आंदोलनकारी किसानों का चक्का जाम, दिल्ली के कई मेट्रो स्टेशन अस्थाई रूप से बंद

Farmer-Protest

 कई मेट्रो स्टेशन अस्थाई रूप से बंद

नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। तीन नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर आंदोलनरत किसानों के शनिवार को चक्का जाम के आह्वान के मद्देनजर दिल्ली मेट्रो के कई स्टेशनों को अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया। चक्का जाम के परिप्रेक्ष्य में विश्वविद्यालय, लाल किला, जामा मस्जिद , जनपथ, केंद्रीय सचिवालय, खान मार्केट और नेहरू प्लेस मेट्रो स्टेशनों पर प्रवेश/निकास द्वारों को बंद कर दिया गया है। दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन(डीएमआरसी) ने ट्वीट कर कहा, ‘अस्थाई रूप से प्रवेश/निकास के लिए बंद मेट्रो स्टेशनों पर इंटरचेंज की सुविधा रहेगी। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने शुक्रवार को डीएमआरसी के अधिकारियों से स्थिति के मद्देनजर आज कुछ मेट्रो स्टेशनों को बंद रखने के लिए कहा था। दिल्ली पुलिस ने चक्का जाम के दौरान किसी प्रकार की हिंसक स्थिति से निपटने के लिए दिल्ली की सीमा-स्थलों पर सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाए हैं।

राजस्थान में किसानों ने किया विभिन्न मार्गों पर चक्का जाम

राजस्थान में किसानों ने नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर विभिन्न राजमार्गों पर दोपहर बारह बजे से तीन घंटे के लिए चक्का जाम शुरू कर दिया। किसान आंदोलन के तहत आयोजित चक्का जाम को सत्तारुढ़ पार्टी कांग्रेस ने भी पूरा समर्थन दिया है और जयपुर सहित विभिन्न जिलों में किसान के साथ कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता भी सड़कों पर आकर तीन घंटे के लिए चक्का जाम किया गया हैं। जयपुर जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 52 पर चौमूं तिराहे पर चक्का जाम किया गया हैं जहां किसान एवं कांग्रेस के लोग एकत्रित होकर मार्ग को जाम कर दिया हैं। इस दौरान पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुभाष महरिया एवं पूर्व विधायक भगवान सहाय सैनी भी मौजूद थे।

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  • इस अवसर पर महरिया ने मीडिया से कहा कि केन्द्र सरकार किसानों की आवाज सुनने को तैयार नहीं हैं।
  • उन्होंने कहा कि जब किसानों की इन कानूनों के लिए कोई मांग ही नहीं हैं।
  • सरकार अगर देना ही चाहती हैं तो उसे किसानों को मुफ्त में बिजली एवं पानी देनी चाहिए।
  • उन्होंने कहा कि किसान आज स्वामीनाथन रिपोर्ट किसी तरह लागू हो, इसके लिए लालायित हैं।

जयपुर-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या आठ पर चक्का जाम

राज्य के दौसा में किसानों ने चक्का जाम किया। इसमें कांग्रेस विधायक मुरारी लाल मीणा तथा अन्य कांग्रेस नेता एवं कार्यकतार्ओं ने भाग लिया। इसी तरह किसानों एवं कांग्रेस नेता पुष्पेंद्र भारद्वाज के नेतृत्व में जयपुर-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या आठ पर चक्का जाम कर दिया गया। इस मार्ग के अधिक व्यस्त रहने के कारण जाम के एक घंटे में ही वाहनों की लम्बी कतारे लग गई। बाद में पुलिस ने किसानों एवं नेताओं को समझाकर मार्ग को खोल दिया गया। कोटा में किसान आंदोलन के समर्थन में ट्रैक्टर रैली एवं किसान सभा आयोजन किया गया। इस दौरान नगरीय एवं स्वायत शासन मंत्री शांति धारीवाल तथा अन्य कांग्रेस के नेता मौजूद थे।

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इसके अलावा श्रीगंगानगर, बीकानेर, अजमेर, जोधपुर, सीकर, भरतपुर, अलवर, बूंदी, हनुमानगढ़ सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों में विभिन्न मार्गों पर तीन घंटे के लिएचक्काजाम किया गया। चक्का जाम के दौरान एंबुलेंस, स्कूलबस, बुजुर्गों और महिलाओं को चक्काजाम से छूट दी गई। इससे पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि आंदोलनरत्त किसानों द्वारा आज दोपहर बारह बजे से अपराह्न तीन बजे तक नेशनल एवं स्टेट हाईवे चक्काजाम करने के आह्वान का राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी समर्थन करती है। उन्होंने सभी कांग्रेस के लोगों से निवेदन किया कि वे इस शांतिपूर्वक चक्काजाम को सफल बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाए।

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