पंजाब कांग्रेस में बगावत, चार मंत्रियों सहित 20 विधायकों ने खोला कैप्टन के खिलाफ मोर्चा

Navjot-Sidhu sachkahoon

हाईकमान से मुलाकात कर कैप्टन को सीएम पद से हटाने की करेंगे मांग

कहा, अमरेन्द्र सिंह पर भरोसा नहीं, सोनिया गांधी से मांगा समय

चंडीगढ़ (अश्वनी चावला)। पंजाब में कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की सत्ता का तख्ता पलटने की तैयारी शुरू हो गई है। अमरेन्द्र सिंह की कैबिनेट के ही चार मंत्रियों सहित 20 विधायकों ने एकजुट होकर आवाजा बुलंद की है और एक प्रतिनिधिमंडल इस मामलो को लेकर कांग्रेस हाईकमान सोनिया गांधी से मुलाकात करेगा। पंजाब के चारों मंत्रियों सहित कांग्रेस पार्टी के जरनल सचिव प्रगट सिंह भी दिल्ली जाएंगे ताकि संगठन और सरकार दोनों द्वारा अमरेन्द्र सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाने संबंधी बातचीत की जा सके। इन चारों कैबिनेट मंत्रियों और संगठन सचिव प्रगट सिंह फिलहाल उत्तराखंड में हरीश रावत को मिलने के लिए जा रहे हैं, जहां वे पहले अपनी बातचीत रखेंगे।
पंजाब में तख्ता पलटने की बुनियाद कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिन्दर बाजवा की कोठी में रखी गई है। जहां कैबिनेट मंत्री चरनजीत चन्नी, सुखजिन्दर रंधावा और सुखबिन्दर सिंह सरकारिया भी उपस्थित थे। इसके अलावा 20 विधायक और 5-7 पूर्व विधायकों ने भी अपनी उपस्थिती दर्ज करवाई।
बैठक के बाद तृप्त बाजवा, सुखजिंदर रंधावा, सुख सरकारिया और चरनजीत सिंह चन्नी ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें कैप्टन अमरिंदर सिंह की लीडरशिप पर भरोसा नहीं रहा। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि कैप्टन को बदला जाए, तभी पंजाब में अगले चुनाव में कांग्रेस वापिसी कर सकेगी। बैठक के बाद उक्त चारों मंत्रियों ने बाहर आकर पत्रकारों से बातचीत की। मीटिंग के बाद चारों मंत्री और परगट सिंह प्रदेश कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू से मिलने पहुंचे।

ये विधायक हुए मीटिंग में शामल

अमरेन्द्र सिंह के खिलाफ मीटिंग करने वाले 20 विधायकों में कुलदीप वैद्य, सुरजीत धीमान, अमरिन्दर सिंह राजा वड़िंग, अवतार हेनरी जूनियर, हरजोत कमल, अमरीक सिंह, संतोख सिंह भलाईपुर, परमिन्दर पिंकी, मदन लाल जलालपुर, गुरकिरत कोटली, लखवीर लक्खा, दविन्दर घुबाया, प्रीतम सिंह कोटभाई, कुलबीर जीरा, दर्शन बराड़, दलवीर गोल्डी, प्रगट सिंह, काका रणदीप सिंह, अंगत सिंह, नत्थू राम शामिल हैं।

कैप्टन के साथ हमारे मसले हल नहीं हो सकते: चन्नी

मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ हमारे मसले हल नहीं हो सकते। पंजाब कांग्रेस ने पिछले चुनाव के दौरान जो वादे किए थे, उनमें से कुछ तो पूरे कर दिए लेकिन जिन वादों को पूरा करने में विरोधियों से टकराव होता हो, वह वादे लंबित हैं। उन्होंने कहा कि खासतौर पर नशे के सौदागरों को पकड़ना, बिजली समझौते, केबल माफिया, रेत खनन माफिया, ट्रांसपोर्ट माफिया और दलितों के मुद्दे ऐसे हैं, जिन्हें कैप्टन सरकार ने अब तक इसी लिए लटकाए रखा।

बादलों से मिले हैं कैप्टन: तृप्त बाजवा

मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने कहा कि कैप्टन बादल परिवार से मिले हैं और दोनों मिलजुल कर गेम खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारी और कांग्रेस की बदकिस्मती है। यह पूछे जाने पर कि कैप्टन सभी वादे पूरे किए जाने का भरोसा दिला रहे हैं, तृप्त बाजवा ने कहा कि जो मुख्यमंत्री साढ़े चार साल तक घर से बाहर ही न निकला हो, उसके बारे में क्या कहें?

मुझे मंत्री पद जाने का डर नहीं: रंधावा

मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि कैप्टन का विरोध करने में उन्हें अपना मंत्री पद जाने का कोई डर नहीं है। उन्होंने कहा कि मैंने अपना फर्ज बाखूबी निभाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस और सरकार के हालात के बारे में वे पार्टी हाईकमान के सामने पूरी बात रखेंगे।

कांग्रेस विधायक सीएम की वर्किंग से संतुष्ट नहीं: परगट

पंजाब प्रदेश कांग्रेस के महासचिव और जालंधर कैंट के विधायक परगट सिंह ने कहा कि कांग्रेस के विधायक सीएम की वर्किंग से संतुष्ट नहीं है। विधायकों की भावनाओं को वह पार्टी हाईकमान तक पहुंचाएंगे।

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