लखमीमपुर हिंसक झड़प: जिस गेस्ट हाउस में हिरासत में रखा गया, वहां झाड़ू लगाती दिखीं प्रियंका गांधी

केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के पुत्र के खिलाफ एफआईआर

हिंसक झड़प में चार किसानो समेत आठ लोगों की मौत

लखीमपुर (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में हिंसक झड़प में चार किसानो समेत आठ लोगों की मौत की घटना के सिलसिले में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के पुत्र आशीष के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। हालात बिगड़ने की आशंका के मद्देनजर जिले में निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी है। जिले में इंटरनेट सेवाओं को बाधित कर दिया गया है। स्कूलों में आज अवकाश की घोषणा की गयी है। जिले की सीमाओं को सील कर दिया गया है। वहीं हापुड़ के ब्रजघाट टोल प्लाजा पर राष्ट्रीय लोक दल के जयंत चौधरी ने पुलिस बेरिकेडिंग तोड़ दी है। अब वह लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गए हैं। उधर अखिलेश यादव अपने आवास पर समर्थकों के साथ घर पर बैठ गए है। लखनऊ में समाजवादी कार्यकर्ताओं ने पुलिस की गाड़ी में आग लगा दी है। वहीं प्रियंका गांधी को पुलिस ने जिस गेस्ट हाउस में हिरासत में रखा है, वहां से उनका एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में प्रियंका कमरे मे झाडू लगाती दिख रही है।

पीएसी शिविर में प्रियंका, बाहर कांग्रेसियों का जमावड़ा

लखीमपुर खीरी में हिंसा के शिकार किसानो से मिलने जा रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और उनके समर्थकों को पुलिस हिरासत में ले लिया गया। श्रीमती वाड्रा को द्वितीय वाहिनी पीएसी शिविर में रखा गया है जबकि शिविर के बाहर बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता सरकार विरोधी नारेबाजी कर रहे है। इससे पहले मध्य रात्रि को लखनऊ से लखीमपुर के लिये कांग्रेस महासचिव को रोकने के लिये खैराबाद टोल पर प्लाजा पर भारी तादाद में पुलिस बल तैनात किया गया था। हिंसाग्रस्त जिले में जाने से रोकने के लिये कांग्रेस महासचिव ने मौजूद पुलिस अधिकारियों से वजह पूछी और उत्तर नहीं मिलने पर उनकी पुलिस के साथ जमकर नोकझोंक हुयी। काफी गुस्से में नजर आ रही श्रीमती वाड्रा ने पुलिस अधिकारियों को ललकारते हुये कहा कि वह महिला से डरते है और इसीलिये उनका रास्ता रोका जा रहा है। इस बीच उनके एक समर्थक ने कांग्रेस महासचिव के साथ हाथापाई का आरोप लगाया जिससे भड़के अफसरों ने समर्थक को पुलिस वाहन में डालने की कोशिश की मगर कांग्रेसी नेता के दखल के बाद वे पीछे हट गये।

राकेश टिकैत पहुंचे लखीमपुर

किसान नेता राकेश टिकैत हालांकि भोर करीब साढेÞ तीन बजे लखीमपुर पहुंचे और हालात का जायजा लेने के साथ सूबे के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार और अन्य आला अधिकारियों के साथ हुयी बैठक में टिकैत ने पांच मांगे रखी जिसमें मृतक किसान के परिजनों को एक एक करोड़ का मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी,घटना की न्यायिक जांच, केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री का इस्तीफा अजय मिश्र टेनी का इस्तीफा और दोषियों को सख्त सजा शामिल है।

अजय मिश्रा को तत्काल बर्खास्त कर उनके पुत्र को गिरफ्तार करे सरकार : कांग्रेस

कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई घटना के मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को तत्काल बर्खास्त कर उनके पुत्र को गिरफ्तार करने की मांग की है। कांग्रेस प्रवक्ता राजीव शुक्ला ने सोमवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में लखीमपुर खीरी में किसानों के साथ हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से तत्काल कार्रवाई करने और श्री मिश्रा को मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा को किसानों से मिलने से रोकना गलत है। उनको पीड़ित परिवारों से मिलने की इजाजत देने की बजाय अवैध तरीके से हिरासत में लिया गया है। प्रवक्ता ने कहा कि लोकतंत्र में राजनेता को कहीं भी जाने की इजाजत होनी चाहिए। केंद्र में जब उनकी सरकार थी तो विपक्ष के सभी राजनेताओं को कहीं भी जाने की छूट थी लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार नेताओं की घेराबंदी कर रही है जो कि गलत है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह से किसानों के साथ खड़ी है और उनके अधिकारों की लड़ाई में मंगलवार को जम्मू कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक देशव्यापी आंदोलन चलाएगी और जिला अधिकारियों के कार्यालय के सामने प्रदर्शन करेगी।

क्या है मामला:

अधिकारियों ने किसान नेता की मांगों पर विचार कर इस पर जल्द ही कार्यवाही का आश्वासन दिया है। बैठक के दूसरे दौर की बातचीत दोपहर 12 बजे होने की संभावना है। इस बीच केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री के पुत्र आशीष मिश्र के खिलाफ तिकुनिया थाने में एफआईआर दर्ज की जा रही है। घटना में अभी तक किसी भी पक्ष के लोगों की गिरफ्तारी नहीं हुयी है।

सरकार-किसान के बीच समझौता

उत्तर प्रदेश में लखीमपुर जिले के तिकुनिया क्षेत्र में रविवार को हुुई हिंसा में मारे गए चार किसानो के परिजनों को सरकार 45-45 लाख का मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने के लिये राजी हो गई है। इसके अलावा गंभीर रूप से घायल आठ किसानो को दस-दस लाख रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि किसान नेता राकेश टिकैत और सरकार की ओर से अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार एवं अन्य आला अधिकारियों के बीच हुयी बातचीत में यह सहमति बनी कि सरकार घटना के शिकार मृत किसानो के परिवार को 45-45 लाख रुपए का मुआवजा देगी। इसके साथ ही मरने वालों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। मृत किसानो में दलजीत सिंह (32) नानपारा बहराइच, गुरविंदर सिंह (20) नानपारा बहराइच, लवप्रीति सिंह (19) पलिया लखीमपुर और नच्छतर सिंह धौरारा लखीमपुर शामिल हैं। उन्होने बताया कि हिंसा के कारणों की न्यायिक जांच की जायेगी जिसे इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त अथवा मौजूदा न्यायाधीश करेंगे। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में रविवार को हिंसक झड़प में 4 किसानो समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं आज हिंसक झड़प में घायल एक पत्रकार की भी मौत हो गई है।

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