कृषि कानूनों के खिलाफ नहीं थम रहा देश के अन्नदाता का रोष

Peasant-Movement sachkahoon

किसानों ने प्रदेशभर में मनाया काला दिवस

  • पुतले फूंक और काले झंडे लहरा जताया रोष

  • सरकार को चेताया-मांगें पूरी होने पर लौटेंगे घर

चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के छह माह पूरे होने पर बुधवार को किसानों ने प्रदेश भर में काला दिवस मनाकर एकजुटता दिखाई। इस दौरान किसानों ने जहां सरकार के पुतले फूंके। वहीं काले झंडे लहराकर सरकार को चेताया कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती वे पीछे नहीं हटेंगे।

बुधवार को हरियाणा के सरसा, फतेहाबाद, हिसार, जीन्द, रोहतक, सोनीपत, फरीदाबाद, झज्जर, कैथल, कुरुक्षेत्र और अंबाला सहित विभिन्न जिलों में किसानों ने काला दिवस मनाते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान किसानों ने धरना स्थलों और अपने घरों की छतों पर काले झंडे लहराए।

बता दें कि पिछले साल 26 नवंबर से कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने अपना आंदोलन शुरू किया था। भिवानी में कितलाना टोल प्लाजा पर किसान नेता कमल प्रधान व धर्मेन्द्र ने कहा कि आज सरकार को एहसास हो गया होगा कि किसान हार मानने वाला नहीं और न डरने वाला। किसानों ने केन्द्र सरकार को चेतावनी दी कि वो अपनी मांग पूरी होने तक जीत होने पर ही घर जाएंगे। साथ ही कहा कि किसान कोरोना नहीं फैलाते। किसान कोरोना के नियमों की पालना करते हुए टेस्टिंग व वैक्सीनेशन करवा रहे हैं।

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