पेंशन न मिलने पर नंगे पांव कुर्सी के सहारे कई किलोमीटर चली वृद्धा

  • बैंक से पिछले 4 महिनों से नहीं मिली पेंशन, छोटे बेटे के साथ झोपड़ी में रहती है
  • वित्तमंत्री ने टविटर पर किया विडियो शेयर तो हरकत में आए बैंककर्मी

ओडिशा (मांगे लाल)। एक इंसान जब अपनी जवानी के बाद वृद्धाव्स्था (Pension Problem) में आता है तो इस आयु में आकर वो बिल्कुल बेबस हो जाता है और बहुत कम लोग होते है जिनको अपनी वृद्धाव्स्था में आकर सुख की प्राप्ति होती है। जब एक इंसान अपनी खुद की खुशियों का बलिदान करके अपने बच्चों को पालता है तो उसके दिमाग में यही होता है कि उसकी संतान उसको बुढ़ापे में जाकर सुख देगी। अपनी संतान के अलावा उस इंसान की एक उम्मीद सरकार से भी होती है, क्योंकि सरकार एक निर्धारित आयु के बाद वृद्धावस्था पेंशन देती है और इसी पेंशन के सहारे बहुत से वृद्धाजनों का समय कुछ हद तक ठीक से गुजरता है,

लेकिन अब बात यह बात है कि अगर सरकार द्वारा दी जाने वाली पेंशन ही अगर उन बुजुर्गों को समय पर या फिर न मिले तो क्या उनके खाने तक के लाले पड़ जाते है। आज हम बात कर रहे है ओडिशा के नवरंगपूर गांव की जहां पर रहने वाली सूर्या हरिजन (वृद्धा) जिसका एक विडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है और जिसको खुद वित्तमंत्री सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने अपने टविटर (Twitter) अकाउंट पर शेयर किया है। विडियो दिखाई दे रहा है कि एक वृद्ध महिला बहुत ही खस्ता हालत में एक टूटी कूर्सी के सहारे रोड पर चिलचिलाती धूम जा रही है, उसके इस तरह से जाने का कारण केवल पेंशन न मिलना है।

इंसानियत दिखाए बैंक कर्मी

विडियो को शेयर करते हुए वित्तमंत्री ने कहा कि ऐसी बुजुर्ग महिला जिसके चलने तक की हालत नहीं है वो पेदल रोड पर कुर्सी के सहारे जा रही है, कितने दुर्भाग्य की बात है। ऐसे वृद्धों के लिए बैंक कर्मियों को इंसानियत दिखानी चाहिए, ताकि ऐसे लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। वित्तमंत्री के टविट पर एसबीआई ने रिप्लाई करते हुए बताया कि महिला की फिंगरप्रिंट में परेशानी के चलते उसको पेंशन नहीं दी गई, क्योंकि आनलाइन सिस्टम के चलते फिंगरप्रिंट के बाद ही पेंशन खाते में आते ही और पहले महिला पास के सीएसपी प्वांट पर जाकर अपनी पेंशन आसानी से निकाल लेती थी, लेकिन फिंगरप्रिट ठीक न होने के कारण इस परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

पिछले 4 महिनों से नहीं मिली पेंशन

वहीं उक्त महिला को पेंशन के लिए पिछले 4 महिनों से परेशान होना पड़ रहा है। उक्त महिला का बड़ा बेटा दूसर राज्य में नौकरी करता है और उसके अलावा उसका एक छोटा बेटा है जो उसके साथ रहता है। महिला एक झोपड़ी में रहती है और उसके पास रहने के लिए भी खुद की कोई जमीन नहीं है। छोटा बेटा दूसरों के पशुओं को चराने का काम करता है।

अब हर माह मिलेगी पेंशन व देंगे व्हीलचेयर: मेनेजर

मामला चर्चा में आते ही बैंक के मैनेजर ने बड़ा कदम उठाते हुए सूर्या को अब हर माह समय पर पेंशन देने का वायदा किया और उसकी वृद्धाव्स्था को देखते हुए उसको व्हीलचेयर भी देने का फैसला किया। वहीं इस दौरान गांव के सरपंच ने कहा कि उनके द्वारा भी जल्द ही इस तरह के लोगों की सूची बनाकर सबको उनके घर पर ही पेंशन मुहैया करवाई जाएगी, ताकि आगे से इस तरह की परेशानी किसी को न आए।

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