नंबर का खेल, कोई पास कोई फेल!
नंबर का खेल भी अजीब है। हर कोई नंबर बनाने में लगा है। कोई नंबर वन बनना चाहता है और कोई अधिकाधिक नंबर लूटने में ही जीवन की सार्थकता समझ रहा है। जीवन नंबर गेम में तब्दील हो गया है।
नंबर बनाने के लिए कुछ लोगों को कितने पापड़ बेलने पड़ते हैं, वहीं कुछ लोग...
जातीय संघर्ष का फायदा उठाता आईएस
इस्लामिक देशों के जातीय व क्षेत्रीय मसलों की लड़ाई का आईएस फायदा उठा रहा है। ऐसे कृत्य में अमेरिका की भूमिका अप्रत्यक्षरूप से सामने आ रही है। चरमपंथी संगठन इस्लामिक स्टेट का ईरानी संसद व अयातुल्लाह खुमैनी के मकबरे पर किए गए हमले के पीछे की वजह ईरान सी...
चीन से आगे जाने के और भी रास्ते हैं भारत के पास
पिछले दिनों चीन की राजधानी बीजिंग में 'एक बेल्ट एक रोड' पर सम्मेलन हुआ, जिसमें दुनिया के 60 से अधिक देशों ने शिरकत की, जबकि भारत और भूटान ने दूरी बनाए रखा। यह परियोजना पूर्वी एशिया से शुरू होकर संपूर्ण एशिया और अफ्रीका से गुजरते हुए यूरोप तक जाएगी। य...
भीड़तंत्र की हिंसा से जख्मी होता समाज
उत्तर प्रदेश के आगरा में भाजपा नेता की हत्या के बाद भीड़ ने ही दो हमलावरों में से एक को पीट-पीटकर मार डाला। दिल्ली में खुलेआम दो लड़कों को पेशाब करने से रोकने पर गतदिनों एक ई-रिक्शा चालक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। कुछ दिनों पहले आनंद विहार इलाके में...
इंसानी मदद की आस में सिसक रहा पर्यावरण
मानव समाज आज हर रोज विकास की नई गाथा लिख रहा है। हम उस अत्याधुनिक दुनिया में जी रहे हैं, जिसकी शायद आज से दो सौ वर्ष पूर्व किसी ने कल्पना भी न की होगी। आज हम पलक झपकते ही लगभग हर मनचाही चीज अपने लिये उपलब्ध करा लेते हैं, लेकिन हमारे इस विकास की कीमत ...
ब्रिटेन में राष्ट्रीय चुनाव में भारत के निहितार्थ
विश्व के सबसे पुराने संसदीय लोकतंत्र ब्रिटेन में 8 जून को लोकतंत्र का महापर्व अर्थात् संसदीय चुनाव हो रहे हैं। जैसे-जैसे 8 जून करीब आया एकतरफा चुनाव कांटे की टक्कर की ओर अग्रसर हो गए। ब्रेक्जिट का फैसला लिए जाने के बाद गुरुवार के चुनावों का यूरोपीय य...
ऐसे में मुफ्त शिक्षा कैसे दे पाएंगे?
हरियाणा के रेवाड़ी की एक छात्रा ने शिक्षा व्यवस्था और सरकारी स्कूलों के साथ सरकारों की कलई खोल कर रख दी है। 1937 के राष्ट्रीय शिक्षा सम्मेलन में ही महात्मा गांधी ने मुफ्त शिक्षा की परिकल्पना रखी थी।
1966 में कोठारी आयोग ने पड़ोस स्कूल की कल्पना प्रस्त...
अंतरिक्ष में मनुष्य भेजने का खुला रास्ता
अतरिक्ष असीम है और उसमें जिज्ञासा व खोज की अनंत संभावनाएं हैं। करीब 30 साल पहले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में भविष्य की सुखद संभावनाओं को तलाशने की पहल की थी। आज हम एक-एक कर कई उपलब्धियां हासिल कर अंतरिक्ष के विस्ता...
नक्सलियों ने दोहरी चुनौती कर दी पेश
नक्सल इलाकों में ऐसा साफ देखा जा रहा है कि नक्सली अब आधुनिक समय के अनुसार अपनी रणनीति में बदलाव लाने लगे हैं। खासकर छत्तीसगढ़ में अब तक सुरक्षा बलों नक्सलियों के बीच सीधी और बंदूक की लड़ाई थी, लेकिन अब यह लड़ाई हाइटेक भी हो चुकी है। राज्य के नक्सली अब आ...
पेरिस जलवायु समझौता: मुखरित होता अमेरिकी दंभ
अमेरिका को दोबारा महान् बनाने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा शुरू की गई मुहिम ने पेरिस जलवायु समझौते को संकट में डाल दिया है। इस समझौते पर भारत सहित दुनिया के 200 देशों ने हस्ताक्षर कर विश्व का तापमान 2 डिग्री सेल्सियस तक कम करने का संकल्प लिया है। द...
औपचारिकता न बने पर्यावरण दिवस
प्रकृति हो या मानव जीवन, समाज हो अथवा देश, सभी की उचित स्थिति सुख-समृद्धि तभी तक रह सकती है, जब तक उनमें पर्याप्त संतुलन बना रहे। लेकिन कुछ सालों से पर्यावरण पूरी तरह से असंतुलित हो गया है। पर्यावरण दिवस मनाने के मायने क्या हैं? इसको समझना अब इसलिए भ...
उत्तर प्रदेश में बढ़ते अपराध का जिम्मेदार कौन?
जब-जब अपराध बढ़ता है, तब-तब अंगुलियां पुलिस पर उठती है। सच में अगर देखा जाय, तो पुलिस अपनी आदत और पूर्व से चली आ रही परिपाटियों की वजह से बदनाम होती जा रही है। जो भी हो, पुलिस महकमा कभी अपनी छवि नहीं बदल पाएगा, क्योंकि कुछ दाग ऐसे होते हैं जो अच्छे लग...
परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने पर भी निराश न हों
किसी भी परीक्षा में असफल होने का यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि आपके अंदर टैलेंट की कमी है। आज की युवा पीढ़ी को जब पता चलता है कि परीक्षा में उसके कम अंक आए हैं या फिर वह फेल हो गया है, तो बच्चा खाना पीना बन्द कर देता है। अपने माता-पिता और पूरे परिवार से ...
जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर वैश्विक एकजुटता जरुरी
2015 में फ्रांस की राजधानी पेरिस में संपन्न जलवायु शिखर सम्मेलन में, तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक हुसैन ओबामा ने अपनी प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए कहा था कि वह कार्बन उत्सर्जन की समस्या को पैदा करने में अपनी भूमिका को स्वीकार करते हैं और इससे निपटन...
निकाय चुनावों में मिली सफलता से बढ़ा टीएमसी का हौसला
पश्चिम बंगाल में हाल ही में हुए निकाय चुनावों में तृणमूल कांग्रेस को अच्छी खासी कामयाबी मिली जिससे पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी सहित कार्यकर्ताओं को भी राहत मिली। साथ ही उनकी हौसला अफजाई भी हुई है। चुनाव से पहले टीएमसी में उहापोह की स्थिति थी। प्रदेश ...