EPFO Higher Pension: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन सब्सक्राइबर्स की हुई मौज

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EPFO Higher Pension कर्मचारी भविष्य निधि संगठन सब्सक्राइबर्स की हुई मौज

एक झटके में 333% बढ़ी EPS पेंशन?

EPS Pension Increase 2023 : कर्मचारी भविष्य निधि संगठन सब्सक्राइबर्स को सुप्रीम कोर्ट में जल्द राहत मिलने का अनुमान है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के फैसले से कर्मचारी भविष्य निधि में योगदान करने वाले लाखों कर्मचारियों की कर्मचारी पेंशन योजना की पेंशन 300% तक बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है। EPFO ने कर्मचारियों की EPS पेंशन के लिए अधिकतम वेतन 15 हजार रुपये (मूल वेतन) तय किया है । EPS Pension Latest News

उल्लेखनीय है कि यह मामला अभी विचाराधीन है और इस पर लगातार सुनवाई चल रही है। वैसे अब सुप्रीम कोर्ट कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की इस सैलरी-लिमिट को खत्म कर सकता है। बताया जा रहा है कि कर्मचारियों की कर्मचारी पेंशन योजना में पेंशन की गणना भी अंतिम वेतन यानी उच्च वेतन ब्रैकेट पर की जा सकती है। ईपीएफओ के इस निर्णय से कर्मचारियों को कई गुना ज्यादा EPS पेंशन मिलेगी। बता दें कि पेंशन पाने के लिए ईपीएफ में 10 वर्षों तक योगदान करना जरूरी है। वहीं, 20 साल की सेवा पूरी करने पर 2 साल का समय मिलता है ।

कैसे कैसे बढ़ेगी पेंशन? EPFO Higher Pension

अगर बात पेंशन बढ़ने की की जाए तो कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की मौजूदा व्यवस्था के मुताबिक अगर कोई कर्मचारी 1 जून 2015 से नौकरी कर रहा है और 14 साल की सेवा पूरी करने के बाद पेंशन लेना चाहता है तो उसकी कर्मचारी पेंशन योजना में पेंशन की गणना 15,000 रुपये ही की जाएगी, भले ही वह किसी ईपीएस कर्मचारी के साथ काम कर रहा हो। वेतन 20 हजार रुपये। बेसिक सैलरी ब्रैकेट में हों या 30 हजार रुपये। वैसे पुराने फॉमूर्ले के मुताबिक कर्मचारी को 14 साल पूरे होने पर 2 जून 2030 से करीब 3000 रुपये पेंशन मिलेगी। पेंशन की गणना का सूत्र है- (सेवा इतिहास x15,000/70)। लेकिन, अगर सुप्रीम कोर्ट कर्मचारियों के पक्ष में फैसला करता है, तो उसी कर्मचारी की पेंशन बढ़ जाएगी।

Employee Pension Scheme में ऐसे होती है बढ़ोत्तरी | EPFO Higher Pension

अगर आप कर्मचारी भविष्य निधि में सब्सक्राइबर हैं तो मान लीजिए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन आपकी सब्सक्राइबर की नौकरी 33 साल की है। उनकी आखिरी बेसिक सैलरी 50 हजार रुपये है! कर्मचारी पेंशन योजना की मौजूदा व्यवस्था के तहत पेंशन की गणना अधिकतम 15 हजार रुपये वेतन पर ही की जाती थी । इस तरह ( फॉमूर्ला : 33 साल+2= 35/70़15,000) पेंशन सिर्फ 7,500 रुपये होती। मौजूदा व्यवस्था में यह अधिकतम ईपीएस पेंशन है। लेकिन, पेंशन की सीमा हटाने के बाद पेंशन को अंतिम वेतन के हिसाब से जोड़ने पर उन्हें 25000 हजार रुपये पेंशन मिलेगी। मतलब (33 साल+2= 35/70़50,000=25000 रुपये)।