खेत में ‘खाकी’, फसल हो रही खराब

the crop is getting worse sachkahoon

हत्या के मामले में घटनास्थल सुरक्षित रखना किसान को पड़ रहा भारी

हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। गांव अमरपुरा थेड़ी में युवक का अपहरण कर सूरेवाला रोही में हत्या करने के करीब दो माह पुराने मामले में मुख्य आरोपी पकड़े नहीं जाने तक घटनास्थल को सुरक्षित रखने के लिए खेत में पुलिस तैनात कर फसल नहीं काटने देने के खिलाफ बुधवार को विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल के बैनर तले सूरेवाला के किसानों ने जिला कलक्ट्रेट के समक्ष सांकेतिक धरना देकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद किसानों व विश्व हिन्दू परिषद तथा बजरंग दल की ओर से जिला कलक्टर को अलग-अलग ज्ञापन सौंप खराब हो रही फसल काटने की अनुमति देने की मांग की गई। धरनास्थल पर हुई सभा में विहिप व बजरंग दल के प्रांत सह संयोजक आशीष पारीक ने कहा कि गांव सूरेवाला निवासी सिरमजीत सिंह पुत्र निरंजन सिंह कम्बोज की फसल पककर तैयार है।

हत्या के आरोप में एक एफआईआर हनुमानगढ़ टाउन पुलिस थाना में दर्ज हुई है। इसमें पुलिस सिमरजीत सिंह के पुत्र बूटा सिंह को मुलजिम बना रही है। गिरफ्तारी के लिए सिमरजीत सिंह के परिवार के सदस्यों को दो बार पुलिस थाना में लेकर गई व बिना किसी लिखा-पढ़ी अथवा गिरफ्तारी के असंवैधानिक तरीके से एवं स्वच्छंद रवैये को प्रदर्शित करते हुए एक बार 7 दिन एवं दूसरी बार 5 दिन थाना में बैठाए रखा। सिमरजीत सिंह के पुत्र का एफआईआर में नाम अंकित नहीं है व न ही ऐसे कोई तथ्य एफआईआर में अंकित हैं। परन्तु पुलिस बूटासिंह को मुख्य आरोपी बना रही है लेकिन अभी तक आरोप सिद्ध नहीं हुआ है। फिर भी पुलिस सिमरजीत सिंह के नाम से राजस्व रिकार्ड में दर्ज 15 बीघा व सिमरजीत सिंह की ठेका पर ली गई 12 बीघा जमीन में बिजाई की हुई फसल को काटने से मना कर रही है व रोक रही है। मौका पर सिमरजीत सिंह की उक्त कृषि भूमि में पुलिस कर्मचारी मौजूद हैं। सिमरजीत सिंह को खेत में जाने से रोक दिया गया है। फसल पूरी तरह से पककर तैयार है। दिन-प्रतिदिन फसल का नुकसान हो रहा है।

सिमरजीत सिंह का पुत्र घटना में शामिल नहीं है और कानूनन उसकी भूमि में काश्त की हुई फसल काटने पर रोक लगाती है तो उसकी 3 बीघा जमीन की फसल कटाई से रोक सकती है व सिमरजीत सिंह की 27 बीघा जमीन की फसल काटने दी जाए। सिमरजीत सिंह एक गरीब, असहाय, अनपढ़ व्यक्ति है। सिमरजीत सिंह को वर्तमान जांच अधिकारी से न्याय की उम्मीद नहीं है। इस प्रकरण में सिमरजीत सिंह के पुत्र को राजनैतिक रंजिशवश झूठा फंसाया जा रहा है। सिमरजीत सिंह अपनी आंखों के सामने अपनी फसल खराब होते नहीं देख सकता। इस प्रकरण में सिमरजीत सिंह कई बार जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षक से मिल चुका है। परन्तु सुनवाई नहीं हुई। अब सिमरजीत सिंह की धैर्यशक्ति जवाब दे चुकी है। अब अगर फसल या खेत का कोई नुकसान होता है तो इसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी पुलिस व प्रशासन की होगी। पारीक ने कहा कि यह पुलिस का तानाशाही रवैया बर्दाश्त योग्य नहीं है।

संगठन का भी मानना है कि यदि बूटासिंह आरोपी है और उस पर आरोप साबित होते हैं तो पुलिस जो भी सजा दे परन्तु उसके परिवार, पिता-माता, पत्नी एवं 5 साल के पुत्र पर हम अत्याचार को बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर जरूरत पड़ी तो न्याय के लिए आंदोलन करेंगे, न्यायालय जाएंगे, मानवाधिकार आयोग जाएंगे। जो भी सम्भव हुआ करेंगे। मगर न्याय लेकर रहेंगे। धरना-प्रदर्शन के बाद जिला कलक्टर नथमल डिडेल को ज्ञापन सौंपा गया। जिला कलक्टर ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस मौके पर विकास गुप्ता, प्रकाश तंवर, मोहन चंगोई, इन्द्रजीत नान्दीवाल, जसवन्त सिंह भादू, कपिल, कृष्ण गेदर, मनोज शर्मा, राजेश जोशी, विजय सोनी, सुनील सुथार, कुलदीप नरुका, अमित जैन आदि मौजूद थे।

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