डेरा सच्चा सौदा की डैप्थ मुहिम का दिखने लगा असर
- लाखो लोगों ने ली समाज को नशामुक्त करने की शपथ।
- 31 जरूरतमंद परिवारों को राशन व 150 गर्म वस्त्र किए वितरित
संगरिया ( सुरेन्द्र जग्गा)। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के मार्गदर्शन में डैप्थ मुहिम के तहत आज संगरिया की नई धान मंडी में दोपहर 12:00 से 2:00 बजे तक विशाल नामचर्चा का आयोजन किया गया। नाम चर्चा में उमड़े जनसैलाब से ऐसा लग रहा था कि डेरा सच्चा सौदा द्वारा चलाई गई डेप्थ मुहिम का असर होने लगा है। अब वह दिन दूर नहीं जब नशा मुक्त समाज की रचना होगी नाम चर्चा में उपस्थित समस्त साध-संगत व आमजन ने हाथ उठाकर समाज को नशा मुक्त करने का प्रण किया।
नामचर्चा में कविराज भाईयों ने भी अपने भजनों के माध्यम से लोगो को नशे रूपी दानव से दूर रहने का संदेश दिया। इसके अलावा पंडाल में लगी विशाल स्क्रीनों के माध्यम से डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के पावन वचनों का प्रसारण किया गया।
डेरा सच्चा सौदा की डैप्थ मुहिम का दिखने लगा असर
पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि देश के विकास में युवा वर्ग का सबसे बड़ा योगदान होता है। स्वस्थ और तंदरुस्त युवा देश के विकास को रफ्तार दे सकते हैं, लेकिन बहुत अफसोस की बात है कि आज भारत के युवा नशे के आदी होकर अपनी जिंदगी को नरक बना रहे हैं। नशा ‘नाश’ का दूसरा नाम है। जिसने भी नशे का दामन एक बार पकड़ लिया, उसे नशा मौत के मुंह तक तो ले ही जाता है, साथ ही उसके घर-परिवार का भी नाश कर देता है। नशा इनसान को हैवान भी बना देता है। नशा करने वाला इनसान अपने घर-परिवार के सदस्यों के साथ यहां तक कि अपने बच्चों के साथ भी क्रूरता भरा व्यवहार करने से गुरेज नहीं करता है।
मां-बाप अपने बच्चों को प्यार से पाल-पोसकर उनके भविष्य के लिए सुनहरे सपने संजोते हैं, लेकिन जब कोई बच्चा बचपन या जवानी की दहलीज पर पांव रखते ही नशे के दलदल में धंसना शुरू हो जाता है, तो मां-बाप के सपने उसी समय चकनाचूर हो जाते हैं। नशे के कारण आज तक पता नहीं कितने ही घर बर्बाद हो गए हैं और बहुत से नौजवान जवानी में ही कई बीमारियों के शिकार, तो कुछ मौत के मुंह में चले गए हैं। अंत में यही कहना उचित होगा कि जो लोग नशे के चंगुल में फंस चुके हैं या फंसने जा रहे हैं, उन्हें एक ही बात याद रखनी चाहिए कि नशा ‘नाश’ का दूसरा नाम है। ब्लाक भंगीदास ओम प्रकाश बुडानिया इन्सां ने बताया कि नामचर्चा की समाप्ति पर मानवता भलाई कार्यक्रम के तहत साध संगत द्वारा 31 जरूरतमंद परिवारों को एक माह का राशन व 150 बच्चों को गर्म वस्त्र कम्बल का वितरण किया गया।
यह रहे उपस्थित
नामचर्चा में सभी समितियों के जिम्मेवार भाई-बहन व साध संगत के अलावा के विधायक गुरदीप सिंह शाहपीनी,पूर्व प्रधान हरदीप सिंह शाहपीनी , पूर्व डायरेक्टर हरदेव सिंह ग्रेवाल गांव अमरपुरा के पूर्व सरपंच राजेंद्र मूंड पंचायती मित्र धौलू राम, पंचायत समिति डायरेक्टर विक्रम सिंह कलहरी, भाखरावाली के पूर्व सरपंच दयाल सिंह गुरुद्वारा कमेटी के पूर्व प्रधान मिट्ठू सिंह मोरजंड सिखान गांव के सरपंच मक्खन सिंह, गुरमीत सिंह लंबीढाव गांव के सरपंच प्रेम सिंह मान एनएम लॉ कॉलेज के मेंबर अंकित गोयल गांव जडवाला सिखान के सरपंच भगवान सिंह, गांव मिजार्वाली कि सरपंच दर्शना देवी के अलावा शहर के गणमान्य लोगों ने भाग लिया
यह रही व्यवस्थाएं
कार्यक्रम में उमड़े जनसैलाब को देखते हुए ब्लॉक के सेवादारों द्वारा किए गए सभी प्रबंध छोटे पड़ गए लेकिन फिर भी सभी जिम्मेवार भाइयों ने बड़ी ही सूझबूझ से पंडाल, ट्रैफिक, चिकित्सा, लंगर, कंटीन व स्टैज की व्यवस्थाओं को संभाला। नामचर्चा के दौरान सेवादारों के साथ पुलिस प्रशासन नगर पालिका, व्यापार मंडल ने अपना पूर्ण सहयोग दिया
नशा न करने की ली शपथ
कार्यक्रम के दौरान पूज्य हजूर महाराज संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इंसा के प्रवचनों से प्रभावित होकर लगभग 69 जनों ने भविष्य में कभी भी नशा न करने का प्रण किया और लिखित में अपने नाम दिए।
इनका कहना है –
संगरिया के विधायक गुरदीप सिंह शाहपीनी ने कहा कि डेरा सच्चा सौदा की तरफ से जो नशा मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है वह अति सराहनीय है हमारे क्षेत्र के युवा इनका सहयोग करें ताकि क्षेत्र से नशा अपने पैर ना पसार सके जो लोग नशा करते हैं उनको चिन्हित कर उनका इलाज करवाना चाहिए और इस मुहिम में मैं हमेशा साथ जुड़कर कार्य करता रहूंगा। पंचायत समिति डायरेक्टर विक्रम सिंह कलहरी का कहना है कि डेरा सच्चा सौदा की नशा मुक्ति मुहिम के तहत जो आज कार्यक्रम हुआ है उसका क्षेत्र में बहुत असर होगा जो युवा नशे की दलदल में डूब चुके हैं उनको बाहर निकालने के लिए जो प्रयास डेरा सच्चा सौदा कर रहा है वह काबिले तारीफ है मेरी यहां भी जरूरत पड़ेगी मैं तन मन धन से इनके साथ हूं।
मिजार्वाली मेर की सरपंच दर्शन देवी ने भी इस नशा मुक्ति अभियान की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए कहा कि डेरा सच्चा सौदा हमेशा से ही नशों के खिलाफ रहा है आज जो यह मुहिम देखने को मिल रही है जो जनता का सैलाब उमड़ पड़ा है इससे लगता है कि नशा’ जड़ से खत्म होगा।
समाजसेवी राज किंगरा ने भी नशा मुक्ति अभियान की सराहना करते हुए कहा कि संगरिया मंडी में ऐसा पहला कार्यक्रम हुआ जिसमें इतनी भीड़ देखने को मिली है डेरा सच्चा सौदा की साध संगत के अलावा आमजन भी यहां आज नशो के खिलाफ जंग में अपना हिस्सा डालने पहुंचा अवश्य इस मुहिम का असर होगा और युवा नशे की दलदल से बाहर निकल पाएंगे। डेरा सच्चा सौदा की 45 मेंबर कमेटी सेवादार बलजीत सिंह इंसा ने बताया कि पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने अपने बरनावा प्रवास के दौरान समाज को नशा मुक्त बनाने के लिए डेप्ट मुहिम का आगाज किया इस मुहिम का मुख्य उद्देश्य समाज को नशे से मुक्त करना है इस मुहिम के सार्थक परिणाम भी सामने आ रहे हैं।
दुकानदार ने लिया नशा नहीं बेचने का संकल्प
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा नशे रूपी दैत्य सहित अन्य सामाजिक बुराइयों से छुटकारा दिलाने का संदेश पिछले दिनों दिया गया था। उनके द्वारा शुरू की गई इस मुहिम का असर अब दिखने लगा है। गाँव खैरूवाला में एक दुकानदार सुभाष इन्सां ने पूज्य गुरु जी के वचनों पर अम्ल करते हुए अपनी दुकान में रखे बीड़ी, सिगरेट तम्बाकू और जर्दे के पैकेट निकाले और सड़क पर रख कर आग लगा दी। ब्लॉक भंगीदास रिंकू नागपाल ने बताया कि दुकानदार सुभाष इन्सां ने भविष्य में कभी भी नशे से सम्बन्धित उत्पाद नहीं बेचने का संकल्प लिया।
उन्होंने कहा कि इस के साथ-साथ अन्य लोगों को भी नशे से दूर रहने के लिए जागरूक करने का संकल्प लिया। 45 मैम्बर हरीश बजाज ने कहा कि इस तरह की सामग्री से रोजाना तीन चार हजार की बिक्री होती थी जिसे दुकानदार सुभाष ने अपने सतगुरु की प्रेरणा से त्याग दिया है और नशा मुक्त समाज की मुहिम में अपना योगदान दिया है। इस मौके पर 45 मैम्बर हरीश बजाज, 15 मैम्बर भूपेंदर सोनी, जोगेन्दर इन्सां, अमोलप्रीत, सरपंच शमशेर अली के पिता, मोमन राम, सतीश कुमार और अशोक कुमार टोहाना, मोमन राम, रामनारायण जालप, पवन कुमार, डॉ. रामदास, केसराराम, ओम प्रकाश आदि मौजूद थे।
Saint Dr. MSG की नशों के खिलाफ शुरू की गई DEPTH मुहिम का दिख रहा असर
नशा एक सामाजिक बुराई है। यह स्वच्छ समाज के लिए कलंक के समान है। नशा करने वाला व्यक्ति स्वयं का परिवार का वादा में समाज का नुकसान करता है। देश के विभिन्न राज्यों पंजाब में नशे की लत विषबेल की तरह फैल गई है। समाज में मादक पदार्थों का सेवन करने वाले एवं समाज में इसको बढ़ाबा देने वाले लोगो का हमें सामाजिक रूप से बहिष्कार करना चाहिए। हमारे लिए बीड़ी गुटखा चिलम तंबाकू ये सब है तन मन धन के डाकू हैं। जो हमें पूरी तरह से बर्बाद कर देते हैं। वहीं हमारी इसी नौजवान व युवा पीढ़ी को नशों से बचाने के लिए इन दिनों (DEPTH CAMPAIGN) डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां रूहानी यात्रा के दौरान आनलाइन सत्संग के माध्यम से नशों के खिलाफ आवाज बुलंद किया।
-:DEPTH:-
Drug
Eradication
Pan-India
Through
Health and Meditation
पूज्य गुरु जी समाज के गणमान्यजन लोगों व सरकार से नशों को रोकने के लिए कठोर कदम उठाने का आह्वान लगातार कर रहे हैं। इसका असर समाज में दिखने भी लगा है। रोजाना लाखों लोग नशा व बुराइयां छोड़कर इंसानियत के मार्ग पर अग्रसर हो रहे हैं। इसी क्रम में लक्ष्मणगढ़, राजस्थान निवासी पप्पू चौहान ने DEPTH मुहिम के तहत नशा छोड़ा और कहा कि मैं आज नशा त्याग रहा हूं और नारा लगाता हूं ‘धन धन सतगुरु तेरा ही आसरा’। आपको बता दें कि पूज्य गुरु जी बरनावा आश्रम में 40 दिन की रूहानी यात्रा पर आए थे और इस दौरान सत्संग कर हर रोज लाखों लोगों का नशा छूड़वाकर राम-नाम से जोड़ा।
नशा आदमी के फेफड़ों को खत्म कर रहा है: WHO
डब्लूएचओ के अनुसार, सिगरेट पीने की वजह से हर वर्ष 8 करोड़ टन कार्बन डाई आॅक्साइड पर्यावरण में मिल रही है, जिससे वायुमंडल जहरीला होता जा रहा है। इससे पता चलता है कि स्मोकिंग न केवल इन्सानों के फेफड़ों को खत्म कर रही है बल्कि पर्यावरण को भी तबाह कर रही है। ऐसे में अगर आप भी बीड़ी-सिगरेट, तम्बाकू की लत में फंसे हुए है तो जल्द ये छोड़ दे।
तम्बाकू एक धीमा जहर
तम्बाकू एक प्रकार के निकोटियाना प्रजाति के पेड़ के पत्तों को सुखा कर नशा करने की वस्तु बनाई जाती है। दरअसल तम्बाकू एक मीठा जहर है, तंबाकू निकोटिया टैबेकम पौधे से प्राप्त किया जाता है। यह एक धीमा जहर की तरह धीरे -धीरे आदमी की जान ले लेता है। सरकार को भी शायद यह पता नहीं कि तम्बाकू से वह जितना राजस्व प्राप्त करती है, उससे ज्यादा तम्बाकू से उत्पन्न रोगों के इलाज पर खर्च किया जाता है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि तम्बाकू के सेवन से जीवन शक्ति का ह्रास भी होता है। व्यक्ति को पता चल भी जाता है कि तम्बाकू का सेवन करना हानिकारक है किंतु बाद में लाख छुड़ाने पर भी यह लत नहीं छूटता है और धीरे-धीरे तंबाकू का सेवन करने वाले व्यक्ति का जीवन शक्ति भी कम होता जाता है और वह अपने आपको एक तरह से विनाश के हवाले कर देता है। तंबाकू खाने से मुंह के कैंसर की बीमारी का खतरा सबसे ज्यादा होता है।
तम्बाकू के दुष्प्रभाव
तम्बाकू को जब गुल, गुड़ाकु,पान मसाला या खैनी, के रूप में प्रयोग करते है तो इसके कारण मुंह मे अनेक रोग उत्पन्न हो सकते है। सफेद दाग, मुँह का नहीं खुल पाना, तथा कैंसर रोग भी हो सकता है। बीड़ी-सिगरेट के पीने से शरीर में व्यापक प्रभाव पड़ता है। इसके कारण हृदय के धमनियों में रक्त प्रवाह कम हो सकता है। हृदय रोग जैसे मायोकोर्डियल इनफेक्शन तथा अनजाइना हो सकता है। रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) बढ़ सकता है। साँस की बीमारी जैसे ब्रोंकाइटीस, दमा, तथा फेफड़ो का कैंसर हो सकता है। इसके अतिरिक्त इसका प्रभाव शरीर के स्नायुतंत्र में पड़ता है। इसकी और बहुत सी हानियाँ हैं।
संसार में नशों की बाढ़ आई हुई है। हमारे देश की बात कर लिजिए, बहुत जगहों पर, बहुत तरहों के नशे बर्बाद कर रहे है। नशे से देश की जवानी, देश का बचपन बर्बाद होता जा रहा है और यह नशा दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। बहुत सारी जिंदगियां नशा बर्बाद कर चुका है और खत्म कर चुका है तथा बहुत जिंदगियों को खत्म करने की कगार की तरफ लेकर जा रहा है। पहले एक हल्के पीले और लाल रंग की बेल हुआ करती थी, जिसके शायद अलग-अलग नाम हो, जिसे अंबर बेल भी कहते थे। यह बेल जिस पेड़ पर गिर जाती थी, उसको बर्बाद कर देती थी। आज उसी तरह नशा हमारे समाज के ऊपर गिरा हुआ है, गिरफ्त में ले रखा है नशे ने और इससे हमारा समाज खोखला होता जा रहा है।
-पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां।
पूज्य गुरु जी की ये मुहिम नशा बेचने वाले लोगों को सही
- राह दिखाने का काम करेगी: डॉ. शिवकुमार
डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालु हर मुहिम को बड़े उत्साह से चलाते हैं। पूज्य गुरु जी के आह्वान पर बहुत से लोग अपनी दुकान से बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू, जर्दा व अन्य नशीले पदार्थों की बिक्री बंद की है, वह बहुत बड़ी बात है और लोग भी नशा छोड़ रहे है। पूज्य गुरु जी की ये DEPTH मुहिम नशा बेचने वाले लोगों को सही राह दिखाने का काम करेगी। लोगों इसी प्रकार जागरूक होने की जरूरत है। ताकि हम आने वाली पीढ़ियों को नशों की गिरफत से बचा सकें और एक ऐसा सामाज का निर्माण कर सकें जो स्वस्थ हो सेहतमंद हो।
-डॉ. शिवकुमार, लुधियाना
हर मोबाइल पर बजने लगा- जागो दुनिया दे लोको…गीत
पूज्य गुरूजी ने इस बार नशे पर जमकर प्रहार किया। बातों में, प्रवचनों में और गीत में वे नशे को जड़ से उखाड़ने का संदेश देते रहे। नशे पर ही बनाया गया गीत-जागो दुनिया दे लोको के पांच दिन में व्यूअर का आंकड़ा 60 लाख के पार हो गया। मात्र 9 दिन में ही व्यूअर 10 मिलियन यानी एक करोड़ को पार कर गए। नशे व बुराइयों पर प्रहार करता यह गीत हर किसी के मोबाइल की ट्यून बन गया।
जहन्नुम बने घरों को जन्नत बनाने का संदेश देते इस गीत को सुनकर नौजवानों ने नशीला पदार्थों से तौबा की। इस गीत में पंचायत प्रतिनिधि सरपंचों से आह्वान किया कि ठीकरी पहरा लगा दो। यूपी और टोहाना की सामाजिक संस्थाओं ने गुरूजी को नशे व अन्य सामाजिक बुराईयों के खात्मे के लिए चलाई गई मुहिम पर सम्मान भी दिया।
योग और ध्यान के जरीये भारत को नशामुक्त बनाएगा डेरा सच्चा सौदा
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।