हरियाणा की बेटियों की मुरीद हुई राष्ट्रपति मुर्मू

राष्ट्रपति ने कहा, खेलों में हरियाणा की बेटियों की ऊर्जा और दमखम को देख रही पूरी दुनिया

चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि बेटियां शक्ति का स्वरूप हैं। परिवार और समाज को सदैव बेटियों को आगे बढ़ाने में सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा की बेटियों की ऊर्जा और दमखम को आज खेल के माध्यम से पूरी दुनिया ने देखा है। यही संदेश समाज में देने के लिए हम सभी को बेटियों को सशक्त बनाना चाहिए। श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने यह आह्वान बुधवार को हरियाणा राजभवन, चंडीगढ़ में आशा वर्कर्स, एनएनएम, डॉक्टरों और खिलाड़ियों से सीधा संवाद करते हुए किया।

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इस अवसर पर हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी उपस्थिति रहे। राष्ट्रपति ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को हरियाणा में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के सफल कार्यान्वयन के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि आज यहां आई सभी बेटियों से संवाद करके बेहद खुशी हुई है कि कैसे हरियाणा की बेटियां आज आगे बढ़ रही हैं।

बेटी संरक्षण में मनोहर कर रहे अच्छा काम

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने डॉक्टरों, आशा वर्कर्स और एएनएम से सीधा संवाद करते हुए उनसे बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ अभियान के कार्यान्वयन और इस दौरान आई कठिनाईयों से जुड़े अनुभवों को जाना। संवाद के दौरान एक डॉक्टर ने बताया कि वर्ष 2015 में पानीपत से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अभियान की शुरूआत की थी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस अभियान के लिए अलग से एक सेल का गठन किया था। मुख्यमंत्री ने सख्त कार्रवाई करने और व्यापक जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए थे। उनके मार्गदर्शन में हमने लिंग जांच करने वालों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की और ऐसे लोगों को सलाखों के पीछे भेजा। राष्ट्रपति ने इन प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि सीएम मनोहर लाल भी राज्य में बेटी संरक्षण में अच्छा काम कर रहे हैं। यही कारण हैं कि यहां पर लड़कियों के अनुपात में लगातार सुधार हुआ है।

हिसार की पर्वतारोही अनीता कुंडू ने राष्ट्रपति से सांझा किए अनुभव

राष्ट्रपति ने महिला खिलाड़ियों से भी सीधा संवाद किया और उनके जीवन के अनुभवों को जाना। इस दौरान 3 बार माउंट एवरेस्ट तथा सातों महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों पर तिरंगा लहराने वाली हिसार जिले की पर्वतारोही अनीता कुंडू ने अपने जीवन के अनुभवों को सांझा किया। उन्होंने बताया कि उनके पिता के निधन के बाद उनकी मां ने किस प्रकार उनका साथ दिया और वे आज इस मुकाम पर पहुंची हैं। उनकी इस यात्रा में हरियाणा सरकार का भी भरपूर सहयोग मिला। इसी प्रकार, पूजा सिहाग और सूचिका ने भी अपनी विकट परिस्थितियों से गुजरते हुए आज एक खिलाड़ी के तौर पर अपना मुकाम हासिल करने की कहानी को सांझा किया।

आज हरियाणा में बेटियों के जन्म पर भी मनाई जाती हैं खुशियां: सीएम मनोहर

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राष्ट्रपति को अवगत कराया कि हरियाणा में बेटों के जन्म होने पर कुआं पूजन करने का रिवाज है। पहले बेटियों के जन्म होने पर यह रिति-रिवाज नहीं किये जाते थे, लेकिन आज सरकार के प्रयासों से परिवारों की मानसिकता में बदलाव आया है और अब बेटियों के जन्म होने पर भी बेटों की तरह कुआं पूजन किया जाता है और पूरे गांव में मिठाईयां बांटी जाती है, उत्सव का माहौल होता है। उन्होंने कहा कि अब परिवार बेटियों को पढ़ाने और उन्हें आगे बढ़ाने में पूरा सहयोग करते हैं। आज हरियाणा की बेटियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और उनके परिवार के साथ-साथ हरियाणा सरकार भी बेटियों की हर मदद रही है।

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