बार बार मांग के बावजूद भोगपुर टापू के बीच में पुल न लगाने पर लोकसभा चुनाव का ग्रामीणों ने किया बहिष्कार

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Khizrabad News: बार बार मांग के बावजूद भोगपुर टापू के बीच में पुल न लगाने पर लोकसभा चुनाव का ग्रामीणों ने किया बहिष्कार

तहसील जगाधरी पहुंचने के लिए करना पड़ता है 40 किलोमीटर का सफर

खिजराबाद (सच कहूं/राजेन्द्र कुमार)। Khizrabad News: भोगपुर टापू माजरी के बीच पुल लगाने की मांग केवल कागजों तक सीमित होकर रह गई है। दर्जनों गांवों के लोग यहां पुल लगने की मांग को लेकर स्थानीय विधायक से लेकर मंत्रीतक तक गुहार लगा चुके हैं लेकिन समस्या ज्यों कि त्यों है। ग्रामीणों को अपने खेतों व सरकारी कामों के लिए अपनी तहसील जगाधरी जाने के लिए यूपी के शाहजहांपुर से होते हुए लगभग 40 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है। ऐसे में धन के साथ-साथ समय की बर्बादी होती है। परेशान ग्रामीणों ने इस बार लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने की घोषणा की है। Khizrabad News

ग्रामीण श्याम सिंह गुर्जर, अजय सरपंच प्रतिनिधि, गांधी राम नंबरदार, मांगेराम नंबरदार, नकली राम चैयरमेन, बलिंदर सिंह, पूर्व सरपंच अशोक कुमार, जसवीर सिंह, आनंद कुमार, रोहित कुमार आदि का कहना है कि गांव में आजादी के सात दशक बाद भी पुल नहीं लग पाया। सरकार की लापरवाही के चलते लोगों को यमुना पार कर अपनी तहसील जगाधरी आना पड़ता है। लोगों ने बताया कि यह हरियाणा के 2 गांव है ओर लगभग 15 हज़ार बीघा जमीनें है जो यमुना पार है। जरूरी कामों के लिए जगाधरी आने के लिए उनको लगभग 40 किलोमीटर लंबा सफर कर तय करना पड़ रहा है। उनकी तहसील जगाधरी पड़ती है। जिला यमुनानगर है लेकिन गांव यमुना पार यूपी में पड़ता है। यूपी की तरफ हरियाणा के घोड़ो पीपली ,टप्पू माजरी आदि गांव की लगभग 15000 बीघा जमीनें है जिसका रकबा हरियाणा का है लेकिन यमुना पार पड़ता है।

बीड टापू ओर जोधपुर बेचिराग गांव | Khizrabad News

लोगों ने बताया कि बीडर टाप्पू और जोधपुर बेचिराग गांव है जहां पर सन 1977, 78 में बाढ़ से पहले यहां लोग निवास करते थे लेकिन बाढ़ के बाद यहां यमुना ने रुख बदल दिया और उसके बाद लोग घोड़ो पिपली टप्पू माजरी समेत विभिन्न गांव में जाकर बस गए। ऐसे में यमुना ने अपना रुख हरियाणा की तरफ कर लिया। जिससे हरियाणा का कुछ रखवा यूपी की तरफ चला गया। वहां उन लोगों ने अपने डेरे घर बना लिए। ऐसे लगभग घोड़ों पिपली और टप्पू माजरी दो गांव जो यमुना पार बसे हुए हैं। ऐसे में इन लोगों को हरियाणा के जगाधरी में अपने कामों के लिए आने के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

पुल की गुहार लगाते लगाते थक गए लोग

श्याम सिंह गुर्जर ने बताया कि बाढ़ के बाद गांव का रकबा यमुना के दोनों तरफ रह गया। तब से लोग यहां पुल लगने की गुहार लगा रहे हैं लेकिन किसी भी सरकार ने यहां पुल लगाने की जहमत तक नहीं उठाई। मजबूरन ऐसे में अब ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने की ठानी। Khizrabad News

ठंड बस्ते में पुल लगाने का एस्टीमेट

ग्रामीणों के अनुसार 2022 में एक्स ई ई एन यमुनानगर द्वारा यहां लगने वाले पुल का एस्टीमेट होने की बात कही थी लेकिन अब 2 साल बीत जाने के बाद भी लोगों को निराशा ही हाथ लगी। लोगों का आरोप है कि सरकार ने पुल लगाने का एस्टीमेट दिखाकर उनका गुमराह किया। इस बार ग्रामीणों ने भी सरकार के नुमाइंदों को सबक सिखाने की बात कही है। Khizrabad News

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