जब पूज्य गुरु जी ने चोरी चोरी सत्संग सुनने वालों को दिया आशीर्वाद

Saint Dr. MSG

चंडीगढ़ (एमके शायना)। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां बरनावा आश्रम से लगातार आॅनलाइन गुरुकुल के माध्यम से सत्संग करके लोगों का नशा छुड़वा रहे हैं, बुराइयां छुड़वा रहे हैं और उन्हें राम नाम से जोड़ रहे हैं। पूज्य गुरु जी से गुरुमंत्र लेकर लोगों का जीवन बदल रहा है। पर समाज में कुछ ऐसे भी शरारती तत्व हैं जिनसे यह हजम नहीं हो रहा कि लोग बुराइयां क्यों छोड़ रहे हैं। उनकी तरफ से बिना वजह राम नाम को रोकने के लिए समय-समय पर तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जाते रहे हैं जबकि संत कभी किसी को ईर्ष्या नफरत की भावना से नहीं देखते। आज के लाइव सत्संग में पूज्य गुरु जी ने ऐसे लोगों के बारे बात करते हुए फरमाया कि “जब तक बेपरवाह जी ने काम लेना है।

शरीर में एक भी बूँद उनके रहमोकरम की स्वास की है। हम भला करते थे, करते हैं और करते ही रहेंगे। यह समाज हमारा था, हमारा है, हमारा ही रहेगा। आप हमें गालियां देते रहो, बुरा बोलते रहो पर हम आपको बेटा बेटी कहते थे, कहते हैं और कहते ही रहेंगे। हम आपको अपनी औलाद मानते थे, मानते हैं और मानते ही रहेंगे। क्योंकि जो भगवान से प्यार करता है वह उसकी बनाई सृष्टि से नफरत कभी नहीं कर सकता, कभी नहीं कर सकता। तो चुपके-चुपके देखने वालों, बुरा न मानना बेटा , आपको भी हम यह आशीर्वाद देते हैं, वायदा करते हैं आप जो मर्ज़ी गाली दो, वो आपकी फितरत है, हमारी फितरत है आपके लिए आशीर्वाद कि प्रभु सद्बुद्धि बक्श जितनी देर गाली पर लगा दी, तेरा नाम ले लेता तो पता नहीं क्या से क्या हासिल कर लेता, हे मालिक उसपे नाराज मत होना मेरे राम, मेरे मालिक। सो जब संत ही हो गया जब धरती हो गई तो उसमें बोझ टैंक का आ जाए, हाथी चाहे चींटी का आ जाए। सो कहने का मतलब संत पीर फकीर एक धरती है कोई कुछ भी बोलता रहे कुछ भी कहता रहे उसने तो दुआएं ही देनी है।

सबका भला ही मांगना है, फिर क्यों? समाज में बुराइयां बढ़ रहीं हैं, संत तो जोर लगा रहे हैं। इसकी वजह होती है, बिजनेस व्यापार भी ऐसे होते हैं कई बुराई पर ही टिके होते है। उनको लगता है अगर यह बुराई बंद होगी तो हमारा व्यापार बंद हो जाएगा। यह चीज बंद होगी तो हमारा यह सब बंद। कईयों को यह बात पसंद नहीं आती कि कोई बुराइयां क्यों छोड़ रहा है। फिर वह और भी उभर उभर कर आते हैं कि इन्हें कैसे रोका जाए राम नाम लेने से। तो भाई हम तो उनसे भी कहना चाहते हैं जो नशा बेचते हैं कि आप इस जहर को ना बेचो , यह ना हो कि एक दिन यह जहर आपके घर ही आ जाए इसलिए सबको नशे का त्याग करना चाहिए। नशे को खत्म करने के लिए सबको मिलकर आगे आना चाहिए”।

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