पर्यावरण संरक्षण के लिये सार्थक प्रयत्न
पर्यावरण के प्रति लोगों को संवेदनशील बनाने, उसकी रक्षा करने एवं उसे बचाने के उद्देश्य से हर वर्ष 5 जून 2019 को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। पिछले कुछ समय से दुनिया में पर्यावरण के विनाश को लेकर काफी चर्चा हो रही है। मानव की गतिविधियों के कारण प...
मोदी ब्रांड से बीजेपी फिर सत्ता पर काबिज
मोदी ब्रांड से बीजेपी फिर सत्ता पर काबिज शाम चार बजे तक एनडीए का आंकड़ा 350 तक पहुंच गया, यूपीए का आंकड़ा और अन्य 102 तक अटका रहा। अकेली बीजेपी को 295 सीटों के साथ स्पष्ट बहुमत की ओर है। वहीं अकेली कांग्रेस 54 सीट जीत पर है। बीजेपी ने कई जगह एक तरफा जी...
मूर्तियों को खंडित करने के बहाने देश की आत्मा पर प्रहार
पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा के शर्मनाक दौर में कोलकाता विश्वविद्यालय के (strike-the-countrys-spirit-on-the-excuse-to-break-statues) ईश्वर चंद्र विद्यासागर कॉलेज के प्रांगण के बाहर स्थित ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा को कुछ लोगों द्वारा जिस प्रक...
क्या नई सरकार गरीबों पर ध्यान देगी?
2019 के आम चुनावों के लिए चुनाव प्रचार और मतदान संपन्न हो चुका है। मतदान करने वालों ने ऐसा बेहतर भविष्य की आशा में किया है और जिन्होंने मतदान नहीं किया उनको कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन गठबंधन सत्ता में आता है। दुर्भाग्यवश भारत का राज्य तंत्र व्यावसायिक...
एक नये अध्याय के शुरूआत की आहट
सवाल फिर वही, क्या एग्जिट पोल्स के मौजूदा रूझान 23 मई को आने वाले फाइनल रिजल्ट जैसे होंगे? 17वीं लोकसभा का सातवां व आखिरी चरण जैसे ही संपन्न हुआ, खबरिया चैनलों ने एग्जिट पोल्स के पिटारे खोल दिए। तुलनात्मक सभी चैनलों के आकंलनों पर गौर करें, तो कमोबेश ...
चुनाव आयोग की साख पर संकट
मई को अंतिम चरण के मतदान के साथ ही लोकतंत्र के महापर्व का समापन हो गया है और केन्द्र में अब किसकी सरकार बनेगी यह 23 मई के बाद पता चल ही जाएगा किन्तु चुनावी प्रक्रिया के इस बेहद लंबे और उबाऊ दौर में जिस प्रकार पहली बार चुनाव आयोग की भूमिका पर शुरू से ...
क्या अंतिम परिणाम में परिवर्तित होंगे एग्जिट पोल के नजीते
सवाल फिर वही, क्या एग्जिट पोल्स के मौजूदा रूझान 23 मई को आने वाले फाइनल रिजल्ट जैसे होंगे? 17वीं लोकसभा का सातवां व आखिरी चरण जैसे ही संपन्न हुआ, खबरिया चैनलों ने एग्जिट पोल्स के पिटारे खोल दिए। तुलनात्मक सभी चैनलों के आकंलनों पर गौर करें, तो कमोबेश ...
अमेरिका की फांस में फंस गई चीनी अर्थव्यवस्था
अमेरिका से ट्रेड वार में उलझना अब चीन को भारी पड़ रहा है, चीन की अर्थव्यवस्था लड़खड़ा रही है। लोहे को लोहा ही काटता है। चीन जैसे अराजक, हिंसक और उपनिवेशिक मानसिकता के देश को अमेरिका जैसी अराजक और लुटेरी शक्ति ही सबक सिखा सकती थी। अमेरिका को न समझने वाले...
पश्चिम बंगाल में क्यों भड़कती है चुनावी हिंसा?
पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा लोकतंत्र का सबसे घिनौना रुप है। आम चुनावों के दौरान बंगाल कश्मीर से भी बदतर है। लोकतंत्र में हिंसा का रास्ता अख्तियार कर राजनैतिक दल क्या संदेश देना चाहते हैं। 60 साल तक केंद्र की सत्ता में रहने वाली कांग्रेस इस तरह की र...
पंजाब में किस करवट बैठेगा ऊंट?
दिल्ली तथा हरियाणा में 12 मई को मतदान प्रक्रिया सम्पन्न हो जाने के पश्चात अब सभी की नजरें पड़ोसी राज्य पंजाब पर केन्द्रित हैं,अत: मुकाबला भाजपा-शिअद गठबंधन तथा कांग्रेस के बीच ही सीमित था। तब कांग्रेस को 8 और इस गठबंधन को 5 सीटें मिली थी।2009 के लोकसभ...
कांग्रेस की भद्द पिटवाते अपने ही नेता
इसे भाजपा का सौभाग्य कहें या कांग्रेस का दुर्भाग्य कि कांग्रेस पार्टी जब-जब किसी चुनावी मुकाबले में पूरी तैयारी के साथ उतरने वाली होती है तो उसी समय उसका अपना ही कोई नेता गलतबयानी कर जाता है जिसके चलते कांग्रेस को बचाव की मुद्रा अपनानी पड़ती है। 2014 ...
भारतीय राजनीति में धन बल और चुनाव सुधार
भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। यहाँ मतदाताओं की कुल संख्या 90 करोड़ से ज्यादा है,जो यूरोपीय यूनियन के सभी देशों के आबादी से भी अधिक है। वर्तमान में दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र धन बल का शिकार हो गया है। देश में अभी दुनिया का सबसे महंगा चुनाव जारी ...
देश पर व्यापक असर डालता है लंबा चुनाव कार्यक्रम
अब तक की सबसे लंबी चुनाव प्रक्रिया ने आम आदमी के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। लंबा चुनाव कार्यक्रम होने से आम आदमी के जीवन पर बड़ा असर पड़ता है। आम आदमी के साथ ही साथ कारोबारी और उद्योग जगत पर भी लंबा असर डालता है। जानकारों के मुताबिक बहुत लंबा चुनाव अ...
शिक्षा तंत्र में बदलाव की जरूरत
वर्तमान समय की शिक्षा व्यवस्था को देखकर महसूस होता हैं कि नीचे से लेकर ऊपर तक पूरे शिक्षा तंत्र को बदलने की जरूरत है। हम उपाधियां बांट रहे है मगर रोजगार नहीं है। गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा का अभाव है। लंबे समय से नई शिक्षा नीति की जरुरत महसूस की जाती रही ...
रिश्तों और मयार्दाओं की गरमाहट में उलझा परिवार दिवस
विश्व परिवार दिवस 15 मई को मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र ने 1994 को अंतर्राष्ट्रीय परिवार वर्ष घोषित किया था। समूचे संसार में लोगों के बीच परिवार की अहमियत बताने के लिए हर साल 15 मई को अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस मनाया जाने लगा है। किसी भी समाज का के...