जिले में हरियाणा दिवस पर चलेगा पशुओं को मुंह खुर-गलघोंटू रोग से बचाने के लिए टीकाकरण अभियान

Vaccination campaign sachkahoon

4.63 लाख पशुओं को लगाया जाएगा मुंह खुर-गलघोंटू रोग का टीका

सच कहूँ/सुनील वर्मा, सरसा। पशुपालन विभाग हरियाणा दिवस 1 नवंबर से पशुओं को गलघोंटू व मुंह खुर बीमारी के बचाव के लिए 30वें चरण का टीकाकरण अभियान शुरू करेगा। अभियान के तहत जिले के कुल 4 लाख 63 हजार पशुओं को टीके लगाएं जाएंगे। पशुपालन एवं डेयरी विभाग के कर्मचारियों द्वारा घर-घर जाकर टीकाकरण किया जाएगा। इसके अतिरिक्त यह वैक्सीन जिले में स्थित सभी गौशालाओं व नंदीशालाओं के सभी योग्य पशुओं को भी लगाई जाएगी। जिला में टीकाकरण हेतु वैक्सीन की खेल सरसा पहुंच चुकी है।

जिसका विभाग द्वारा गठित कमेटी ने मौके पर पर कोल्ड चैन सही होने बाबत निरीक्षण किया। इसके अतिरिक्त विभाग के उपनिदेशक डा. बांसल ने सभी टीमों को टीके के उचित तापमान पर रखने हेतू कोल्ड चेन मेंटेन करने व प्रत्येक पशु के स्वच्छ सूई द्वारा टीकाकरण करने बाबत निर्देश दिए। बता दें कि पशुपालन विभाग का पशुओं को इन बीमारियों से बचाने के लिए साल में दो बार स्पेशल टीकाकरण अभियान चलता है। छह महीने में एक बार पशु को टीका लगाया जाता है। पशु चिकित्सक इस अभियान के तहत दुधारू पशु गाय व भैंस को टीका लगाते हैं। पहला अभियान अक्टूबर से दिसंबर तक व दूसरा अभियान फरवरी से लेकर अप्रैल के करीब तक होता है। इस टीकाकरण का मुख्य उद्देश्य पशुओं को जानलेवा बीमारियों से बचाना है।

जानिये पशुओं में रोगों के लक्षण

सघन पशुधन विकास परियोजना सरसा के उपनिदेशक डा. विद्यासागर बांसल ने बताया कि मुंहखुर एक छूत का रोग है। जिससे प्रभावित पशुओं द्वारा पैर का पटकना, पशुओं के खुर के आसपास सुजन, पशुओं द्वारा लंगड़ाना ,पशु के घाव में खून आना, कीड़े पडऩा व मुँह व पैरों में छाले होना आदि इनके मुख्य लक्षण है। जबकि गलघोंटू में पशुओं को साँस लेने में कठिनाई, गर्दन में सोजिश व बुख़ार जैसे लक्षण होते हैं। इसलिए इन रोगों से पशुओं को बचाने के लिए टीकाकरण जरूर करवाना चाहिए। यह टीका चार माह से अधिक उम्र के सभी गाय/भैंस प्रजाति के पशुओं को लगाया जाएगा तथा निर्माता कंपनी ने सात महीने से ऊपर गाभिन पशुओं को यह टीका ना लगाने बाबत हिदायत दी है।

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60 टीमें पशुपालकों के घर द्वार पर करेगी टीकाकरण

मुंह खुर-गलघोंटू संयुक्त टीकाकरण के लिए जिले में विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की कुल 60 टीमें बनाई गई है। जोकि कोविड-19 नियमों की पालना करते हुए पशु पालक के घर द्वार तक जाकर उनके सभी पशुओं का टीकाकरण करेंगी। यह टीका पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा निशुल्क लगाया जाएगा। सभी पशुओं को 12 अंकों के बार कोड वाला टैग लगाकर इनाफ पोर्टल पर पशुओं के पंजीकरण व पशुपालक से संबंधित जानकारी दर्ज की जाएगी। इस डाटा के आधार पर सरकार पशुपालकों के हितार्थ भावी योजनाओं का क्रियान्वयन भी करती है।

पशुओं को मुंह खुर-गलघोंटू रोग से बचाने के लिए विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए पशुपालन एवं डेयरी विभाग की 60 टीमें तैयार की गई है। अभियान की शुरूआत हरियाणा दिवस एक नवंबर से होगी।

डा. विद्यासागर बांसल, उपनिदेशक, पशु पालन व डेयरी विभाग सरसा।

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