श्रद्धा का अनंत सैलाब, इंतजामात पड़े छोटे

सरसा। (सच कहूँ न्यूज) 25 जनवरी की शाम को डेरा सच्चा सौदा में पावन अवतार दिवस का भंडारा धूमधाम से मनाया गया। पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज के 104वें पावन अवतार दिवस पर आयोजित एमएसजी भंडारे में अनंत श्रद्धा का सैलाब उमड़ा। सैकड़ों एकड़ में बनाए गए पंडाल श्रद्धालुओं के सामने छोटे पड़ गए। घनी ठंड के बीच श्रद्धालुओं ने एकाग्रता से पूज्य गुरु जी के वचनों को सुना। भंडारे के अवसर पर अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए।

सैकड़ों एकड़ में बनाए गए विशाल पंडाल

25 जनवरी सुबह 11 बजे ‘एमएसजी भंडारे’ के रूहानी सत्संग की शुरूआत से पहले ही सैकड़ों एकड़ में बनाए गए विशाल पंडाल साध-संगत से खचाखच भर चुके थे। इसके साथ ही आश्रम की ओर आने वाले सभी मार्गों पर जहां तक नजर पहुंच रही थी, साध-संगत का जन समूह ही नजर आया। इन मार्गों पर कई-कई किलोमीटर तक साध-संगत के वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं। वहीं चहुंओर बने स्वागती तोरणद्वार अद्भुत आभा पेश कर रहे थे। इस शुभ अवसर पर डेरा सच्चा सौदा के देश-विदेश के श्रद्धालु अपनी पारंपरिक वेशभूषाओं और वाद्यों पर नाचते थिरकते हुए सत्संग पंडालों में पहुंचे और एक-दूसरे को बधाइयां देकर खुशी जताई।

एमएसजी भंडारे का आगाज पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां को ‘धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा’ के पवित्र नारे के रूप में बधाई के साथ हुआ। इसके पश्चात कविराजों ने विभिन्न भक्तिमय भजनों के माध्यम से गुरु महिमा का गुणगान किया। तत्पश्चात हरियाणा, पंजाब, राजस्थान सहित देश के विभिन्न राज्यों की संस्कृतियों और संस्कारों को दशार्ती प्रस्तुतियों ने सभी का मन मोह लिया। वहीं एक्रोबेटिक, स्किट और कॉमेडी के माध्यम से युवाओं को नशों से दूर रहने का सशक्त संदेश मिला।

पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने करोड़ों साध-संगत को संबोधित करते हुए विशाल रूहानी सत्संग में फरमाया कि पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि आप सबको सच्चे दाता रहबर परम पिता कुल मालिक, दाता रहबर शाह सतनाम जी महाराज के अवतार दिन की और अवतार दिन को आगे से हमेशा मनाए जाने वाले एमएसजी भंडारे बहुत-बहुत बधाई, बहुत-बहुत आशीर्वाद। मालिक से दुआ करते हैं कि जो आप बार-बार कह रहे हैं कि पाँच साल बाद मना रहे हैं आपके साथ मालिक रहमोकरम करे कि हर बार जब भी हम मनाएंगे जल्द से जल्द और जल्द से जल्द खुशियों से मालामाल मालिक आपको करे।

अब आप एक दो भंडारों की नहीं समुन्द्रों के समुन्द्र कृपा दृष्टि के यहां से झोलियां भरकर ले जाएंगे। बस वो संभली रहें आपकी झोलियां में, आपके दामन में कोई दाग ना लगने पाए, आपका दामन फटने ना पाए, तो वचनों पर ठोक कर पहरा देते रहियेगा, ताकि ये समुन्द्रों के समुन्द्र एमएसजी भंडारे ई-स्पेशल हैं, एक्सट्रा स्पेशल रहेंगे।

पूज्य गुरु जी के पावन वचनों को साध-संगत ने एकाग्रचित होकर श्रवण किया। पंडाल में अनुशासन और तल्लीनता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अगर सुर्इं भी गिरा दे तो उसकी भी आवाज सुनाई देती। एमएसजी भंडारे के शुभ अवसर पर पूरी साध-संगत को मालपुड़े व काजू कतली का प्रशाद व मटर पनीर की सब्जी वाला लंगर खिलाया गया।

लाखों वालंटियर्स ने संभाली व्यवस्था

पावन भंडारे के अवसर पर लाखों वालंटियर्स ने साध-संगत की सुविधा के लिए यातायात, पंडाल, पेयजल, प्राथमिक चिकित्सा, लंगर-भोजन, बुजुर्गों व दिव्यांगों को पंडाल तक पहुंचाने के लिए पूरी व्यवस्था को संभाला। अलग-अलग राज्यों से आने वाली साध-संगत के वाहनों की पार्किंग के लिए अलग-अलग विशाल ट्रैफिक ग्राउंड बनाए गए थे। साध-संगत की सुविधा के लिए विभिन्न स्थानों पर सूचना केन्द्र बनाए गए।

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