देखिये, बरनावा आश्रम की पावन धरती, जहां एमएसजी की रहमतों का हो रहा कमाल

Barnava
Barnava देखिये, बरनावा आश्रम की पावन धरती, जहां एमएसजी की रहमतों का हो रहा कमाल

बरनावा। आज आपको सतगुरु की रहमत का कमाल दिखाते हैं, यह तस्वीर आप देखिए, थोड़ा, गौर से, देखिए, यह फसल है मक्की की, जिसे पंजाबी में छल्ली भी कहते हैं, यहां यह शानदार फसल अपने आप में किसी अजूबे से कम नहीं क्योंकि यह फसल किसान की दिन-रात मेहनत के बाद भी मुश्किल से आमतौर पर जहां चार से पांच फुट लंबी होती है और उसमें भी बहुत कम ही ऐसा होता है कि मक्की के दाने अच्छी मात्रा में पैदा हों।

लेकिन यहां सतगुरु की रहमत का कमाल नहीं तो और क्या कहेंगे, फसल भी शानदार और पौधे की लम्बाई कम से कम 8 से 10 फुट। लंबी भी। इतना ही नहीं इस फसल में मक्की के हर पौधे पर भुट्ठे भी अनेक और भुट्ठे में दाने भी दूसरों की फसलों से कहीं ज्यादा हैं।

ये खेत हैं उत्तर प्रदेश स्थित शाह सतनाम जी आश्रम बरनावा के और इन खेतों में किसी रासायनिक खाद या दवाइयों का इस्तेमाल भी नहीं किया गया बल्कि फसल पुरी तरह से ऑर्गेनिक है। मालूम हो कि ये फसल इतनी शानदार क्यों हैं, अब आप इस फसल के शानदार होने का राज देखिए, इसी खेत में पिछले साल नवंबर 2022 में पूज्य गुरु संत डॉ गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने खुद जुताई की थी, जो घास यहां पर उगी हुई थी उसको आधुनिक तकनीक से जैविक खाद में परिवर्तित किया गया जिसका परिणाम अब आप सबके सामने है। इसे ही तो कहते हैं सतगुरु की रहमत का कमाल। हमारे पूज्य गुरु जी ना सिर्फ ज्ञान, योगी हैं बल्कि कर्म योगी भी हैं। पहले खुद मेहनत करके दिखाते हैं और बाद में हमें सिखाते हैं तभी तो हम सबके लिए हमारे पूज्य गुरु जी प्रेरणा के स्रोत हैं।