तेलंगाना दुराचार मामला: मानवाधिकार आयोग का हैदराबाद पुलिस मुठभेड़ की जांच का आदेश

Encounter

हैदराबाद एनकाउंटर: आरोपियों के परिजनों ने शवों को लेने से किया इनकार, पुलिस करेगी अंतिम संस्कार (Encounter)

  • नाबालिग से दुराचार में दया याचिका का प्रावधान खत्म हो: राष्टपति
  • पुलिस का आरोप चारों आरोपियों ने भागने  की कोशिश की
  • पुलिस के सभी वरिष्ठ अधिकारी मुठभेड़ स्थल पर पहुंचे
  • व्यवस्था में विश्वास नहीं रहने के कारण लोग हैदराबाद मुठभेड़ पर खुश हैं: मालीवाल

(सच कहूँ डेस्क/अनिल कक्कड़) नई दिल्ली/चंडीगढ़। तेलंगाना में महिला (Encounter)  पशु-चिकित्सक के साथ दुराचार एवं हत्या मामले के सभी चारों आरोपी शुक्रवार तड़के साइबराबाद पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए।चारो आरोपियों की पहचान मोहम्मद अरीफ, नवीन, शिव और चेन्नाकेसवुलु के रूप में हुई थी। पुलिस ने दावा किया कि क्राइम सीन को रिक्रिएट करने के लिए चारों आरोपियों को हैदराबाद के बाहरी क्षेत्र शादनगर के समीप चटनपल्ली ले जाया गया था।इस दौरान चारों आरोपियों ने भागने की कोशिश और फिर पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए।

  • उन्होंने बताया कि मुठभेड़ उस स्थान से कुछ ही दूरी पर हुई जहां महिला पशु-चिकित्सक को जलाया गया था।
  • वहीं इस मामले पर राजनीतिक प्रतिक्रिया भी आने लगी है।
  • वहीं दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने शुक्रवार को कहा
  • कि लोग हैदराबाद दुष्कर्म एवं हत्या मामले के चारो आरोपियों को मुठभेड़ में मार गिराए जाने की प्रशंसा कर रहे हैं
  • क्योंकि उनका व्यवस्था में कोई विश्वास नहीं रहा।

सुश्री मालीवाल ने कहा कि केन्द्र सरकार को एक प्रभावी व्यवस्था बनाने की जरुरत है (Encounter)

उधर निर्भया की माँ ने कहा कि हैदराबाद पुलिस ने दुराचार के आरोपियों के साथ जैसा सलूक किया वह प्रसंशनीय है। इस बीच हैदराबाद गैंगरेप और हत्याकांड के आरोपियों के शवों को उनके परिजनों ने लेने से मना कर दिया है। लिहाजा अब तेलंगाना पुलिस सभी आरोपियों का अंतिम संस्कार कर सकती है।

पोक्सो एक्ट के तहत दया याचिका का प्रावधान खत्म हो: राष्टपति (Encounter)

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महिला सुरक्षा पर गंभीर चिंता जताते हुए कहा है कि पोक्सो एक्ट के तहत दुष्कर्म के दोषियों को दया याचिका दायर करने का अधिकार नहीं होना चाहिए। कोविंद ने शुक्रवार को यहां देश में महिलाओं के प्रति बढ़ रही दुष्कर्म की घटनाओं पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि पोक्सो एक्ट के तहत दुष्कर्म के दोषियों को दया याचिका दायर करने का अधिकार नहीं होना चाहिए और उन्होंने इसकी समीक्षा करने की जरूरत पर बल दिया।

लोकसभा में सत्ता पक्ष तथा विपक्ष के बीच जमकर तकरार (Encounter)

उन्नाव और हैदराबार की बलात्कार घटनाओं पर लोकसभा में शून्यकाल में चर्चा के दौरान राजनीतिक पारा इतना चढ़ गया कि सत्तापक्ष एवं विपक्ष के बीच हाथापायी के इशारे किए गए जिससे अध्यक्ष ओम बिरला को महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी को बात पूरी करने से पहले ही रोककर दोनों पक्षों में बीच-बचाव करना पड़ा। अध्यक्ष ने आवश्यक दस्तावेज रखवाने के बाद शून्यकाल आरंभ करने की घोषणा की। इसके कुछ ही देर बाद कुछ सदस्यों ने अलग अलग मुद्दे उठाए। कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने उन्नाव का मामला उठाते हुए कहा कि पूरे देश में सामूहिक बलात्कार के मामलों को लेकर भयंकर रोष होने के बावजूद इस जघन्य अपराध पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।

एनकाउंटर पर नेताओं की प्रतिक्रिया (Encounter)

  • निर्भया को भी जल्द मिले न्याय: विज

हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने हैदराबाद में दुराचार मामले में आरोपियों के पुलिस एनकाउंटर में मार गिराए जाने पर अपना पक्ष रखते हुए ट्वीट किया। उन्होंने इस मामले पर ट्वीट किया कि क्या हुआ? कैसे हुआ? लेकिन अच्छा हुआ। अनिल विज ने कहा कि जो दुराचार पीड़िता थी उसको सही मायने में इंसाफ मिला है। निर्भया कांड में 7 साल हो गए लेकिन अभी तक आरोपियों को सजा नहीं हुई।

  • विज ने कहा कि मेरा कहना तो यह है कि नियमों में बदलाव किया जाना चाहिए
  • और ऐसे मामलों में केस का समरी ट्रायल होना चाहिए
  • और समरी ट्रायल में शहर के मौजिज लोगों को ज्यूरी मेंबर के तौर पर नियुक्त किया जाना चाहिए।
  • उन्होंने कहा कि समरी ट्रायल में बैठकर फैसला करके दोषियों की सजा तय कर देनी चाहिए
  • और उसकी कोई अपील और कोई दलील नहीं होनी चाहिए।

आरोपियों के साथ ऐसा ही होना चाहिए था, पुलिस ने जो कार्रवाई करनी पड़ी उस समय ऐसी परिस्थितियाँ रही होंगी।
-कुमारी शैलजा, हरियाणा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष

सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार हर मुठभेड़ की जांच की जानी चाहिए।
-असदुद्दीन ओवैसी

जो भी हुआ है, वह इस देश के लिए बहुत भयानक हुआ है। आप लोगों को इसलिए नहीं मार सकते क्योंकि आप ऐसा चाहते हैं। आप कानून अपने हाथ में नहीं ले सकते।

-मेनका गांधी, भाजपा सांसद

न्यायिक व्यवस्था से परे इस तरह के एनकाउंटर स्वीकार नहीं किए जा सकते।
-शशि थरूर, कांग्रेस नेता

इस क्रूर एनकाउंटर का जश्न नहीं मनाया जाना चाहिए

पुलिस कानून अपने हाथ में ले रही है और दोषियों को इस तरीके से मारना ‘अन्याय’ है। कोई नहीं जानता गिरफ़्तार किए गए आरोपी असल में दुराचारी थे? कासनी ने आगे लिखा कि कोई भी सजा कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद दी जाती है। यह प्रथा हमारे समाज को और क्रूर बनाएगी।
-प्रदीप कासनी, रिटायर आईएएस अधिकारी

उन्नाव दुराचार पीड़िता की हालत बेहद गंभीर

  • उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में रेप पीड़िता की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है।
  • वीरवार को पीड़िता को लखनऊ से एयरलिफ्ट करके दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल लाया गया था।
  • फिलहाल वो वेंटिलेटर पर है। डॉक्टर्स का कहना है कि पीड़िता की हाल लगातार बिगड़ती जा रही है।
  • डॉक्टरों के मुताबिक पीड़िता लगभग 90 फीसदी जल गई है।
  • डॉक्टर्स का कहना है कि अगले 72 घंटे तक कुछ भी नहीं कह सकते हैं।

 

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