पुरुस्कार लौटाने गए दिव्यांग खिलाड़ियों को पुलिस ने घसीटा, धक्कामुक्की की

Unemployed Disabled Para Player

पैरा ओलंपिक खिलाड़ियों ने नौकरी देने की मांग को लेकर सीएम आवास के बाहर किया प्रदर्शन (Unemployed Disabled Para Player)

  •  अगली कैबिनेट मीटिंग में करेंगे समस्या का हल: सीएम
  •  हिरासत में लेकर कई खिलाड़ियों को मुख्यमंत्री भरोसे के बाद किया रिहा

चंडीगढ़ (अश्वनी चावला)। पंजाब में दो विधायकों के बेटों को सरकारी नौकरी देने के विरोध में प्रदेश के बेरोजगार दिव्यांग पैरा खिलाड़ियों ने अपने पुरस्कार मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को लौटाने का फैसला किया था। वीरवार को ये खिलाड़ी चंडीगढ़ में सीएम आवास के बाहर पहुंचे। लेकिन देश को मेडल और मान सम्मान दिलाने वाले पैरा (दिव्यांग) एथलीट खिलाड़ियों ने कभी सोचा नहीं था कि एक दिन उन्हें सड़कों पर घसीटा जाएगा और उनके साथ धक्कामुक्की की जाएगी। पुलिस ने जबरदस्ती इन पैरा एथलीटों को हिरासत में लिया।

पैरा एथलीट खिलाड़ियों को हिरासत में लेकर पुलिस सेक्टर तीन थाने ले गई। इसके बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इन खिलाड़ियों के एक दल को मिलने के लिए बुलावा भेजा। पैरा एथलीट संजीव के नेतृव में पांच खिलाड़ियों का एक दल मुख्यमंत्री के निवास पर उन्हें मांग पत्र देने गया। वहां कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मांग पत्र देखने के बाद भरोसा दिलाया कि अगली कैबिनेट मीटिंग में पैरा ओलंपिक खिलाड़ियों को नौकरी के मुद्दे को हल कर दिया जाएगा। इसके बाद सभी पैरा ओलंपिक खिलाड़ियों को सेक्टर तीन थाने से रिहा कर दिया गया।

 कई खिलाड़ी व्हील चेयर पर आए:

खिलाड़ियों का कहना था कि विदेशों में देश का नाम ऊंचा करने वाले खिलाड़ियों के लिए सरकार के पास तरस के आधार पर नौकरी देने का कोई प्रावधान नहीं है लेकिन अमीरों को सरकार किसी न किसी प्रकार से नौकरी दे रही है। आज जब पैरा प्लेयर्स को आगे जाने नहीं दिया गया तो उन्होंने पुलिस का बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़े और नारेबाजी की। पुलिस ने उन्हें जबरदस्ती पकड़ कर गाड़ियों में बैठा कर थाने में पहुंचाया गया। इन खिलाड़ियों में कई ऐसे थे जो व्हील चेयर पर आए हुए थे। खिलाड़ियों में कबड्डी प्लेयर ने कहा कि वे आज रोष धरने में अपनी सोने की चैन बेच कर उससे मिले पैसों पर आए हैं।

धक्केशाही: सीएम ने मांगी माफी

पंजाब सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पैरा प्लेयर्स के रोष प्रदर्शन के दौरान पुलिस की ज्यादती पर उनके माफी मांगी है। कैप्टन ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए प्लेयर्स से बात की और कहा कि उन्होंने जिस तरह से देश और पंजाब का नाम ऊंचा किया है उसके लिए उन्हें नौकरी और हक दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि खेल विभाग को इस बारे में कह दिया गया है। सीएम ने कहा कि हम खिलाड़ियों की तरक्की और उनकी भलाई के लिए पूरी तरह से वचनबद्ध हैं।

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