अफरीदी के बोल उसकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा
पाकिस्तान के नामी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी की एक वीडियो वायरल हो रही है, जिसमें वह भारत के प्रधानमंत्री पर बेहुदा टिप्पणी कर रहा है। गौतम गंभीर, युवराज सिंह, हरभजन सिंह और शिखर धवन जैसे क्रिकेटरों ने शाहिद अफरीदी के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है और कहा है कि वो ऐसे शब्द कभी स्वीकार नहीं कर सकते।
चीन से निकले मौत के वायरस के कृत्रिम होने की शंकाएं?
फ्रांस के नोबेल पुरुस्कार विजेता वैज्ञानिक लूक मांटेग्नर ने इस दावे का समर्थन किया है कि कोविड-19 महामारी फैलाने वाले नोवल कोरोना वायरस की उत्पत्ति प्रयोगशाला में की गई है और यह मानव निर्मित है। उनका यह भी दावा है कि एड्स बीमारी को फैलाने वाले एचआइवी वायरस की वैक्सीन (टीका) बनाने की कोशिश में यह अधिक संक्रामक और घातक वायरस तैयार किया गया है।
वेल्स के दो शहरों को जोड़ती है ये ऐतिहासिक सुरंग
वेल्स की ‘गुप्त’ रेलवे सुरंग ‘एबरनेंट’। आपने शायद इसका नाम भी नहीं सुना होगा, लेकिन एक समय था जब इस सुरंग से होकर ट्रेनें गुजरती थीं। आखिरी बार यहां से ट्रेन करीब 58 साल पहले यानी साल 1962 में गुजरी थी।
किसी का हाल जानने के लिए क्या सरकारी मंजूरी लेनी होगी
सोचिये, अगर सड़कों पर बेवस लोगों की भीड़ नहीं होती तो राहुल किसका वक्त बर्बाद करते? सरकार को राहुल का नोटिस लेने की बजाय प्रशासन का नोटिस लेना चाहिए कि क्यों प्रशासन ने गरीबों की बेवसी को अनदेखा कर सरकार से ट्रेन व यातायात की व्यवस्था की आज्ञा नहीं ली।
देशी मजदूरों पर डॉलर संस्कृति का चलता बुलडोजर
देशी मजदूर हों या फिर विदेशी भारतीय मजदूर, इनके बीच फर्क करना सही नहीं है। खासकर देशी मजदूरों के साथ इस तरह का व्यवहार चिंताजनक है। देशी मजदूर सही में हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ हैं। अगर देशी मजदूर पूरी तरह खेती व्यवस्था पर चल निकले तो फिर देश की अर्थव्यवस्था का बुरा हाल हो सकता है।
विश्व की 230 बड़ी कंपनियां वुहान में करती हैं कारोबार
वुहान हुबेई प्रांत की राजधानी है और यह शहर चीन देश में स्थित है। वुहान हुबेई का सबसे बड़ा शहर है तथा यह सेंट्रल चाइना में सबसे अधिक जनसंख्या वाला शहर भी है।
कोरोना ने बदली अंतरराष्ट्रीय शांति व कूटनीति की दिशा
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शांति को बहाल करने के साथ-साथ विदेश नीति को भी धार देने की आवश्यकता है। कोरोना पूरी दुनिया को बदल चुका है, यह एक ऐतिहासिक विभाजन रेखा बन चुका है। भारत को भी इस ऐतिहासिक रेखा का महत्व सदैव याद रखना होगा।
आयुर्वेद कोरोना व्याधि से मुक्ति देने में सक्षम
भारत के आयुष मंत्रालय ने रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने तथा अपनी श्वसन मंत्र को मजबूत करने के लिये लोगों को आयुर्वेद की औषधियां लेने का परामर्श दिया है। आयुर्वेद एवं एलोपैथ की यह संधि कोरोना व्याधि को भगाने में सक्षम हो रही है, यह एक बड़ी उपलब्धि है। भारत एक बार फिर से योग एवं अहिंसा की भांति आयुर्वेद के माध्यम से विश्व गुरु बनने की दिशा में सार्थक मुकाम हासिल कर सकेगा।
आखिर मजदूर को मजबूर समझने की गलती क्यों!
एक-एक मजदूर की समस्या देश की समस्या है। सरकार को इस पर अपनी आंखें पूरी तरह खोलनी चाहिए। हो सकता है कि इस कठिन दौर में सरकार के सारे इंतजाम कम पड़ रहे हों बावजूद इसके जिम्मेदारी तो उन्हीं की है।
अमेरिका के बाद ब्राजील में हैं सबसे ज्यादा हवाई अड्डे
ब्राजील दक्षिण अमेरिका का सबसे बड़ा देश है। पुर्तगाली ब्राजील की आधिकारिक भाषा है और ब्राजील के अधिकांश लोग केवल पुर्तगाली बोलते हैं। पुर्तगाल ने वर्ष 1500 में ब्राजील की भूमि का दावा किया था। 1822 में स्वतंत्रता की घोषणा की गई थी।
भारत-नेपाल तनाव में किसका है फायदा
वर्तमान विवाद भी भारत विरोधी किसी संगठन का काम है जो नहीं चाहता है कि नेपाल व भारत में आपसी निकटता बनी रहे। लेकिन भारत विरोधी गठजोड़ नेपाल गठजोड़ भारत-नेपाल संबंधों में आए दिन कोई न कोई नया विवाद जोड़ता आ रहा है। देर सवेर उन ताकतों के चेहरे पर से पर्दा जरूर हटेगा जो भारत-नेपाल रिश्तों को सामान्य व मित्रवत नहीं रहने देना चाहते।
अंग्रेजों द्वारा स्थापित भारत में पहला विश्वविद्यालय
मुंबई विश्वविद्यालय, भारत का पहला आधुनिक विश्वविद्यालय, 1857 में अंग्रेजों द्वारा स्थापित किया गया। मूल रूप से मान्यता और डिग्री प्रदान करने वाली संस्था, मुंबई विश्वविद्यालय ने बाद में अपने कार्यों में शिक्षण को जोड़ा।
देर-सवेर जाकिर नाईक को भारतीय कानून का सामना करना ही होगा
वास्तविक्ता यह है कि इस्लाम अमन व शांति की शिक्षा देता है। नफरत के लिए इस्लाम में कोई जगह नहीं, सफलता की ओर अग्रसर मुस्लिम देशों में गैर-मुस्लिमों की मौजदूगी अपने आप में इस बात का प्रमाण है कि विश्वास की भिन्नता मानवीय समाज की मजबूती बन रही है।मुस्लिम देशों के संगठनों के दर्जनों सदस्य हैं जो आतंकवाद को खारिज कर चुके हैं।
कोरोना की आड़ में राजनीति
किंतु आज लगता है कि हम ऐसे भारत में रह रहे हैं जहां पर केवल वीवीआईपी को महत्व दिया जाता है जो आधिकारिक नामक एक संकरी पट्टी पर रहते हैं और विशेषाधिकारों की ओर भागते हैं। इसके चलते आज आम आदमी और खास आदमी के बीच खाई और चौड़ी हो गयी है और परिणामस्वरूप शासकों के प्रति लोगों में हताशा और आक्रोश बढ रहा है और जनता अवज्ञा पर उतर आयी है।
50% से अधिक अफ्रीकी 25 वर्ष से कम आयु के हैं
अफ्रीका दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला महाद्वीप है जिसमें लगभग 1.1 बिलियन लोग या दुनिया की 16% आबादी रहती है। 50% से अधिक अफ्रीकी 25 वर्ष से कम आयु के हैं।