आदिवासी की अनदेखी करना भाजपा को पड़ा भारी

Tribal MP

केवल तीन सीटों पर करना पड़ा संतोष | Tribal MP

झाबुआ (एजेंसी)। सत्ता में रहते मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में आदिवासियों की अंदेखी करना भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को मंहगा पड़ा और उसे इस चुनाव में इन आदिवासी (Tribal MP) बाहुल्य 29 सीटों में से केवल तीन सीटों पर ही संतोष करना पड़ा।

आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र झाबुआ और आलिराजपुर जिले के अलावा धार, बडवानी, खरगौन और खंडवा में भाजपा की बाजी पलटी। चुनाव से पूर्व ही यह चेतावनी दे दी गई थी कि आदिवासी क्षेत्रों की 29 सीटों पर भाजपा ने अगर अनदेखी की तो उसके हाथ से सत्ता की चाबी छिन जायेगी। साथ ही इन क्षेत्रों में भाजपा के परचम को फहराने वाले आदिवासियों के नेता एवं सांसद स्वर्गीय दिलीप सिंह भूरिया की अनदेखी भी भाजपा के लिये हानिकारक रही है।

आदिवासियों ने झाबुआ जिले की तीन विधानसभा सीटों में से थांदला, पेटलाद तथा अलीराजपुर की दो विधानसभा सीटों में से आलिराजपुर और जोबट दोनों पर कांग्रेस को विजयी बनाया। सिर्फ झाबुआ सीट पर कांग्रेस के बागी जेवियर मेडा ने 32 हजार से अधिक वोट लेकर कांग्रेस का खेल बिगाड दिया। इसके चलते यहां से भाजपा के गुमानसिंह डामोर ने दस हजार से अधिक मतों से जीत दर्ज कर जिले में भाजपा की लाज बचा ली।

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