सतगुरु मौला के करीब रहना चाहते हो तो यह वचन आपके लिए हैं…

चंडीगढ़ (एमके शायना) कहते हैं बच्चे को कोई भी तकलीफ हो मां तभी समझ जाती है। पूज्य हजूर पिता जी कई बार सत्संगों में फरमाते हैं कि जब बच्चा रोता है तड़पता है तो मां अपने रोते हुए बच्चे को देखकर व्याकुल हो जाती है और भाग के उसे दूध देती है। बच्चे को चुप करवाती है। बच्चे की तड़प समझने वाली उस मां को बनाने वाला भी भगवान है। तो जरा सोचो अगर कोई उस भगवान को पाने के लिए तड़प जाए तो क्या भगवान हमारी तरफ भागा चला नहीं आएगा ? क्योंकि जिस ने मां को बनाया है वह खुद कितना ममतामई होगा सोच कर देखो। पर इस स्वार्थी युग में भगवान को पाने के लिए कोई कोई रोता है। हर इंसान जीवा के सवाद इंद्रियों के भोग विलास के स्वाद के पीछे मारा मारा फिर रहा है उन्हीं के लिए रोता रहता है। अगर कोई सच्चे दिल से प्रभु के लिए आंसू बहाए तो परमात्मा उन आंसुओं को हीरे मोती बना देता है। पर उसके लिए कोई रोए तो सही।

भाग्यशाली जीव होते हैं जिनको अपने गुरु सतगुरु मौला के लिए वैराग्य आता है। अगर परमात्मा से वैराग्य मांगा जाए, तड़प मांगी जाए तो परमात्मा अपने बच्चे की पुकार सुन उसको अपने काबिल बना लेता है, उसकी तड़प को भगवान खुद ही इतनी प्रबल कर देता है कि उस इंसान को हर जगह सतगुरु मौला ही दिखाई देता है। इंसान को हर वक्त अपने सतगुरु मौला के परोपकारों को याद रखना चाहिए। जो जीव पल-पल सतगुरु की याद में रहते हैं, उनके ख्यालों में खोए रहते हैं, उनके दर्श दीदार की तड़प में बैठे रहते हैं, ऐसी जीवों का वैराग्य उन्हें अपनी मंजिल तक ले जाता है। वैराग्य और तड़प बहुत बेशकीमती है। जिसे यह एक बार लग जाए वह परमानंद के नजारे लूटता है।

पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने 30 दिनों की पैरोल के अंतर्गत बरनावा आश्रम से लाइव होकर करोड़ों लोगों को प्रभु की कृपा दृष्टि के पात्र बनने के बारे में विस्तार से समझाया। उन्हीं वचनों को अब डेरा सच्चा सौदा के आॅफिशियल इंस्टाग्राम और यूट्यूब पेज पर ‘बरनावा डायरी’ के एपिसोड्स बनाकर साध-संगत व आमजन के रूबरू किया जाता है। इसी कड़ी में हाल ही में डेरा सच्चा सौदा के आॅफिशल इंस्टाग्राम पेज पर ‘बरनावा डायरी’ का ‘आठवां एपिसोड’ पोस्ट किया गया है। जिसमें पूज्य गुरु जी ने साध-संगत को उस परमपिता परमात्मा के जल्दी करीब जाने की विधि बताते हुए फरमाया कि, “जो ओम, हरी, अल्लाह, राम के लिए तड़फते है। उनकी आँखों से जो मोती बरसते हैं वह वैराग्य होता है। खुश्क नवाजे खुश्क इबादत तो तरी के मुकाबले कहीं भी नहीं रहती। जो वैराग्य के साथ प्रभु को, परमात्मा को, राम को, अल्लाह, गॉड, खुदा, रब्ब को याद करते हैं वह बहुत जल्दी भगवान को पा लेते है”।

बरनावा डायरी के इस आठवें एपिसोड को साध-संगत बार-बार देख रही है और पूज्य गुरु जी के पावन वचनों को सुन पूज्य गुरु जी के परमानेंट दर्शन दीदार के लिए और भी ज्यादा तड़पकर वैराग्य में आ रही है। आपको बता दें कि यह ‘बरनावा डायरी’ के स्पेशल एपिसोड्स हर मंगलवार और शुक्रवार को डेरा सच्चा सौदा के आॅफिशियल इंस्टाग्राम पेज पर अपलोड किए जाते हैं। अगर आपने यह एपिसोड अभी तक नहीं देखे तो आज ही यह एपिसोड देखें और पूज्य गुरु जी के लाइफ चेंजिंग अनमोल वचन सुनकर अपनी जिंदगी को खुशनुमा बनाएं।

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