साध-संगत बोली, 140वें मानवता भलाई कार्य को भी देंगे जोर-शोर से गति

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सच कहूँ/राजू
ओढां। डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा शुरु किए गए मानवता भलाई कार्यांे की फेहरिश्त लंबी होती जा रही है। पूज्य गुरु जी ने शनिवार को 140वें कार्य की शुरुआत और कर दी है। इससे पहले डेरा सच्चा सौदा द्वारा 139 मानवता भलाई कार्य किए जा रहे हैं। अब 140वें नए कार्य के तहत साध-संगत भोजन करने से पहले एक रोटी जीव-जंतुओं के लिए निकालेगी। पूज्य गुरु जी ने जैसे ही इस बारे वचन किए, साध-संगत ने इस कार्य की शुरुआत भी कर दी। साध-संगत ने एक स्वर में कहा कि वे अपने मुर्शिद के हर एक वचन का दृढ़ विश्वास के साथ पालन करेंगे। हम अन्य मानवता भलाई कार्यांे की भांति इस कार्य को भी जोर-शोर से गति देंगे।

पूज्य गुरु जी ने कुछ समय पूर्व बुजुर्गांे की संभाल व सेवा के वचन किए थे। अब नए वचन के तहत जीव-जंतुआें की भी देखभाल हो जाएगी। मैंने आज से ही ये प्रण ले लिया मैं खाना खाते समय एक रोटी जीव-जंतुओं के लिए जरू र निकालूंगी। मैंने अपने घर में जीव-जंतुओं के लिए पानी के सकोरे भी लगा रखे हैं। पूज्य गुरु जी का मानवता पर बहुत बड़ा उपकार है। हम मानवता भलाई कार्यांे को इसी तरह गति देते रहेंगे।

निशा इन्सां (कालांवाली)।

पूज्य पिताजी ने 140वां मानवता भलाई कार्य शुरु किया है। हम अन्य कार्यांे की भांति इस कार्य को भी जोर-शोर से गति देंगे। पूज्य गुरु जी हर किसी का ख्याल व संभाल करते हैं। हाल ही में पूज्य गुरु जी की एक पोस्ट सोशल मीडिया पर पोस्ट हुई जिसमें वे जीव-जंतुओं की संभाल करते नजर आ रहे हैं। मुझे गर्व है कि मैं ऐसे मुर्शिद ही शिष्या हूं।

गुरप्रीत कौर इन्सां (रोड़ी)।

पूज्य गुरु जी किसी का ख्याल करते हैं। गुरु जी ने हमे नाम शब्द देकर जीने का ढंग सिखाया और मानव सेवा के लिए जो कार्य शुरु किए थे उनकी फेहरिश्त और लंबी कर दी है। हम पूज्य गुरु जी द्वारा शुरु किए गए कार्यांे को पहले भी गति देते थे और भविष्य में भी देते रहेंगे। हम अपने मुर्शिद का हर एक वचन मानेंगे। उनका उपकार ब्यां करने के लिए हमारे पास शब्द ही नहीं है।

ईशा इन्सां (कालांवाली)।

गुरु का ऋण सैकड़ों जन्म लेकर भी नहीं उतारा जा सकता। संतों को हर जीव की चिंता होती है। पूज्य गुरु जी ने हमे नाम शब्द देकर ईश्वर के सच्चे नाम से जोड़ते हुए जिंदगी जीने के मायने सिखाए। पूज्य गुरु जी ने पूरी सृष्टि पर उपकार करते हुए 140 मानवता भलाई कार्य शुरु कर रखे हैं। हमें ये कार्य करने से जो आत्मिक संतुष्टि मिलती है उसका कोई वर्णन नहीं किया जा सकता। पूज्य गुरु जी ने जो नया कार्य शुरु किया है उस पर हम पूर्व की भांति शत-प्रतिशत अमल करेंगे।

नंबरदार सर्वजीत इन्सां (भंगू)।

संत जहां भी होत है सबकी मांगत खैर। पूज्य गुरु जी ने हमारी पल-पल संभाल की है और कर भी रहे हैं। चाहे कितनी ही विकट परिस्थितियां आर्इं साध-संगत ने मानवता भलाई कार्य निरंतर जारी रखे। पूज्य गुरु जी ने जो नया कार्य शुरु किया है उससे समाज में बहुत अच्छा संदेश मिलेगा। इससे पहले भी पूज्य गुरु जी ने पशु-पक्षियों के लिए चोगे-पानी का प्रबंध करने के वचन किए थे। अब शुरु किए गए 140वें नए कार्य से जीव-जंतुओं का पेट भरेगा।

परमेश्वर इन्सां (सुखचैन)।

संतों का हर कदम मानवता के हित को समर्पित होता है। पूज्य गुरु जी ने इससे पहले मानवता भलाई कार्य के लिए 139 कार्य शुरु किए हुए हैं। अब जो 140वें नए कार्य के वचन हुए हैं उसकी हमनें शुरुआत कर दी है। हम अपने सतगुरु के हर वचनों को मानते हुए लोक भलाई कार्यांे को इसी तरह गति देते रहेंगे। हमारे गुरु ने हमें यही सिखाया है कि मानवता की सेवा ही ईश्वर की सच्ची भक्ति है।

पवन इन्सां, ब्लॉक भंगीदास (नागोकी)।

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