सैकड़ों लोगों को डेरा सच्चा सौदा के साथ जोड़ गए सचखंडवासी अशोक इन्सां (मसाले वाले)

  •  डेरा सच्चा सौदा के साथ जुड़ने के बाद कारोबार पहुंचा शिखरों पर

  •  मानवता भलाई के कार्यों में हमेशा अग्रणी रहे, साल 1994 से जुड़े थे डेरा सच्चा सौदा के साथ

पटियाला। (सच कहूँ/खुशवीर सिंह तूर) सचखंडवासी और शरीरदानी अशोक इन्सां (अशोक मसाले) पुत्र सुन्दर लाल की डेरा सच्चा सौदा के साथ जुड़ने के बाद जिन्दगी ही बदल गई। अशोक इन्सां ने जहां सैकड़ों लोगों को डेरा सौदा के साथ जोड़ा, वहीं धीमी गति से चल रहा कारोबार ऐसे कुछ ही समय में शिखरों पर पहुंचा कि पटियाला ही नहीं बल्कि आसपास के क्षेत्रों में अशोका मसाले के नाम से विशेष पहचान बन गई।?

हासिल जानकारी के अनुसार अशोक इन्सां डेरा सच्चा सौदा के साथ सन् 1994 में जुड़े, जिसके बाद उन्होंने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा। अशोक इन्सां के परिवारक सदस्य बताते हैं कि डेरा सच्चा सौदा के साथ जुड़ने से पहले वह नशे में चूर रहते थे और बहुत ज्यादा शराब का सेवन करते थे। जब वह एक बार अपने साथियों के साथ शराब पी रहे थे तो उस समय किसी ने पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के पावन प्रवचनों की सीडी चला दी और अशोक इन्सां पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन मधुर आवाज के इतने दीवाने हो गए कि उन्होंने डेरा सच्चा सौदा जाने की ठान ली और अपने साथियों के साथ डेरा सच्चा सौदा पहुंच गए।

इसी दौरान ही उन्होंने पूज्य गुरू जी से नाम की अनमोल दात हासिल की। इसके बाद अशोक इन्सां का जीवन ही बदल गया और वह पूज्य गुरू जी द्वारा चलाए जा रहे मानवता भलाई के कार्यों के साथ जुड़ गए। अशोक इन्सां ने अपने परिवार को भी डेरा सच्चा सौदा के साथ जोड़ा और उसके बाद हर सत्संग और हर पावन भंडारे पर उन्होंने नाम वाले जीवों को ले जाने का प्रण ही कर लिया। अशोक इन्सां ने इसी दौरान ही अपना कारोबार अपने नाम पर अशोक मसाले के नाम पर शुरू कर लिया।

साल 2007 और 2017 में घटी घटनाओं दौरान

अशोक इन्सां के भाई भारती इन्सां व उनके पुत्र दीपक इन्सां बताते हैं कि उनके द्वारा सभी रिश्तेदारों, दोस्तों-मित्रों, यहां तक कि पटियाला के त्रिपड़ी क्षेत्र में अनेकों दुकानदारों सहित अन्य सैकड़ों लोगों को पूज्य गुुरू जी से नाम की अनमोल दात दिलवाई। अशोक इन्सां डेरा सच्चा सौदा द्वारा चलाए जा रहे मानवता भलाई के 142 कार्यों में दिन-रात जुटे रहे। इसके साथ ही उनका कारोबार दिन दुगुनी, रात चौगुनी तरक्की करने लगा और पटियाला ही नहीं बल्कि आसपस के क्षेत्रों में भी अशोक मसाले के नाम का बोलबाला हो गया। साल 2007 और 2017 में घटी घटनाओं दौरान भी वह चट्टान की तरह डेरा सच्चा सौदा के साथ डटे रहे

और उनके शोरूम में पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के बड़े-बड़े पावन स्वरूप ज्यों के त्यों लगे रहे। बीते दिनों अचानक वह अपनी स्वासों रूपी पूंजी पूरी कुल मालिक के चरण कमलों में सचखंड जा बिराजे और परिवार द्वारा उनका पार्थिव शरीर डेरा सच्चा सौदा के मानवता भलाई के कार्यों के तहत मेडीकल रिसर्च के लिए दान किया गया। उनके नमित्त रखी अंतिम अरदास स्वरूप नामचर्चा डेरा सच्चा सौदा नूरानी धाम पटियाला में 22 जुलाई दिन शुक्रवार को सुबह 11 बजे से 1 बजे तक हो रही है, जहां बड़ी संख्या में साध-संगत और पारिवारिक सदस्य उनको श्रद्धा के फूल भेंट करेंगे।

शाही बेटी गुरअंश इन्सां की शादी दीपक इन्सां के साथ हुई

सचखंडवासी अशोक इन्सां की सेवाभावना व सतगुरू से उनकी प्रीत इतनी जबरदस्त थी कि पूज्य गुरू जी ने दात के रूप में उनके बेटे दीपक इन्सां के साथ शाही बेटी गुरअंश इन्सां की शादी वर्ष 2019 में करके परिवार को अपना स्नेह दिया। शाही बेटी गुरअंश इन्सां को पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने अपनी बेटी का नाम दिया है। अशोक इन्सां की बेटी सुनैना इन्सां अपने पति राहुल इन्सां के साथ मेलबॉर्न (ऑस्ट्रेलिया) में है।

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