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अर्पित ने 720 में से 710 अंक किए प्राप्त
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पिता की मौत के बाद ठान लिया ‘कुछ बन के दिखाना है’
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नीट की परीक्षा में बैठे थे लगभग 18 लाख के करीब विद्यार्थी
चंडीगढ़/मोहाली (एम के शायना) नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) परिणाम घोषित कर दिया गया है। नीट परीक्षा परिणाम में ट्राईसिटी टापर्स में दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल जीरकपुर (मोहाली) के अर्पित नारंग ने बाजी मारी है। अर्पित नारंग ने टॉप 10 में अपनी जगह बनाई है। उन्हें आल इंडिया 7 वां रैंक मिला है। अर्पित नारंग ट्राइसिटी ही नहीं पंजाब में टॉपर भी बने हैं।
चैतन्य इंस्टीट्यूट के छात्र अर्पित नारंग ने अपनी उपलब्धि का श्रेय अपनी मां प्रीति नारंग और दिवंगत पिता को दिया। कुछ समय पहले अपने पिता को खो चुके अर्पित ने बताया कि उन्होंने अपने पिता की मौत को एक चैलेंज के रूप में लिया। उन्होंने बताया कि पापा की मौत के बाद मेरे अंदर बस यही था कि अब उनका नाम रोशन करना है और मुझे जिंदगी में कुछ अच्छा करना है। अर्पित नारंग ने हिम्मत नहीं हारी और पहली ही बार में परीक्षा पास कर टॉप टेन में अपनी जगह बनाने में कामयाबी हासिल की। उन्होंने बताया कि कोविड 19 के चलते उनकी तैयारी में काफी बाधा आई लेकिन उस मुश्किल की घड़ी में उनके अध्यापकों का मार्गदर्शन काम आया जिनके वह हमेशा शुक्रगुजार रहेंगे।
नियमित रूप से की पढ़ाई।
अर्पित के मुताबिक मंजिल हासिल करने के लिए आपको मन से और समय पर पढ़ना होता है। उन्होंने बताया कि मैं पढ़ाई के समय एकाग्र चित्त होकर ही पढ़ाई करता था जिसका परिणाम मैं पहली ही बार में नीट परीक्षा को अच्छे रैंक से क्लियर कर चुका हूं। उन्होंने बताया कि मुझे ओलंपियाड की रूचि ने नीट परीक्षा के लिए काफी प्रेरित किया। दसवीं कक्षा के बाद मैंने मेडिकल में एडमिशन लिया था और नीट की परीक्षा क्लियर होने के बाद पहली रुचि दिल्ली एम्स में एडमिशन लेने की है। उन्होंने बताया मैं अपनी मां की दुआओं और मेहनत से भविष्य में भी कामयाबी की ओर बढ़ता रहूंगा। नेशनल साइंस ओलंपियाड और इंटरनेशनल मैथेमेटिक्स ओलंपियाड में तीन बार गोल्ड मैडलिस्ट रह चुके अर्पित राज्य स्तरीय शतरंज खिलाड़ी भी हैं।
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बेटे की उपलब्धि से बहुत खुश हूं – प्रीति नारंग
अर्पित नारंग की मां प्रीति नारंग एक फार्मा कंपनी में जॉब करती हैं। उन्होंने बताया कि उनके बेटे अर्पित का बचपन से ही मेडिकल के प्रति लगाव रहा है। उन्होंने बताया कि अपने पिता के देहांत के बाद अर्पित ने हार नहीं मानी और अर्पित ने पढ़ाई के लिए बहुत मेहनत की है जिसकी बदौलत नीट में पहली बार ही इतना अच्छा रैंक लेकर आज वह पंजाब का नाम रोशन कर रहा है। प्रीति का कहना है कि मां बाप के लिए खुशी का पल वही होता है जब उनका बच्चा कुछ अच्छा करके समाज में उनका नाम रोशन करता है।
बुधवार रात 11:30 बजे के करीब जारी हुआ रिजल्ट
नीट एग्जाम का रिजल्ट रात 11:30 बजे के करीब हुआ और इस परीक्षा में भारत के 497 शहरों और विदेश में 14 शहरों में 3570 केंद्रों पर परीक्षा का आयोजन 17 जुलाई को किया गया था। इस बार 18 लाख बच्चों ने नीट परीक्षा दी थी।
अर्पित नारंग के घर बधाइयां देने का सिलसिला जारी
अर्पित नारंग की इतनी बड़ी उपलब्धि के बाद से उनके घर खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है। ट्राइसिटी के लोग, उनके रिश्तेदार और पूरे पंजाब से लोग उन्हें बधाइयां दे रहे हैं। उनके घर गली मोहल्ले में उनकी इस उपलब्धि की खूब चर्चा हो रही है।
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