देश की राजधानी दिल्ली में उमड़ा जनसैलाब, लाखों लोगों ने की नशे से तौबा

रोहिणी के जापानी पार्क में हुआ ऑनलाइन सत्संग, भंडारा

  • संगत को लंगर में मटर-पनीर की सब्जी व रोटी के साथ बर्फी का मिला प्रसाद

नई दिल्ली। (सच कहूँ/संजय कुमार मेहरा) डेरा सच्चा सौदा से जुड़े हर बड़े, बच्चे, बुजुर्ग की आत्मिक खुराक है सत्संग। पूज्य गुरूजी के अनमोल वचनों का श्रवण करने के लिए संगत दिन-रात इंतजार में रहती है। यूं तो पूज्य गुरू जी आॅनलाइन संगत से रूबरू होकर अपने अनमोल वचनों से संगत को निहाल करते हैं। रविवार को दिल्ली के रोहिणी क्षेत्र स्थित जापानी पार्क में डेरा सच्चा सौदा के दूसरी पातशाही पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज के पावन महा रहमोकर्म माह के एमएसजी भंडारे में आॅनलाइन सत्संग से पूज्य गुरूजी ने संगत को अपने प्रवचनों की खुराक दी।

जापानी पार्क में इस पार्क में आज तक शायद ही कभी इतनी भीड़ हुई हो, जितनी रविवार को पूज्य परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज के जन्ममाह के उपलक्ष्य में आयोजित भंडारे में हुई। यहां संगत इतनी अधिक पहुंची कि संगत के लिए कई एकड़ में लगाया गया पंडाल भी छोटा पड़ गया। सत्संग-भंडारे में संगत को लंगर में मटर-पनीर की सब्जी-रोटी के साथ बर्फी का प्रसाद भी वितरित किया गया। जापानी पार्क में दिल्ली की संगत की ओर से भंडारे की बेहतरीन व्यवस्थाएं की गई थी। कई एकड़ में पंडाल लगाने के साथ पंडाल के बाहरी व भीतरी क्षेत्र में भव्य सजावट भी की गई थी।

 

पूज्य गुरूजी ने दिल्ली में सत्संग-भंडारे की व्यवस्थाओं की खूब सराहना की। दिल्ली के 45 मेंबर नरेंद्र जांगड़ा, रोहताश इंसा, संजय इंसा, संजय शर्मा, अशोक मान, बलदेव राज शर्मा, हवा सिंह, नरेश खत्री, सुरेश वर्मा, 15 मेंबर पीसी पुंज, रामबीर इंसा समेत अनेक सेवादारों ने भंडारे की बेहतरीन व्यवस्थाएं करके पूज्य गुरूजी और संगत का दिल जीता।

नशों का संहार करते पूज्य गुरूजी की कलाकृति रही खास

नशे छुड़ाने के लिए डेप्थ मुहिम को भी यहां पर आगे बढ़ाया गया। यहां पंडाल के मुख्य द्वार पर नशासुर को तीर मारकर संहार करते हुए पूज्य गुरूजी संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इंसा की छवि बनाई गई थी। विशाल कपड़े के पर्दे पर यह कलाकृति उकेरी गई थी। नशासुर की 10 सिरों वाली विशालकाय छवि बनाकर उन पर अफीम, गांजा, तम्बाकू, भांग, गुटखा, धतूरा, स्मैक, चिट्टा, कोकीन नाम लिखे गए थे। वहीं एक हाथ में हुक्का, एक हाथ में सिगरेट, पेट पर शराब के अलावा चिलम, बीड़ी आदि लिखा गया था। नशासुर को तीर-कमान लेकर पूज्य गुरूजी निशाना साधे हुए दिखाए गए। स्लोगन भी लिखा था-छुड़वाए एमएसजी नशा, जपा राम नाम, ड्रग ना लेना रे नशा ना लेना…।

डेरा श्रद्धालुओं द्वारा बनाई गई यह विशालकाय पर्दे की कलाकृति अपने आप में बहुत कुछ बयां कर रही थी। पूज्य गुरूजी समाज में जिस तरह से नशे छुड़ाने का काम कर रहे हैं, वह सभी विषयवार इस कलाकृति में दिखाए और समझाए गए। खास बात यह रही कि यहां आने वाले श्रद्धालु इस कलाकृति की तस्वीर लेकर हाथों हाथ सोशल मीडिया पर, अपने मोबाइल में वाट्सअप के स्टेटस पर और अपने जानने वालों को शेयर कर रहे थे। भंडारे में शाह सतनाम जी ग्रीन एस. वेलफेयर फोर्स विंग के फूड बैंक की ओर से 63 परिवारों को राशन किट भी वितरित की गई।

बैंड-बाजों की धुन पर नाचते-गाते सत्संग में पहुंची संगत

दिल्ली में भंडारे की खुशी का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जापानी पार्क में पहुंचने वाली संगत बैंड-बाजे, ढोल, चिमटा, नगाड़े की थाप पर नाच-गाकर खुशियां मना रही थी। क्या बच्चे, क्या बुजुर्ग, क्या नौजवान, सभी खुशी से सराबोर थे। एक-दूसरे के साथ मिलकर खुशियां मना रहे थे। कई महिलाएं सिर पर मंगल कलश लेकर भी भंडारे में पहुंची। पूज्य गुरूजी ने भी बरनावा आश्रम से आॅनलाइन देखकर मंगल कलश की भी सराहना की।

मेरे देश की जवानी गीत पर बच्चियों ने किया नृत्य

सत्संग कार्यक्रम में पूज्य गुरूजी के हाल ही में लान्च हुए गीत मेरे देश की जवानी पर बच्ची शगुन, अनिका, चंशिका, जैसमीन और शिवानी ने नृत्य किया। इस गीत में पूज्य गुरूजी ने युवाओं को नशों का त्याग करके देश समाज के लिए सही ढंग से जीने, काम करने का संदेश दिया है। इस गीत के फॉलोवर एक करोड़ से भी पार हो चुके हैं।

सीआरपीएफ के जवान दिलबाग का गुरूजी को सेल्यूट

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवाब दिलबाग सिंह पर भी पूज्य गुरूजी की नजर पड़ी। गुरूजी ने पुलिस, सेना के साहस की सराहना करते हुए कहा कि आप सबके साहस से ही समाज, देश सुरक्षित है। ऐेसे ही देश और समाज की सेवा करते रहना।

प्रभावी होते हैं गुरूजी के वचन: सुरेंद्र

सत्संग कार्यक्रम में आए बिजनेसमैन सुरेंद्र ने कहा कि पूज्य गुरूजी को सुनने से अनेक खुशियां मिलती हैं। उनके प्रवचन प्रभावी होते हैं। समाज को संदेश देने वाले प्रवचनों से वे समाज को सुधारने का काम कर रहे हैं। गुरूजी की इस मुहिम में हर किसी को शामिल होना चाहिए, ताकि समाज से नशा व अन्य बुराइयों को खत्म किया जा सके।

गुरूजी की शिक्षाएं महत्वपूर्ण: जयभगवान गर्ग

बिजनेसमैन जय भगवान गर्ग ने एकाग्रचित होकर सत्संग कार्यक्रम सुनने के बाद कहा कि गुरूजी अच्छी शिक्षा देते हैं। काफी साल से वे गुरूजी का सत्संग सुनते आ रहे हैं। उनके हर शब्द में एक गहरा अर्थ और ज्ञान होता है। इसी ज्ञान को हमें अपने जीवन में शामिल करके समाज के लिए कुछ करना चाहिए।

समाज में बदलाव ला रहे हैं गुरूजी: अशोक कंसल

सत्संग में पहुंचे अखिल भारतीय अग्रवाल महासम्मेलन के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अशोक कंसल ने कहा कि पूज्य गुरू जी समाज में बदलाव करते हैं। गुरूजी के वचनों से समाज काफी बदला है और भी बदलना चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक नई संगत को भी गुरूजी का आशीर्वाद मिलता रहे, इसलिए लोगों को गुरूजी से जोड़ना जरूरी है।

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