एक साथ 15 बमों को उड़ाने से हुआ जोरदार धमाका

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इंदिरा गांधी नहर (आईजीएनपी) की बुर्जी संख्या 253 से कुछ दूरी पर सूनसान रेगिस्तानी इलाके में एक साथ 15 बमों को एक ही धमाके में उड़ा दिया।

नहर में मिले बम सेना के दस्ते ने उड़ाए | Sri Ganganagar News

श्रीगंगानगर (सच कहूँ न्यूज)। सेना की बम डिस्पोजल स्क्वॉड (बीडीएस) की एक टीम ने आज दोपहर राजियासर थाना क्षेत्र में इंदिरा गांधी नहर (आईजीएनपी) की बुर्जी संख्या 253 से कुछ दूरी पर सूनसान रेगिस्तानी इलाके में एक साथ 15 बमों को एक ही धमाके में उड़ा दिया। इससे जोरदार धमाका हुआ। रेत और काले धुएं का गुब्बार काफी ऊंचाई तक देखा गया। धरती में भी कंपन महसूस हुआ। Sri Ganganagar News

पुलिस सूत्रों के अनुसार श्रीगंगानगर मिलिट्री स्टेशन (साधुवाली) से बीडीएस के एक मेजर नवनीत की अगुवाई में सेना के दस्ते को एक साथ 15 बम उड़ने की कार्रवाई में दो से तीन घंटे लगे। पहले मौके पर सेना की एक एडवांस टीम पहुंची, जिसने बमों को लगभग दो-तीन किमी दूर सूनसान रेगिस्तानी इलाके में सुरक्षित पहुंचाया। तत्पश्चात सभी बमों को डेटोनेटर (पलीता) से जोड़ा गया। बीडीएस टीम ने डेटोनेटर में विस्फोट कर सभी 15 बम एक साथ उड़ा दिए।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक यह बम अप्रैल तथा में महीना में इंदिरा गांधी नहर की मुख्य शाखा के जीर्णोद्धार कार्य के दौरान पानी की ली गई बंदी में बरामद हुए थे। लगभग 70 दिन की बंदी के दौरान नहर में पानी का प्रभाव बंद रहा। इस दौरान अलग-अलग स्थान पर नहर के तल में शक्तिशाली बम मिलते रहे। पिछले महीने भी इसी तरह नहर में बरामद हुए 7-8 बमों को धमाके के साथ उड़कर निष्क्रिय किया था। इसके बाद 15 बम और मिले। पुलिस जैसे-जैसे बम मिलते रहे, उन्हें एक स्थान पर सुरक्षित रखती रही। पिछले दिनों नहर में पानी छोड़ा गया। इन बमों के मिलने की सूचना पुलिस ने जिला प्रशासन के माध्यम से सेना के उच्च अधिकारियों तक पहुंचाई। तत्पश्चात सोमवार को बमों को धमका कर उड़ा दिया गया। Sri Ganganagar News

गौरतलब है कि सूरतगढ़ शहर, सदर और राजियासर थाना इलाकों में नहरों, खेतों और सूनसान स्थलों पर अक्सर बम मिलते रहते हैं। अधिकांशत:बम पुराने मगर जीवित ही होते हैं। इनको निष्क्रिय करने की कार्रवाई में कई दिन लग जाते हैं। इस इलाके में सूरतगढ़ सैनिक छावनी के अलावा महाजन फील्ड रेंज और बिरधवाल रेंज भी है। देश के दूर-दराज इलाकों से सेना की टुकड़ियों इस इलाके में अभ्यास के लिए आती रहती हैं। इस दौरान छोड़े गए बम बिना फटे पड़े रह जाते हैं, जो आंधियों की वजह से मिट्टी में दब जाते हैं। इसके अलावा लगभग 20 साल पहले बिरधवाल आयुध भंडार में भीषण आग लग गई थी। तब बड़ी तादाद में गोला बारूद दूर-दूर तक जा गिरा था। उसे समय के गिरे हुए बम भी अभी तक बरामद हो रहे हैं। Sri Ganganagar News

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