इटली में फंसे 1000 भारतीय

Indians stranded in Italy

केन्द्र सरकार से लगाई वतन वापसी की गुहार

बहल (अजीत सिंगल/सच कहूँ)। कोरोना वायरस से सहमे इटली के शहर बोल्जानो में भारतीय मूल के व्यवसायी इन दिनों बेहद खौफजदा हैं।

  • महामारी से बचने को ये लोग वतन वापसी चाहते हैं।
  • कोरोना के चलते इटली सरकार ने उन्हें घरों में नजरबंद कर दिया है।
  • अब प्रवासी भारतीयों की निगाहें भारत सरकार के फैसले पर टिकी हैं।
  • इटली में प्रवासी भारतीय यूरोपियन खटीक समाज संस्था के करीब एक हजार लोग अविलंब वतन की वापसी चाहते हैं।

बहल वासी लोगों ने लोकसभा सांसद, विधायक से अनुरोध किया है कि हमारे परिवार के सदस्यों को तत्काल प्रभाव से औपचारिकताएं पूरी करके स्वदेश लाया जाए। संस्था के उपाध्यक्ष महेंद्र सांखला ने पत्र भेजकर भारतीय मीडिया को यह जानकारी दी। पत्र में बताया कि हम करीब 1 हजार लोग हैं, जो हरियाणा के बहल, पातवान, लोहारू, बड़वा, कैरू, राजस्थान के झूंझनू, बगड़, चिड़ावा, राजगढ़, सिंघाना, पिलानी के रहने वाले हैं। हम पिछले 15 दिनों में घरों में एक नजरबंद की तरह काट रहे हैं। यह कोई सुरक्षा नहीं है। वायरस की भयानकता दिन ब दिन बढ़ रही है। ऐसे में उनका भी धैर्य साथ छोड़ रहा है। भारत सरकार को हम लोगों की स्थिति को ध्यान में रखते हुए अविलंब भारत लाने की व्यवस्था में गंभीरता की जरूरत समझनी चाहिए।

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