नीट के हिंदी माध्यम विद्यार्थियों में इंग्लिश का प्रश्न पत्र वितरित

-आर्मी पब्लिक स्कूल के केंद्र पर लगभग 150 विद्यार्थी नहीं दे पाए नीट की परीक्षा

श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर में आज नीट की परीक्षा के दौरान एक केंद्र पर हिंदी माध्यम के विद्यार्थियों को इंग्लिश का पेपर दे दिया गया। यह गड़बड़ी पता लगते ही इंग्लिश का प्रश्न पत्र विद्यार्थियों से तुरंत ही वापस ले लिया गया। इस केंद्र के प्रभारी विद्यार्थियों के लिए हिंदी का प्रश्न पत्र मंगवाने का प्रयास करते रहे, लेकिन प्रश्न पत्र नहीं उपलब्ध हो पाए। केंद्र में विद्यार्थियों को शाम 5:30 बजे परीक्षा का समय समाप्त होने के बाद भी काफी देर तक बाहर नहीं निकलने दिया।

परीक्षा करवाने के लिए लगाए गए स्टाफ ने जब नाराजगी जाहिर करनी शुरू की तब इन विद्यार्थियों को केंद्र से बाहर आने दिया गया। यह गड़बड़ी श्रीगंगानगर में अबोहर मार्ग पर श्रीगंगानगर मिलिट्री स्टेशन (साधुवाली छावनी) के आर्मी पब्लिक स्कूल के परीक्षा केंद्र पर हुई है। गड़बड़ी का पता चलते ही जिला प्रशासन के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। विद्यार्थियों के अनेक अभिभावकों ने इसे लेकर जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों से संपर्क कर वस्तुस्थिति जानने का प्रयास किया कि यह गड़बड़ी कैसे हुई और उनके बच्चों की दोबारा परीक्षा होगी या नहीं होगी, इन सवालों के उन्हें जवाब नहीं मिल पाए।

विद्यार्थियों को दोपहर एक बजे तक अंदर जाने दिया गया

आर्मी पब्लिक स्कूल के इस केंद्र में अपने बच्चे को परीक्षा दिलवाने आए हनुमानगढ़ जिले में रावतसर के निवासी भगवतीप्रसाद ने बताया कि दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक यह नीट की परीक्षा का समय था। इस केंद्र पर विद्यार्थियों को दोपहर एक बजे तक अंदर जाने दिया गया। तत्पश्चात जब शाम 5:30 बजे परीक्षा समाप्त हुई और विद्यार्थी छावनी से बाहर नहीं आए तो उन्हें चिंता होने लगी।लगभग एक घंटे बाद 6:30 बजे विद्यार्थी तथा परीक्षा करवाने के लिए नियुक्त किए गए स्टाफ कर्मी बाहर आए तब पता चला कि 2 बजे परीक्षा आरंभ होते ही हिंदी माध्यम के विद्यार्थियों को अंग्रेजी का प्रश्न पत्र वितरित कर दिया गया।

इस अभिभावक के अनुसार आर्मी पब्लिक स्कूल के 12 कमरों में लगभग 150 विद्यार्थियों के लिए परीक्षा केंद्र बनाया गया था। यह सभी विद्यार्थी हिंदी माध्यम के थे। सभी को ही अंग्रेजी का प्रश्न पत्र वितरित कर दिया गया। यह गड़बड़ी पता लगते ही विद्यार्थियों से अंग्रेजी का प्रश्न पत्र तुरंत ही वापस ले लिया गया। तत्पश्चात केंद्र के अधीक्षक व अन्य अधिकारी इन विद्यार्थियों के लिए हिंदी के प्रश्न पत्र के लिए प्रयास करते रहे लेकिन यह प्रश्न पत्र उपलब्ध नहीं हो सके। प्रयास किए जाते रहे कि अगर हिंदी का प्रश्न पत्र मिल जाता है तो विद्यार्थियों को परीक्षा देने के बाद ही बाहर जाने दिया जाए।

स्टाफ नाराजगी जताने के साथ रोष भी व्यक्त करने लगा

शाम 5:30 बजे परीक्षा का समय समाप्त होने पर भी जब उन्हें बाहर नहीं जाने दिया तो जहां यह विद्यार्थी बेचैन हो गए। उधर, छावनी के बाहर मेन रोड पर बच्चों को लेने आए अभिभावक भी चिंतित होने लगे। जानकारी के अनुसार क परीक्षा करवाने के लिए लगाए गए स्टाफ ने जब नाराजगी जाहिर करनी शुरू की तब विद्यार्थियों को बाहर जाने दिया गया। स्टाफ नाराजगी जताने के साथ रोष भी व्यक्त करने लगा कि उनकी ड्यूटी खत्म हो गई है। उन्होंने वापस घर जाना है और अपने बच्चों को संभालना है। कुछ स्टाफ कर्मी तो दूरदराज के इलाकों से लगाए गए थे।

उनको वापस अपने घरों में जाने में काफी समय लगने वाला था। जब यह आक्रोश और नाराजगी बढ़ने लगी तब विद्यार्थियों के साथ स्टाफ कर्मियों को बाहर जाने दिया गया। इनके बाहर आने पर इस सारी गड़बड़ी का पता चला। इसके तुरंत बाद जिला प्रशासन की मशीनरी हरकत में आ गई। सूत्रों के अनुसार इस पूरी गड़बड़ी की जांच शुरू हो गई है कि आखिर हिंदी के विद्यार्थियों को अंग्रेजी का प्रश्न पत्र कैसे वितरित हो गया। दूसरी तरफ अभिभावक अब असमंजस में हैं कि उनके बच्चों का अब क्या होगा? क्या यह पूरी परीक्षा दोबारा से ली जाएगी या फिर इस केंद्र के विद्यार्थियों के लिए परीक्षा फिर से हो गई। इस संबंध में जिला प्रशासन के अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।