वैराग में बही साध-संगत की अश्रुधारा

Satsang-Bhandara
वैराग में बही साध-संगत की अश्रुधारा

आया गुरू का 16वां पत्र रूहानी, विरह में हुई साध-संगत
दीवानी | Satsang Bhandara

सिरसा। डेरा सच्चा सौदा शाह सतनाम जी धाम सिरसा में मई माह का पहला ‘‘Satsang Bhandara’’ बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर साध-संगत ने भारी तादाद में शिरकत की। पावन भंडारे के अवसर पर पूज्य गुरू जी ने अपनी साध-संगत के नाम 16वें पत्र के रूप में पैगाम भेजा, जिसे सुनकर साध-संगत भावुक हो उठी।

इस दौरान साध-संगत की आंखों से रह-रह कर अश्रुधारा बह रही थी। पूज्य गुरू जी ने भी 16वें रूहानी पत्र के माध्यम से वचन किए कि प्यारे बच्चो, ऐसा कोई पल नहीं होता जब हम आपको याद ना करते हों और हर पल आप सबके लिए सतगुरु जी से प्रार्थना करते रहते हैं।

आप जब अपने MSG गुरु का पत्र सुन कर व पढ़ कर, बैराग में आ जाते हैं वो आँसु आपके ‘हीरो’ से भी अनमोल होते हैं व प्रभु उन्हें अपने ‘चरण कमलों’ में मन्जुर करके, आपको अपनी कृपा से तुरन्त मालामाल कर देते हैं क्योंकि आपको वैराग में देख, आपका यह MSG गुरु भी भावुक हो जाता है व आप सबके लिए परम पिता प्रमात्मा से प्रार्थना करके आपको ज्यादा से ज्यादा खुशियाँ दिलवाता है।

16वां शाही पैगाम | Satsang Bhandara

हमारे प्यारे बच्चो, ट्रस्ट प्रबंधक सेवादारों व सेवादारों, आप सबको ‘सत्संग भण्डारे’ की बहुत-2 बधाईयां व आशिर्वाद। धन धन सतगुरु तेरा ही आसरा।

हमारे जान से भी प्यारे करोड़ों बच्चो, सांई दाता रहबर शाह मसताना जी व परम पिता शाह सतनाम जी महाराज की Body में हमने जितने वचन किए थे वो पूरे हो चुके हैं, पूरे हो रहे हैं व 100% पूरे होंगे। अब एमएसजी के रूप में भी हमसे जो वचन सतगुरु जी ने करवाए, कर रहे हैं व करवाएंगे वो भी 100% पूरे होंगे। बच्चो आप चिन्ता ना किया करो। परम पिता प्रमात्मा, आप सबकी पुकार सुन रहे हैं व जल्दी पूरी भी करेंगे। आप सब सुमिरन, अखण्ड सुमिरन तथा नाम चर्चा व ‘नाम चर्चा सत्संग’ में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया करो। परहीत प्रमार्थ व बढ़-चढ़ कर सेवा किया करो। मालिक जल्द से जल्द आपकी जायज माँग जरूर से जरूर पूरी करेंगे।

हमारे प्यारे बच्चो, आप सब ‘स्थापना दिवस भंडारे व जामें इन्सां गुरु का’, 29 अप्रैल को एक करोड़ से भी ऊपर शामिल हुए। हम आपके MSG गुरु परम पिता प्रमात्मा से प्रार्थना करते हैं कि उस भण्डारे (29 अप्रैल) व इस सत्संग भंडारे में आए हमारे सारे बच्चो की हाजिरी अनामी में लगाएं व अनामी की खुशियां यहां भी प्रदान करें। सतगुरु जी बढ़ कर खुशियां जरूर देंगे। जितने भी सेवादारों ने सेवा की व कर रहे हैं, उन्हें दुगुनी अनामी की खुशियां सतगुरु जी जरूर देंगे व नाम सुमिरन में मन लगेगा।

वचनों पे पक्के रहकर, जो मांगोगे MSG गुरु से, वो प्रभु से प्रार्थना कर सब दिलवाएंगे। समुन्द्र इतने देंगे दया मेहर के, झोली दामन छोटे पड़ जाएंगे। प्यारे बच्चो, ऐसा कोई पल नहीं होता जब हम आपको याद ना करते हों और हर पल आप सबके लिए सतगुरु जी से प्रार्थना करते रहते हैं। आप जब अपने MSG गुरु का पत्र सुन कर व पढ़ कर, बैराग में आ जाते हैं वो आंसु आपके ‘हीरो’ से भी अनमोल होते हैं व प्रभु उन्हें अपने ‘चरण कमलों’ में मंजुर करके, आपको अपनी कृपा से तुरंत मालामाल कर देते हैं क्योंकि आपको वैराग में देख, आपका यह एमएसजी गुरु भी भावुक हो जाता है व आप सबके लिए परम पिता परमात्मा से प्रार्थना करके आपको ज्यादा से ज्यादा खुशियां दिलवाता है। आप सबसे रूबरू होने की तड़प में, आपका अपना MSG गुरु, दासन दास,
गुरमीत राम रहीम सिंह इन्सां