दीपावली पर सुंदर आकर्षक सामान बनाकर लगाई एग्जिबिशन, दर्शकों ने खूब सराहा
- रेणुका हॉबी क्लासेज के माध्यम से चाइनीज सामानों को छोड़ हैंड मेंड़ को अपनाने की कर रही अपील | Baraut News
बड़ौत (सच कहूँ/सन्दीप दहिया)। बडौत नगर (Baraut Nagar) में मोहल्ला तीरगरान में स्थित रेणुका हॉबी क्लासेज की संचालिका रेणुका जैन पिछले 27 वर्षों से हैंड मेड सामानों को बनाकर आम जनमानस से चाइनीज और मशीनी सामानों को छोड़ स्वदेशी अपनाने की अपील कर रही है। इस कार्य मे उनकी बेटी खुशी जैन उनका पूरा सहयोग कर रही है। दीपावली, रक्षाबंधन, और अन्य भारतीय पर्वो पर रेणुका जैन और उनकी सहयोगी महिलाएं अपने हाथों से सुंदर और आकर्षक सजावटी सामान बना कर उनकी प्रदर्शनी लगाकर सभी को हैंड मेड स्वदेशी सामान खरीदने के लिए प्रेरित करती है। Baraut News
इस कार्य के लिए उन्हें अनेको बार सामाजिक संगठन और प्रशासन द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है। वे समय समय पर जरूरतमंद महिलाओं के लिए ब्यूटी पार्लर और पर्वो के लिए सजावटी सामान बनाना सिखाने की कक्षाएं भी निशुल्क कराती है। रेणुका जैन ने बताया कि वह 27 साल से अपना काम कर रही हैं उनके सिखाए छात्राओं और महिलाओं ने अनेको पार्लर खोल कर अपनी आजीविका शुरू की है। वे समय समय उनकी सिखाई चीजों की प्रदर्शनी लगाकर उन्हें मार्केट में सप्लाई करके भी अपने हुनर को नया रंग रूप दे रही हैं। उन्होंने इन्हीं विषयों से संबंधित 100 से भी ज्यादा निशुल्क क्लासेस लगाई हैं और बड़ी संख्या में छात्राओं ने इसका लाभ उठाया है। अभी भी 2 दिन की निशुल्क क्लास दीपावली के अवसर पर उनके सेंटर पर चलाई जाएगी। Baraut News
अपने सेंटर पर दीपावली के लिए सुंदर सामानों की एग्जीबिशन लगाते हुए उन्होंने बताया इस वर्ष उनके सेंटर पर खास आकर्षण का केंद्र है पटाखे की शेप की चॉकलेट जो हाथ से बनाई गई है, हाथ से बनी साबुन जिसमें कोई केमिकल और प्रिजर्वेशन नहीं है, साथ ही यह प्योर वेज भी हैं। साथ ही पटाखे की शेप की कैंडल भी सबका मन मोह रही हैं। इन्हें देखकर नहीं लगता कि यह कैंडल है, देखने पर आभास होता है कि यह पटाखे रखे हुए हैं और हाथ से बनी मिठाई की शेप की कैंडल है इन्हें देखकर कोई अंदाजा नहीं लगता कि यह मिठाई है या मोमबत्ती। उन्होंने ग्रामीण परिवेश को अपनाते हुए इस वर्ष दीपावली की थीम जूट वर्क को रखा है। जूट से बने हैंगिंग्स, कैंडल, डेकोरेशन वॉल क्लॉक, शुभ लाभ, लक्ष्मी गणेश जी तोरण, लाइट वाले तोरण, और जूट से बने लाइट वाले आइटम लोगों को बहुत ही भा रहे हैं।
इस वर्ष जूट का वर्क धूम मचा रहा है। साथ ही वुडन वर्क रंगोली भी सबको बहुत पसंद आ रही है। इस समय मिरर वर्क से बने लिप्पन आर्ट जो ग्रामीण सभ्यता का नया रंग रूप है साथी ही मोसैक वर्क से बनी रंगोली और हैंगिंग्स भी उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि यह सभी हमारी प्राचीन कलाओं का नया रंग रूप है। वॉल पेंटिंग भित्ति चित्र का जो कि हमारी प्राचीन कला है उसी का नया रूप है वॉल पेंटिंग जो बहुत ही सुंदर है। इसके साथ ही एग्जीबिशन में हाथ से बने हैंगिंग्स, बंधनवार, कैंडल, रंगोली, क्ले वर्क से बने कट आउट,की होल्डर, पेंटिंग्स, पेपर मैसि वर्क, हाथ से बनी पटाखा चॉकलेट, सेंड रंगोली, पानी से जलने वाले दिए आदि प्रस्तुत किए गए। इस अवसर पर रजनी जैन, नेहा जैन, पूजा जिंदल, नेहा गोयल, अंशिका जैन, खुशी जैन, रिद्धि जैन, मीनाक्षी, रेणु गर्ग, आदि ने विशेष सहयोग किया। Baraut News
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