पूर्व सैनिकों, जंगी विधवाओं, उनके आश्रितों के लिए ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च

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Amritsar News: ऑनलाइन सेवाएं देने में अमृतसर पहले नंबर पर, 99.94 प्रतिशत लोगों को उठाया लाभ

चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। पंजाब सरकार ने पूर्व सैनिकों, विधवाओं, दिव्यांग पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों की सेवा और पुनर्वास के उद्देश्य से एक नया आॅनलाइन पोर्टल शुरू किया है ताकि वे घर बैठे ही राज्य की अलग-अलग सेवाओं का लाभ ले सकें। रक्षा सेवा कल्याण मंत्री फौजा सिंह सरारी ने आज यहां रक्षा कर्मियों की सुविधा के लिए नया वैब पोर्टल ‘ई-सेनानी’ लॉन्च करने के मौके पर किया। उन्होंने दोहराया कि आम आदमी पार्टी सरकार देश वासियों की सुरक्षा के लिए मुश्किल घड़ी में कीमती योगदान देने वाले रक्षा सैनिकों के साथ-के साथ आम नागरिकों की भलाई के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि मान सरकार ने अलग-अलग सैन्य अभियानों में शहीद सैनिकों के आश्रितों को एक-एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने का ऐतिहासिक फैसला लागू किया है। अलग-अलग वर्गों के पूर्व सैनिकों, जंगी विधवाओं, पूर्व सैनिकों की विधवाओं और उनके आश्रित परिवारों के लिए अलग-अलग कल्याण स्कीमें और वित्तीय सहायता भी उपलब्ध करवाई गई है।

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कोई भी सेवा ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं

सरारी ने बताया कि इससे पहले पूर्व सैनिकों को अपनी जिंदगी के मुश्किल दौर में लाभार्थी सेवाएं लेने के लिए सम्बन्धित जिला सुरक्षा सेवा कल्याण दफ्तरों में जाना पड़ता था, लेकिन अब वह अपने घर बैठे या विदेशों से भी जरूरी दस्तावेज अपलोड करके कोई भी सेवा आॅनलाइन प्राप्त कर सकते हैं। पूर्व सैनिक और उनके आश्रित राज्य सरकार की तरफ से रक्षा सेवाओं की अलग अलग श्रेणियों की नौकरियों के लिए आवेदन कर सकते हैं। रक्षा सेवाओं की श्रेणियों के लाभार्थी शहीदों और दिव्यांग सैनिकों के नजदीकी रिश्तेदारों को एक्स-ग्रेशिया ग्रांट, गैलेंटरी और डिस्टिंगुइशड अवार्ड प्राप्त करने वालों को नकद पुरस्कारों की ग्रांट और लीनल वंशज या पूर्व सैनिकों को नौकरी के लिए सर्टिफिकेट जारी करने सम्बन्धी सेवाएं प्राप्त कर सकते हैं। इस मौके दूसरों के इलावा विशेष मुख्य सचिव कृपा शंकर सरोज, अतिरिक्त सचिव कुलजीत पाल सिंह माही और डायरेक्टर रक्षा सेवा कल्याण, पंजाब ब्रिगेडियर सतीन्द्र सिंह और एन आई सी विवेक वर्मा डिप्टी डायरेक्टर जनरल और सूचना अफसर और अनूप जलाली सीनियर तकनीकी डायरेक्टर और एचओडी उपस्थित थे।

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