13वें याद-ए-मुर्शिद नि:शुल्क विकलांगता निवारण शिविर का आगाज

नि:शक्त जनों को मुफ्त मिल रही उपचार एवं ऑपरेशन सुविधा

सरसा। डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक बेपरवाह साईं शाह मस्ताना जी महाराज की पावन स्मृति में सोमवार को शाह सतनाम जी स्पेशलिटी अस्पताल में 13वां ‘याद-ए-मुर्शिद नि:शुल्क विकलांगता निवारण शिविर’ का आगाज हुआ। शाह सतनाम जी रिसर्च एंड डिवेल्पमेंट फाउंडेशन, सरसा द्वारा आयोजित चार दिवसीय शिविर का शुभारंभ डेरा सच्चा सौदा के चेयरमैन डॉ. पी.आर. नैन इन्सां सहित मैनेजमेंट कमेटी व अस्पताल के चिकित्सकों ने ‘धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा’ का पवित्र नारा लगाकर व विनती के शब्द के साथ किया। शिविर में पहले दिन समाचार लिखे जाने तक अनेक मरीजों की जांच हो चुकी थी और ये सिलसिला जारी है। वहीं मरीजों का आॅप्रेशन के लिए चयन जारी है और कैलीपर के माप लिए जा रहे हैं।

इस अवसर पर डेरा सच्चा सौदा के चेयरमैन डॉ. पी.आर. नैन इन्सां ने कहा कि ये कैंप पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां का मानवता पर बहुत बड़ा उपकार है। जब ये कैंप शुरू किया गया तो उस समय पोलियो के मरीजों की संख्या अधिक होने के चलते पोलियो मरीजों पर ज्यादा फोकस था। लेकिन इसके बाद जैसे-जैसे समय बीतता गया तो पोलियो मरीज कम होते गए तो अब सभी प्रकार विकलांगता के मरीजों का उपचार इस कैंप में किया जा रहा है, जिनमें सेरिब्रल पैल्सि के शिकार बच्चे व अन्य मरीज भी शामिल हैं। ये 13वां विकलांगता निवारण शिविर है। शिविर में आने वाले मरीजों के आॅप्रेशन, खाना और रहना आदि सभी सुविधाएं नि:शुल्क दी जा रही हैं। इस कैंप का मुख्य मकसद यही है कि पूज्य गुरु जी की रहमत से समाज को बीमारियों से मुक्त किया जाए।

शाह सतनाम जी स्पेशलिटी अस्पताल की हड्डी रोग विशेषज्ञ व कैंप की इंचार्ज डॉ. वेदिका इन्सां ने बताया कि शिविर में जन्म से ही टेढ़े-मेढ़े पैर वाले (सीटीईवी), सेरिब्रल पैल्सि (सीपी) नामक बीमारी के मरीजों की जांच कर ईलाज किया जा रहा है। डॉ. वेदिका इन्सां ने बताया कि डिलीवरी के समय बच्चों में आॅक्सीजन की कमी के चलते सेरिब्रल पैल्सि के केस सामने आ रहे हैं। इसलिए गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी प्रशिक्षित डॉक्टर की देखरेख में ही करवानी चाहिए ताकि बच्चा स्वस्थ पैदा हो।

शाह सतनाम जी स्पेशलिटी अस्पताल के सीएमओ डॉ. गौरव अग्रवाल इन्सां ने कहा कि डेरा सच्चा सौदा द्वारा लगाए जा रहे कैंप में अपंगता संबंधी विभिन्न रोगों का आधुनिक तकनीकों से सुपर स्पेशलिस्ट चिकित्सकों द्वारा उपचार किया जाता है। अब तक इस कैंप में हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली सहित विभिन्न राज्यों से मरीज लाभ उठा चुके हैं। एक-एक मरीज को बुलाकर ही उनकी जांच की जा रही है। शिविर में श्री गुरुसर मोडिया हॉस्पिटल से फिजियोथेरेपिस्ट विशेषज्ञ डॉ. सर्बजीत कौर द्वारा विभिन्न कसरत करवाकर इन रोगों के सफल इलाज की जानकारी दी जा रही है। इसके साथ-साथ पूज्य माता आसकौर जी आयुर्वेदिक अस्पताल से डॉ. अजय गोपलानी आयुर्वेदिक पद्धति से दिव्यांगता का उपचार कर रहे हैं। शिविर में चयनित मरीजों के नि:शुल्क आॅपरेशन सोमवार रात से ही शाह सतनाम जी स्पेशलिटी अस्पताल के अत्याधुनिक आॅपरेशन थियेटरों में शुरू हो चुके हैं तथा आॅपरेशन के बाद मरीजों के ठहरने के लिए भी व्यवस्था की गई है।

बता दें कि वर्ष 2008 से हर वर्ष 18 अपै्रल को पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के पावन दिशा-निर्देशन में यह शिविर आयोजित हो रहा है। जिसमें अब तक हजारों मरीजों की जांच, 625 से अधिक के आॅपरेशन व सैकड़ों मरीजों को कैलीपर दिए जा चुके हैं। इसके अलावा जरूरतमंदों को ट्राइसाईकिल वितरण का सिलसिला भी वर्षभर चलता रहता हैं।

वर्णनीय है कि 29 अपै्रल 1948 को पूज्य बेपरवाह सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज ने डेरा सच्चा सौदा की स्थापना की थी और 12 साल तक सार्इं जी ने लोगों को राम-नाम से जोड़ा तथा लोगों को अंधविश्वास, नशे व अन्य सामाजिक बुराईयों से दूर कर प्रभु की प्राप्ति का सच्चा मार्ग दिखाया। इसके पश्चात 18 अपै्रल 1960 को पूज्य सार्इं जी ने डेरा सच्चा सौदा की बागडोर यानि गुरुगद्दी परम पिता शाह सतनाम जी महाराज को सौंप कर अनामी में समा गए।

ये चिकित्सक दे रहे सेवाएं

शिविर में हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. वेदिका इन्सां, मानसा से डॉ. पंकज शर्मा, हिसार से डॉ. संजय अरोड़ा व शाह सतनाम जी स्पेशलिटी अस्पताल का पैरा मेडिकल स्टाफ अपनी सेवाएं दे रहा है। इसके अलावा शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के सेवादार मरीजों की अपनों से भी ज्यादा सार-संभाल कर रहे हैं।

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