रक्तदान कर ऋषव इन्सां व सुखविन्दर इन्सां ने बचाई दो मरीजों की जान

Blood Donation
ऋषव इन्सां व सुखविन्दर इन्सां रक्तदान करते हुए

मरीजों के परिजनों ने पूज्य गुरु जी और डेरा अनुयायियों का किया शुक्राना

  • अमृतधारा अस्पताल में दाखिल मनोज की होनी थी न्यूरो सर्जरी
  • लीवर में दिक्कत के चलते बंसल अस्पताल में भर्ती था यशपाल

ब्याना (सच कहूँ/प्रदीप इन्सां)। रक्तदान, किसी के लिए जीवन दान बन सकता है। इन पंक्तियों को सार्थक सिद्ध किया डेरा सच्चा सौदा के करनाल (Karnal) जिले के ब्याना ब्लॉक सेवादारों ऋषव इन्सां और सुखविन्दर इन्सां ने। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा से इन सेवादारों ने रक्तदान करके गंभीर हालत में उपचाराधीन दो मरीजों का अमूल्य जीवन बचाने में मदद की।

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जानकारी के अनुसार करनाल के अमृतधारा हॉस्पिटल में भर्ती मनोज कुमार की न्यूरो सर्जरी होनी है। चिकित्सकों ने उसके उपचार के लिए तुरंत रक्त की आवश्यकता बताई। परिजनों ने इस संबंध में जब डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों से संपर्क साधा तो सूचना मिलते ही ऋषव इन्सां तुरंत अस्पताल पहुँचे और रक्तदान कर इन्सानियत की मिसाल पेश की। ऋषव ने बताया कि उन्होंने आज 34वीं बार रक्तदान किया है। वहीं एक अन्य मरीज यशपाल को लीवर में परेशानी के चलते बंसल हॉस्पिटल, करनाल में दाखिल करवाया गया था। उसके उपचार के लिए चिकित्सकों को रक्त की जरूरत थी।

इस संबंध में जैसे ही डेरा अनुयायी प्रेमी सुखविन्दर इन्सां को पता चला तो वह तुरंत अस्पताल पहुँचे और रक्तदान (Blood Donation) किया। सुखविन्दर ने बताया कि उन्होंने 36वीं बार रक्तदान किया है। इस प्रकार डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों ने दो लोगों का जीवन बचाने में अहम् भूमिका निभाई। मरीजों के परिजनों ने इस मदद के लिए डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु जी व अनुयायियों का तहेदिल से धन्यवाद किया। वहीं डेरा अनुयायी ऋषव इन्सां और सुखविन्दर इन्सां ने कहा कि ये सब पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं से ही संभव हुआ है। पूज्य गुरु जी ने हमें सिखाया है कि मुश्किल वक्त में लोगों की मदद करना ही सच्ची इन्सानियत है। इस पर मरीजों के परिजनों ने कहा कि धन्य हैं पूज्य गुरु जी, जो अपने शिष्यों को ऐसी नेक शिक्षा देते हैं।

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