विषय-विकारों में फंसा व्यक्ति सदैव दुखी रहता है: पूज्य गुरु जी
यह कलयुगी संसार एक जलते, बलते भट्ठे के समान है। काम-वासना, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार व मन-माया ऐसी आग हैं, जिसके भी अंदर यह सुलगती है वह इन्सान कभी चैन नहीं ले सकता।
तेज आंधी से सड़क पर गिरे पेड़, डेरा श्रद्धालुओं ने एक तरफ हटा कर यातायात करवाया शुरु
पूज्य गुरु जी की पावन शिक...


























