पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में जुटी भारी भीड़, पुरानी पेंशन हो बहाल, 100-100 गज के प्लॉट मिले

पिछड़ा वर्ग के लोगों की 27 प्रतिशत आरक्षण

  • पुरानी पेंशन बहाली, 100-100 गज के प्लॉट कौशज रोजगार विकास निगम में पिछड़ा वर्ग के लोगों को आरक्षण आदि मांगें रही प्रमुख
  • हर जिले में किए जा रहे है पिछड़ा वर्ग सम्मेलन, एक साल बाद हिसार में होगा अंतिम सम्मेलन : रामनिवास घोड़ेला
  • आखिरी पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में प्रतिपक्ष नेता होंगे मुख्यअतिथि : रामनिवास घोड़ेला

भिवानी (सच कहूँ/इन्द्रवेश)। हरियाणा में हुड्डा कांग्रेस पिछड़ा वर्ग के लोगों को लांबंद्ध करने के लिए अपनी पार्टी के कार्यकतार्ओं व पूर्व विधायकों के माध्यम से पिछड़ा वर्ग सम्मेलन हर जिले में आयोजित कर पिछड़ा वर्ग के लोगों को एक बैनर तले इक_ट्ठा कर लेना चाह रही है। इसी चाहत के चलते भिवानी में पिछड़ा वर्ग का सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें अन्य जिलों से भी बड़ी संख्या में लोगों को हाजिरी रही तथा कांग्रेस के स्थापित नेताओं ने भी इस सम्मेलन में भीड़ बढ़ाने का काम किया। मंच के माध्यम से यह भी दावा किया गया कि 2016 में पिछड़ा वर्ग आयोग की स्थापना भी पिछड़ा वर्ग सम्मेलनों के शुरू होने के बाद की गई थी।

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जुटी भारी भीड़

भिवानी के हुड्डा पार्क में आयोजित पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे पूर्व विधायक ने मंच के माध्यम से मांग उठाई कि पिछड़ा वर्ग के लोगों का आरक्षण बढ़ाकर 27 प्रतिशत किया जाए, हरियाणा में कौशल रोजगार विकास निगम की भर्ती में पिछडृा वर्ग का आरक्षण लागू किया जाए, पिछड़ा वर्ग के लोगों को पूर्व की हुड्डा सरकार की तर्ज पर 100-100 गज के प्लॉट देने फिर से शुरू किए जाए, पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को सरकारी स्कूलों में मिलने वालो 400 से 600 रुपए वजीफा उसे फिर से बढ़ाकर लागू किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशनी बहाली की जाए, क्लास-1 व 2 की नौकरियों में वरियता दी जाए।

आखिरी पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में प्रतिपक्ष नेता होंगे मुख्यअतिथि : रामनिवास घोड़ेला

उन्होंने कहा कि पूर्व की केंद्र की वीपी सिंह सरकार व पिछली हुड्डा सरकार ने पिछड़ा वर्ग के लोगों के लिए अनेक योजनाएं चलाई तथा उन्हे सम्मान दिया। इसीलिए पिछड़ा वर्ग के लोगों को उनके लिए काम करने वाले लोगों को कभी भूलना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे पहले पिछड़ा वर्ग सम्मेलन विभिन्न जिलों में किए जा चुके है तथा लगभग एक साल के बाद अंतिम सम्मेलन हिसार में आयोजित किया जाएगा, जिसमें विपक्ष के नेता को मुख्यअतिथि के तौर पर बुलाया जाएगा।

पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए रामनिवास घोड़ेला ने यह भी कहा कि यदि भाजपा उनकी मांगों को पहले ही मान लेती है तो वे भाजपा का धन्यवाद करेंगे, लेकिन कांग्रेस पार्टी में ही बने रहेंगे। वही पिछड़ा वर्ग नेता प्रदीप गुलिया ने कहा कि पिछड़ा वर्ग की मांगों को पिछली हुड्डा सरकार ने पूरा किया था। अब वर्तमान भाजपा सरकार को भी इनको आगे बढ़ाना चाहिए, ना कि इन्हे बंद करना चाहिए।

क्या है मामला

गौरतलब है कि भिवानी में आयोजित पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में जुटी भारी भीड़ आने वाले समय में भाजपा के लिए उनके खिसकते वोट बैंक में बदल सकती है। इसीलिए यदि समय रहते पिछड़ा वर्ग के लोगों की मांगों पर भाजपा सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो कांग्रेस के स्थापित नेताओं द्वारा आयोजित ये पिछड़ा वर्ग सम्मेलन पिछड़ा वर्ग के लोगों को लांबंद्ध कर कांग्रेस की तरफ मुंह मोड की तरफ अग्रसर कर देंगे। आज के पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पिता रणबीर हुड्डा की तस्वीर लगाना भी इस बात को दर्शा रहा था कि ये पिछड़ा वर्ग सम्मेलन भले ही गैर राजनीतिक होने का दावा कर रहा हो, परन्तु कांग्रेस के स्थापित नेताओं द्वारा इस कार्यक्रम का संचालन व रणबीर हुड्डा की तस्वीर लगाना साफ जाहिर करता है कि इन सम्मेलनों के आयोजन के पदे किस तरह की राजनीतिक ताकतें काम कर रही है।

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