प्रदेश के 11 लाख गरीब परिवारों को नहीं मिलेगा अब सरसों का सरकारी तेल

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सरकार के पास नहीं सरसों का तेल, अगले आदेशों तक सरसों के तेल की राशन डिपो से सप्लाई पर रोक

सच कहूँ/अनिल कक्कड़, चंडीगढ़। प्रदेश के गरीब एवं मजबूर बीपीएल परिवारों के लिए कोरोना की बीमारी बड़ी मुश्किलें लेकर आई है। गैस की सब्सिडी के बाद, दालों में कटौती और अब सरकारी राशन डिपो पर मिलने वाला सरसों का तेल भी उनके नसीब में नहीं होगा। खट्टर सरकार ने मुश्किल की इस घड़ी में अपनी मजबूरी गिनवाते हुए हैफेड के पास सरसों की उपलब्धता नहीं होने की दलील देते हुए राशन डिपो से सरसों की सप्लाई अगले आदेशों तक रोकने का ऐलान कर दिया है।

इस बाबत खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने पत्र जारी जानकारी दी। वहीं सरकारी सूत्रों की माने तो सरकार ने तेल की अनुपलब्धता को कवर करने के लिए गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों के खातों में दो लीटर तेल के 250 रुपए प्रति महीना के हिसाब से पैसा डाला जाएगा। विभाग ने कहा है कि हैफेड के पास सरसों की उपलब्धता न होने के कारण जून महीने में सरसों का तेल वितरित नहीं किया जाएगा। सरसों के तेल का वितरण अगले आदेशों तक रोक दिया गया है। प्रदेश में राशन की दुकानों पर खाद्यान्न के साथ साथ सरसों का तेल भी लाभार्थियों को दिया जाता था। इस फैसले से राज्य के 11 लाख गरीब परिवारों को बड़ा झटका लगने वाला है।

20 रुपए प्रति लीटर मिलने वाला तेल अब मिलेगा महंगा

सरकार के इस फैसले के बाद गरीब परिवारों को जो तेल 20 रुपए प्रति लीटर राशन डिपो से मिलता था अब वो बाजार से 175 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा के हिसाब से लेना पड़ेगा। बता दें कि हरियाणा में अंत्योदय अन्न योजना और गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों को हर महीने दो लीटर सरसों का तेल 20 रुपये प्रति लीटर प्रति परिवार की दर से उपलब्ध कराया जाता है। प्रदेश में एएवाई (गुलाबी कार्ड) राशन कार्डों की संख्या दो लाख 48 हजार 134 और बीपीएल (पीला कार्ड) के आठ लाख 92 हजार 744 राशन कार्ड हैं जिन्हें रियायती दरों पर सरसों तेल दिया जाता है।

250 रुपए की सब्सिडी का लॉलीपाप

प्रदेश या केंद्र की सरकार अब किसी वस्तु या सेवा का पूरा दाम वसूलती है और उसके बदले में सब्सिडी देने की बात करती है तो लोग विश्वास नहीं करते। मोदी सरकार की गैस सब्सिडी का उदाहरण सबके सामने है। वहीं कोरोना मरीजों को घर में क्वांरटाइन के वक्त 5000 रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से घोषित की गई राशि के लिए अब तक लोग इंतजार कर रहे हैं, उन्हें ये तक नहीं पता कि ये राशि कहां से कैसे मिलेगी, दावा ये किया गया था कि ये राशि सीधे उनके अकाउंट में आएगी, लेकिन कोई अता पता नहीं।

वहीं सरकार ने ऐलान किया था कि 5 हजार रुपए की कोरोना किट दी जाएगी, उसका भी कोई अता पता नहीं। सरकार की अन्य सहायता स्कीमें जो कि अब सीधा आधार और बैंक खातों से लिंक्ड हैं उनमें से कितना पैसा कब और किस किस को मिला इस बार में कोई जानकारी सरकार द्वारा जारी स्कीमों की वैबसाइट पर नहीं है।

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