संगरिया की सड़कों पर भटकते हुए बंगाल के मंदबुद्धि बुजुर्ग को घर पहुंचाया

3200 किलोमीटर का सफर तय कर उसके घर तक छोड़ने गए डेरा सेवादार

  • 8 माह से था गुम

संगरिया (सच कहूँ/सुरेंद्र जग्गा)। डेरा सच्चा सौदा एक ऐसी संस्था है जो समाज की भलाई के लिए दिन-रात काम करती है। इस संस्था ने समाज के हर हिस्से को दिल से स्वीकार किया है और उसमें सुधार किया है। पीड़ित मानवता की सेवा ही इसका उद्देश्य है। डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के मार्गदर्शन में इस संस्था ने इंसानियत मुहिम की पहल की है।

यह भी पढ़ें:– बड़ी मात्रा में दवाइयों का जखीरा जमीन के दबाया गया

इसके तहत डेरा सच्चा सौदा अनुयायी सड़कों पर मिलने वाले मानसिक रूप से बीमार व्यक्तियों की जिम्मेदारी लेते हैं, उनकी देखभाल करते हैं और इलाज करवाते हैं और उन्हें उनके परिवारों से मिलाते हैं। इसी क्रम में संगरिया ब्लॉक के सेवादारों ने ऐसे ही एक मानसिक रूप से परेशान बजुर्ग व्यक्ति जो लगभग 8 माह से घर से गुम था और दर-बदर की ठोकरें खाने को मजबूर था, उसकी संभाल की और उसके परिजनों का पता लगाकर बंगाल के पुरलिया गांव में उसके घर तक पहुंचाने का पुणित कार्य किया।

इस हालत में मिला बजुर्ग व्यक्ति

24 दिसंबर 2022 को संगरिया ब्लॉक के गांव किशनपुरा में भंगीदास पीर्थी इन्सां को एक मानसिक रूप से परेशान लगभग 60 वर्षीय बजुर्ग व्यक्ति मिला। वह व्यक्ति इस कड़ाके की ठंड में फटे-पुराने कपड़े पहने हुए था और ठंड से ठिठुर रहा था। प्रेमी भाई ने उसे चाय पानी पिलाया और उसके बारे में जानकारी मांगी तो वह अपने बारे में कुछ भी बताने में असमर्थ था। ऐसे में प्रेमी भाई ने शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के जिम्मेवार भाई लालचंद इन्सां से संपर्क किया और उसे संगरिया लाया गया।

ऐसे हुई पहचान

उपरोक्त बुजुर्ग व्यक्ति की सूचना पुलिस थाना में करने के बाद सेवादार भाई उसे संगरिया के नाम चर्चा घर में लेकर आए। गर्म कपड़े पहना कर उसके खाने-पीने का प्रबंध किया और डॉक्टरी जांच भी करवाई गई। हालत में कुछ सुधार आने के बाद उसने अपना नाम श्रवण गोस्वामी गांव पुरलिया बंगाल बताया।

ऐसे मिले परिजन

सोशल मीडिया के सहारे उसके निवास स्थान और परिजनों का पता लगाने के लिए साध-संगत जुट गई । उसके परिजनों की तलाश करने में पुलिस प्रशासन व मीडिया का भी सहयोग मांगा। सभी के सहयोग से लगभग 1 माह की अथक मेहनत के बाद बंगाल में रह रहे उसके भतीजे पन्नालाल गोस्वामी से संपर्क हुआ तो उसने बताया कि उसके चाचा श्रवण गोस्वामी मानसिक परेशानी की हालत में लगभग 8 माह पूर्व बिना बताए घर से चले गए थे कई जगह तलाश की लेकिन कहीं कोई पता नहीं चला हमारी सभी उम्मीदें खत्म हो चुकी थी हमने मेरे चाचा के मिलने की आस छोड़ दी थी अपने चाचा को सही सलामत पाकर उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा इस प्रकार गुमशुदा बुजुर्ग व्यक्ति की पहचान श्रवण गोस्वामी पुत्र विष्णु गोस्वामी निवासी पुरलिया बंगाल के रूप में हुई।

घर तक छोड़ने गए सेवादार भाई

संगरिया से पुरुलिया बंगाल की दूरी लगभग 1600 किलोमीटर थी और उसके परिवार में ऐसा कोई भी सदस्य नहीं था जो इतनी दूरी का सफर तय करके यहां तक पहुंच पाए ऐसे में मंदबुद्धि भाई के परिजनों ने यहां आने में अपनी असमर्थता जताई तो इंसानियत के सच्चे योद्धा प्रेमी भाई शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के जांबाज सिपाही प्रेमी भाई लालचंद इंसा महेश गोयल इंसा व विजय चुघ इंसा ने बंगाल जाने का निर्णय लिया और इस प्रकार लगभग 3200 किलोमीटर का सफर तय करते हुए वहां के पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में श्रवण गोस्वामी के भतीजे पन्ना लाल गोस्वामी व उसकी पत्नी करुणा गोस्वामी को सुरक्षित सौंपकर वापिस लौटे बंगाल के पुलिस प्रशासन अधिकारी व परिजनों ने पूज्य हजूर महाराज संत डॉक्टर गुरमीत राम रहीम सिंह जी इंसा व सेवादारों की भरपूर प्रशंसा करते हुए कहा कि धन्य है आप सेवादार और धन्य है आपका गुरु जो आपको ऐसी शिक्षाएं देते हैं।

इनका रहा सहयोग

इस पुणित कार्य में मुख्य रूप से शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के जिम्मेवार भाई लालचंद इन्सां,महेश गोयल इंसा,विजय चुघ इंसा रविंद्र खोसा इन्सां,पवन इन्सां जंडवाला, अमराराम इन्सां, जगजीत इन्सां, बनारसी दास इन्सां, सुरेन्द्र जग्गा इन्सां, पीर्थी इन्सां,विनोद हांडा इंसा, सीएलजी सदस्य अमरनाथ पेंटर, संगरिया पुलिस थाना के एसआई रणवीर सिंह आदि का सहयोग रहा।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।