शिमला (सच कहूँ न्यूज)। हिमाचल प्रदेश 68 सदस्यीय विधानसभा चुनावों की आज हो रही मतगणना में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबले के बीच मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सिराज सीट से चुनाव जीत चुके हैं। तीसरे दौर की मतगणना का पहला नतीजा मुख्यमंत्री की जीत के रूप में भाजपा के खाते में गया है। श्री ठाकुर ने कांग्रेस के चेतराम ठाकुर को 13 हजार से अधित मतों के अंतर से पराजित किया है। उनकी इस सीट से लगातार छठी जीत है। सूत्रों के अनुसार दूसरा नतीजा भी भाजपा के पक्ष में गया है जिसमें जोगिंदर नगर सीट से भी भाजपा के राकेश कुमार चुनाव जीत गये हैं। ईवीएम मतगणना जैसे जैसे आगे बढ़ रही है तो कभी भाजपा और कभी कांग्रेस बढ़त लेते हुये दिखाई दे रही है। फिलहाल के रूझानों में भाजपा 26 और कांग्रेस 39 चल रही है। तीन सीटों पर निर्दलीय समेत अन्य आगे चल रहे हैं। ऐसे में रूझानों पर गौर करें तो राज्य में भाजपा का रिवाज बदलने का नहीं बल्कि कांग्रेस का राज बदलने का नारा साकार होता दिखाई दे रहा है। सभी सीटों पर चुनाव लड़ने वाली आम आदमी पार्टी(आप) को मतदाताओं ने पूर्णतया नकार दिया है।
कांग्रेस के नए विधायकों को ले जाया जा सकता है रायपुर
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस अपनी सरकार बनाने जा रही है लेकिन उसे अपने विधायकों की खरीद-फरोख्त का डर सताने लगा है। इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि कांग्रेस के नए विधायकों को चंडीगढ़ लाया जाएगा। इसके बाद उन्हें रायपुर ले जाया जा सकता है। छत्तीसगढ़ के सीएम और हिमाचल के पर्यवेक्षक भूपेश बघेल ने कहा है कि बीजेपी कुछ भी कर सकती है। हालांकि उन्होंने कहा था कि वे किसी भी विधायक को रायपुर नहीं ले जाएंगे।
राज्य के उद्योग मंत्री विक्रम ठाकुर जसवां से आगे
राज्य के उद्योग मंत्री विक्रम ठाकुर जसवां से आगे चल रहे हैं। सरकार के वह ही एकमात्र ऐसे मंत्री हैं जो मतगणना में अपने प्रतिद्वंदियों पर बढ़त बनाये हुये हैं। देहरा से भाजपा के बागी होशियार सिंह निर्दलीय के रूप में बढ़त बनाये हुये हैं। कांग्रेस विधायक दल और विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री हरोली, ज्वालामुखी से संजय रत्न, गगरेट से चैतन्य शर्मा आगे रहे हैं। नालागढ़ से भाजपा के बागी के एल ठाकुर आगे चल रहे हैं। 15 विधानसभा सीटों वाले कांगड़ा जिले में भाजपा आठ और कांग्रेस सात सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस ने राज्य में पुरानी पेंशन योजना बहाल करने, महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों को लेकर चुनाव लड़ा जबकि भाजपा केंद्र और राज्य में अपनी सरकारों के विकास कार्यों, सुसाशन और जन कल्याण योजनाओं आधार पर जनता के बीच गई है1 फिलहाल के रूझानों में कांग्रेस उक्त मुद्दों के सहारे बढ़त लेती दिखाई दे रही है।
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