मानसा। इंडस्ट्री की समस्याओं को पंजाब के उघोगपतियों की अहम बैठक सूबे के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमां तथा उच्चाधिकारियों के साथ हुई। संगरूर डिस्ट्रिक्ट इंडस्ट्री चेंबर के चेयरमैन डा एआर शर्मा, अध्यक्ष संजीव चोपड़ा, पूर्व अध्यक्ष घनश्याम कांसल के नेतृत्व में हुई बैठक में वित्त विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी केप सिन्हा, इंडस्ट्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी दलीप कुमार, एक्साइज कमिश्नर वरूण रूजम विशेष रूप से शामिल हुए ।
बैठक में वित्त मंत्री चीमां से माँग की गई कि पंजाब स्टेट डेवलपमेंट टैक्स, लगाने के फैसले पर पुनर्विचार किया जाए । इंडस्ट्री के मुलाजिमों से टैक्स काटना बेहद मुश्किल है । सीएलयू की फीस को ही एनओसी के रूप में स्वीकार किया जाए । जिगजैग तकनीक का प्रयोग करने वाले ईंट भट्ठे पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की जाँच पर रोक लगाई जाए ।
इंडस्ट्री के हितों को ध्यान में रखते हुए करवाए जाएँगे फैसले : चीमां
इंडस्ट्री के नए यूनिट स्थापित करने वाले उघोगपतियों को सिंगल विंडो सुविधा प्रदान की जाए। अन्य कई माँग भी रखीं गईं । माँगों को लेकर मंत्री चीमां ने कहा कि आचार संहिता हटने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान से इंडस्ट्री के हितों को ध्यान में रखते हुए फैसले करवाए जाएँगे।
इस मौके ए आर शर्मा, श्री घनश्याम कासल ने बताया कि वित्त मंत्री ने द्वारा व्यापारियों व इंडस्ट्रलिस्ट से आने वाले बजट को लेकर भी सुझाव लिए गए थे व उन्हें उम्मीद है कि पंजाब सरकार उनकी समस्याओं को देखते हुए जल्द ही इंडस्ट्री के लिए बढ़िया फैसला देगी इस मौके पर मोहिंदर पाल सिंह, महासचिव माखन गर्ग, धुरी/मनसा ,प्रेम गुप्ता, वित्त सचिव विजय मित्तल, डेराबस्सी मोहिंदर गुप्ता, मंडीगोबिंदगढ़ विजय बंसल, मंडीगोबिंदगढ़ भानु प्रताप सिंगला, समाना। राकेश रतन अग्रवाल मोहाली विश्व बंधु संयुक्त निदेशक उद्योग हाजिर रहे।
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