र की स्थिति को समझना कठिन है। कोरोना महामारी फैलने से महीनों पहले अर्थव्यवस्था मंदी के दौर से गुजर रही थी और यह वित्तीय वर्ष अर्थव्यवस्था के लिए उत्साहजनक नहीं रहने वाला है किंतु बैंकिंग क्षेत्र को प्राथमिकता दिए जाने की आवश्यकता है और ...
ब्रिटेन की संसद में गूंजने वाले दादाभाई नौरोजी
1892 में ब्रिटेन के संसद में एक भारतीय चुनकर पहुंचा। ये कैसे हुआ? इस ऐतिहासिक घटना का आज के दौर में क्या महत्व है? दादाभाई नौरोजी (1825-1917) की पहचान सिर्फ इतनी ही नहीं है कि वह ब्रिटेन के हाउस आॅफ कॉमन्स में पहुंचने वाले एशिया के पहले शख्स थे। महात...
फेसबुक का प्रसार व पक्षपात
देश की राजनीति में फेसबुक की भूमिका की चर्चा होनी एक महत्वपूर्ण घटना है, जिसने राजनीतिक विशेषज्ञों को भी असमंजस में डाल दिया है। दरअसल 2014 के लोक सभा चुनावों के दौरान सोशल मीडिया की चर्चा पहली बार हुई थी। इससे पूर्व केवल प्रिंट मीडिया और इलैक्ट्रोनि...