गांव वजीदके कलां का जसवीर सिंह जम्मू में शहीद

Jasvir Singh Martyred
शहीदी की खबर मिलते ही परिजनों व ग्रामीणों में शोक की लहर दौड़ गई।

माता-पिता का इकलौता बेटा था शहीद जवान

शेरपुर/महल कलां। (सच कहूँ/रवी गुरमा/जसवंत सिंह लाली) विधानसभा हलका महल कलां अधीन आते गांव वजीदके कलां के जमपल व 10 जैक रायफल का जवान जसवीर सिंह (Jasvir Singh) (27) पुत्र कुलदीप सिंह जम्मू में सीमा की रक्षा करते दुश्मनों से लोहा लेते देश की एकता व अखंडता के लिए शहीद हो गया। शहीद जवान जसवीर सिंह वजीदके कलां की शहीदी की खबर मिलते ही परिजनों व ग्रामीणों में शोक की लहर दौड़ गई। शहीद के पिता कुलदीप सिंह निवासी वजीदके कलां ने जानकारी देते हुए बताया कि उनका इकलौता बेटा जसवीर सिंह का जन्म 10 अक्तूबर 1995 को हुआ। उसने मैट्रिक तक की शिक्षा शहीद रहमत अली मैमोरियल सरकारी हाई स्कूल वजीदके खुर्द से प्राप्त की।

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12वीं की पढ़ाई सरकारी सीनियर स्कूल ठीकरीवाल व बीए गुरू गोबिन्द सिंह कॉलेज संघेड़ा से की। इस उपरंत वह 6 साल पहले 2016 में पटियाला (Patiala) में भारतीय सेना 10 जैक रायफल में भर्ती हुआ। अब वह जम्मू में राजौरी मैदिड़ में अपनी ड्यूटी निभा रहा था। बीती रात जम्मू से उसके साथियों का फोन आया कि जसवीर सिंह राजौरी मैदिड़ जम्मू में पोस्ट पर ड्यूटी कर रहा था और ड्यूटी दौरान दुश्मनों द्वारा किए हमले दौरान वह शहीद हो गया। उन्होंने बताया कि यह खबर सुनते उसके परिवार व गांव में शोक की लहर दौड़ गई।

शहीद जसवीर के पिता ने बताया कि जसवीर (Jasvir Singh) का अंतिम संस्कार पार्थिव देह के गांव पहुंचने पर किया जाएगा। इस मौके सरपंच गुरमीत कौर, बीकेयू उगराहां के जनरल सचिव कुलजीत सिंह वजीदके, राजिन्द्र सिंह वजीदके, गुरचरन सिंह, गुरदीप सिंह, डॉ. जसवीर सिंह, पूर्व फौजी बहादर सिंह समरा, हरमोलक सिंह, बलजिन्द्र सिंह मिश्रा ने शहीद के परिवार के साथ मुलाकात कर दु:ख सांझा करते कहा कि देश की सीमा की रक्षा करते लगातार जवान शहीद हो रहे हैं। सरकार को देश विरोधी ताकतों के खिलाफ सख्ती से निपटने की जरूरत है। इस मौके शहीद की माता परमजीत कौर, चाचा मलकीत सिंह, चाची मनजीत कौर, चचेरा भाई रसवीर सिंह उपस्थित थे।