बजट 2021-22: बजट पर प्रधानमंत्री बोले-दिल में गांव और किसान

Narendra Modi

कांग्रेस ने कहा-बजट से खुले हैं निजीकरण के रास्ते

नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि वर्ष 2021-22 के बजट के दिल में गांव और किसान है। प्रधानमंत्री ने संसद में पेश बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह असाधारण परिस्थिति में पेश किया गया है जिसमें यर्थाथ का एहसास और विकास का विश्वास भी है। हमने विकास के लिए नए अवसरों को व्यापक बनाने, युवाओं के लिए नयी संभावनाओं के द्वार खोलने, मानव संसाधन को नई ऊंचाई देने, नए क्षेत्रों में ढांचागत विकास करने, तकनीक को अपनाने और नए सुधारों को लाने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि बजट में कृषि क्षेत्र पर जोर दिया गया है और यह आत्मविश्वास को बढ़ाने वाला है।

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यह बजट व्यक्तियों, निवेशकों, उद्योग एवं ढांचागत क्षेत्र में कई सकारात्मक बदलाव लाएगा। इससे लोगों की प्रगति होगी और सभी क्षेत्रों का विकास होगा। उन्होंने बजट को लोगों के जीवन में बदलाव लाने वाला बताते हुए कहा कि कोरोना संकट ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया था ऐसी परिस्थिति में यह बजट पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि ऐसा माना जा रहा था कि कोरोना संकट के कारण आम नागरिकों पर बोझ बढ़ेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होेंने कहा, ‘कोरोना के चलते कई एक्सपर्ट ए मानकर चल रहे थे कि सरकार आम नागरिकों पर बोझ बढ़ाएगी। लेकिन राजकोषीय स्थिरता के प्रति अपने दायित्वों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने बजट का साइज बढ़ाने पर जोर दिया।

सरकार ने बजट को पारदर्शी बनाने की सदैव कोशिश की

प्रधानमंत्री ने कहा कि बजट से कोरोना से लड़ने में मदद मिलेगी। इससे मानव संसाधन में विकास होगा, नए सुधार आएंगे तथा आधारभूत संरचना का विकास होगा। उन्होंने कहा कि बजट में सरकार ने राजकोषीय स्थिरता को बनाए रखते हुए बजट के आकार को बढ़ाने पर जोर दिया है और नागरिकों पर दबाव नहीं डाला है। सरकार ने बजट को पारदर्शी बनाने की सदैव कोशिश की है। बजट में नियमों और प्रक्रियाओं को सरल बनाकर आम लोगों के जीवन मे इज आॅफ लिविंग को बढ़ाने पर इस बजट में जोर दिया गया है।

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इसमें संपत्ति में वृद्धि और कल्याण से जुड़े क्षेत्रों पर ध्यान दिया गया है। ढांचागत विकास तथा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों पर विशेष फोकस है। उन्होंने कहा कि बजट में महिलाओं के जीवन को बेहतर एवं आसान बनाने की घोषणाएं कीं गयीं हैं। कई व्यवस्थागत बदलाव किए गए हैं जिससे रोजगार भी बढ़ेगा। एमएसएमई का बजट पिछले वर्ष की तुलना में दोगुने से अधिक किया गया है। मोदी ने कहा कि यह बजट आत्मनिर्भरता के रास्ते पर चल रहा है जिससे हर भारतीय की उन्नति होगी। इस बजट से नए दशक की एक बहुत मजबूत बुनियाद पड़ी है।

निजीकरण को मिलेगा बढ़ावा: कांग्रेस

लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि वर्तमान परिस्थितियों से उबरने के लिए संसद में आज पेश बजट 2021-22 को लेकर जो उम्मीद की जा रही सरकार वैसा बजट देने में असफल रही है और अत्यंत सामान्य बजट पेश कर सिर्फ निजीकरण को बढ़ावा देने का काम किया गया है। चौधरी ने यहां संसद भवन परिसर में बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बहुत सामान्य बजट है और इसमें कुछ भी खास नहीं है।

बजट में सिर्फ निजीकरण को बढ़ावा देने का रास्ता साफ हुआ है। कांग्रेस नेता ने कहा कि यह बजट कोरोना काल में पेश किया जा रहा था, इसलिए उम्मीद थी कि इसमें बहुत कुछ नया होगा। इसमें यह भी उम्मीद थी कि गरीबों को नकदी सीधी उनके खाते में जाएगी, लेकिन सरकार ने कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि यह सरकार सिर्फ निजीकरण को बढ़ावा दे रही है और सरकार पूरे देश को बेचने की कोशिश में लगी हुई है। इस बजट में सरकारी उद्यमों को निजी हाथों सौंपने की पूरी व्यवस्था की गयी है।

आज का बजट देश को बेचने का बजट है: संजय सिंह

आम आदमी पार्टी के नेता एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सोमवार को संसद में पेश किए गए आम बजट 2021-22 को देश को बेचने वाला बजट करार दिया है। सिंह ने बजट की आलोचना करते हुए ट्वीट किया, ‘आखिर ये देश किसका है? 130 करोड़ लोगों का या मोदी जी के 4 पूँजीपति मित्रों का? सपूत संपत्ति बनाता है, कपूत सम्पत्ति बेचता है। आज का बजट देश को बेचने का बजट है। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को संसद में वित्त वर्ष 2021 का बजट पेश किया है और इसी के प्रावधानों पर सिंह ने यह प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

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