Sirsa News: ओलावृष्टि से बर्बाद फसलों के मुआवजे को लेकर किसानों ने दिया धरना

सरसा (सुनील वर्मा)। हरियाणा के सिरसा जिला (Sirsa News) में पिछले तीन रोज से रुक-रुक कर हो रही बारिश के बाद शुक्रवार शाम को हुई तेज ओलावृष्टि व आंधी से करीब-करीब पककर तैयार सरसों, गेहूं व सब्जी की फ सल को भारी नुकसान है। फसल के तबाह होने से क्षेत्र के पीड़ित किसानों ने शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़ी विभिन्न किसान जत्थेबंदियों से जुड़े पदाधिकारियों के साथ जिला मुख्यालय पहुंचकर धरना दिया ओर तत्पश्चात मुख्यमंत्री को संबोधित मुआवजे की मांग का एक ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा।

बारिश से फसलें बर्बाद | Sirsa News

वहीं दूसरी ओर बिजली व जेल मंत्री रणजीत सिंह रानियां क्षेत्र के प्रभावित गावों मेंं गए ओर किसानों से मिलकर ढांढस बंधवाया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए की 15 अप्रैल से पहले हरगिज विशेष गिरदावरी हो ताकि किसानों को मुआवजा मिल सके। बता दें कि सिरसा जिला प्रदेश में सर्वाधिक गेहूं उत्पादन वाला क्षेत्र है,अबकी बार यहां दो लाख 76 हजार हैक्टेयर में गेहूं,80 हजार हेक्टेयर में सरसों व तीन हजार हैक्टेयर में चना फसल के अलावा सब्जी की बुवाई है।

50 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजे की मांग की | Sirsa News

शनिवार को सिरसा में उपायुक्त कार्यालय के सामने संयुक्त किसान मोर्चा के घटक संगठनों अखिल भारतीय किसान सभा (अजय भवन),भारतीय किसान यूनियन ( उग्राहा) , पगड़ी संभाल जट्टा और अखिल भारतीय किसान सभा द्वारा ओलावृष्टि , बैमौसमी बरसात व तेज अंधड़ की वजह से बर्बाद हुई फ सल,सब्जी व हरा चारा की भरपाई के लिए धरना लगाया। किसान संगठनों ने राज्य सरकार से प्रति एकड़ 50 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजे की मांग की। धरने की बाद उपायुक्त सिरसा के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। कृषि उप निदेशक डा.बाबू लाल ने बताया कि औलावृष्टि से खराब हुई फ सल का मुआयना किया जा रहा है,कल तक रिर्पोट तैयार करदली जाएगी। उन्होंने बताया कि गेहूं व सरसों के अलावा सब्जी की फ सल तैयार थी,बेमौसमी बरसात व ओलावृष्टि की मार पड़ी है।

धरनारत्त किसानों को संबोधित करते हुए किसान नेता स्वर्ण सिंह विर्क ने कहा कि सिरसा जिले में भारी बरसात ओलावृष्टि एवं तेज आंधी की वजह से गेहूं , सरसों तथा चना के अलावा सब्जियों की काश्त का एरिया जोकि बहुत ज्यादा है तबाह हो गया है , हरा चारा की फसल भी बर्बाद हो चुकी है। कामरेड विर्क ने कहा कि मजदूर जोकि मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करता है।

उसकी मजदूरी की सम्भावनाएं भी समाप्त हो गई है । सीमान्त किसानों ने पट्टे पर लेकर खेती कर रखी है । सब्जी किसानों ने पट्टे पर लेकर सब्जी बुआई कर रखी थी । इन सभी का बहुत बड़ा आर्थिक नुक्सान हो चुका है,जिसकी भरपाई करना अति आवश्यक है । विर्क ने हरियाणा सरकार से अपील की है कि फ सलों , सब्जियों एवं हरे – चारे के नुक्सान वाले क्षेत्र में स्पेशल गिरदावरी करवाकर जिन किसानों का 100 प्रतिशत नुक्सान हुआ है उनको कम से कम 50 हजार रुपए प्रति एकड़ भरपाई की जाये । जिनका 50 प्रतिशत नुक्सान हुआ है उनको 25 हजार रुपए प्रति एकड़ भरपाई किया जाये।

भरपाइ का दो गुणा प्रति एकड़ दिया जाये

सब्जी उत्पादकों का उत्पादन खर्चा बहुत ज्यादा होता है इसलिए सब्जी उत्पादकों को उपरोक्त भरपाई का दो गुणा प्रति एकड़ दिया जाये। सभी किसानों को जिनकी फसलें हवा के कारण जमीन पर गिर गई है। उन्हें कम से कम 15 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाये । मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार को भेजे ज्ञापन में संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा जल्द से जल्द नुक्सान की भरपाई करने की मांग की गई है । किसान सभा को भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहा के किसान नेता रघुबीर नकौड़ा , अखिल भारतीय किसान सभा से हमजिंदर सिद्धू , सुखदेव जम्मू , पगड़ी संभाल जट्टा के रंजीत सिंह राणा , एडवोकेट गुरतेज बराड़ , प्रितपाल सिद्धू , तिलक राज , रोशन सुचान , बलजीत सिंह सिंहपुरा , भोला सिंह , राजेंद्र बेनीवाल , राजेंद्र रूपवास , कामरेड सुरजीत सिंह , कुलदीप सुखचैन , दर्शन मास्टर बड़ागुड़ा ,जगदीश सरपंच बड़ागुड़ा , निछतर सिंह , पाला सिंह चीमा , करें रामभज सुचान, गुरदीप सिंह पंच , राजपाल सिंह आदि किसान नेता उपस्थित थे।

उधर,सिरसा लोकसभा के पूर्व सांसद व आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. अशोक तंवर ने सिरसा जिले के विभिन्न गांवों में हुई भारी ओलावृष्टि पर चिंता जताई है। यहां जारी बयान में डॉ. तंवर ने कहा कि शुक्रवार को सिरसा जिले के कई गांवों में भारी ओलावृष्टि हुई है जिससे किसानों को बहुत नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि सिरसा लोकसभा क्षेत्र के पन्नीवाला मोटा,खारिया,साहूवाला आकद क्षेत्र में कल की भारी ओलावृष्टि और बारिश से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा। डॉॅ. तंवर ने इस नुकसान को लेकर विशेष गिरदावरी करवाए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार नुकसान का विवरण मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर देने की बात कहती है जबकि हकीकत यह है कि साइटें न चलने की वजह से हर रोज किसानों को काफी दिक्कतें आ रही हैं।

हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने शनिवार को जिला के लगभग दो दर्जन गांवों के खेतों का दौरा कर बारिश, ओलावृष्टि से प्रभावित फसलों का निरीक्षण कर खराबे का जायजा लिया। बिजली मंत्री ने नकोड़ा, हिम्मतपुरा, जीवन नगर, संत नगर, दमदमा, धर्मपुरा, हारनी खुर्द, करीवाला, हरिपुरा, भड़ोलियांवाली, बालासर, मोहम्मदपुरिया, कुस्सर, मैहना, खारियां, बुखारा, पीरखेड़ा, मोडांवाली, खुइयां नेपालपुर, कर्मगढ, साहूवाला प्रथम आदि गांवों के खेतों का निरीक्षण किया। बिजली मंत्री ने किसानों से रूबरू होते हुए कहा कि किसान घबराए नहीं, हरियाणा सरकार सबके नुकसान की भरपाई करवाएगी।

इसके लिए वे मुख्यमंत्री मनोहर लाल से बात भी करेंगे और उनके समक्ष क्षेत्र में बारिश व ओलावृष्टि से हुए नुकसान की जानकारी रखेंगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे फसलों का सटीक और सही आकलन करके ही नुकसान की रिपोर्ट 15 अप्रैल तक भेजें ताकि किसानों को उनकी फसलों का सही मायने में पूरा मुआवजा मिल सके।

बिजली मंत्री ने बताया कि किसान अपनी फसल के नुकसान की जानकारी ई-फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल पर तय समय यानी 72 घंटे में दर्ज कर सकते हैं ताकि खराब हुई फसलों का समय पर मुआवजा उन्हें दिया जा सके। बिजली मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश में बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि के कारण खराब हुई फसलों की विशेष गिरदावरी 15 अप्रैल तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं ताकि किसानों को पूरा मुआवजा वितरित किया जा सके। उन्होंने कहा कि किसानों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी का सामना न करना पड़े, इसलिए जल्द से जल्द सभी कार्य को पूरा करें।

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