अफवाहें फैलाने वाले डेरा फॉलोअर नहीं, बल्कि डेरा विरोधी ताकतें हैं: डेरा प्रवक्ता

‘असली नकली’ मामले की याचिका हुई खारिज

  • हाईकोर्ट ने लगाई फटकार – यह कोई फिल्मी ड्रामा नहीं , कोई फिक्शनल मूवी नहीं। पूछा, क्या इंसान की क्लोनिंग संभव है?

चंडीगढ़ (एमके शायना)। डेरा सच्चा सौदा विरोधी मानसिकता के कुछ लोगों द्वारा डाली गयी याचिका पर सोमवार को सुनवाई करते हुए माननीय पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने याचिका को बेबुनियाद बताते हुए खारिज कर दिया है। सुनवाई के दौरान माननीय हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ताओं पर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने याचिका दायर करने वाले लोगों पर जमकर फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि यह कोई फिल्मी ड्रामा नहीं है। हाईकोर्ट ऐसे मामलों की सुनवाई नहीं करता। हाईकोर्ट ने यहां तक कहा कि पिटीशन दायर करते वक्त दिमाग का थोड़ा इस्तेमाल करना चाहिए और उनसे सवाल किया गया कि क्या इंसान की क्लोनिंग संभव है?

इस दौरान सच कहूँ के संवाददाता ने डेरा सच्चा सौदा के प्रवक्ता एवं अधिवक्ता जितेंद्र खुराना से आज की सुनवाई के बारे खास बातचीत की। आइए जानते हैं उनसे पूछे गए सवाल जवाब।

सवाल – सर पूज्य गुरु जी को लेकर ‘असली नकली मामले’ में कोर्ट में क्या सुनवाई हुई?

डेरा प्रवक्ता जितेंद्र खुराना – देखिए सबसे पहले मैं सच कहूँ के माध्यम से बताना चाहूंगा कि यह जो लोग अपने आप को डेरा फॉलोवर बता रहे हैं, वास्तव में यह डेरा फॉलोअर नहीं बल्कि डेरा विरोधी ताकतें हैं, असामाजिक तत्व हैं। जो डेरा सच्चा सौदा की छवि को खराब करने में लगे हुए हैं और इसके पीछे इनकी पूज्य गुरु जी के केसों को प्रभावित करने की बहुत गहरी साजिश है। यह लोग जो दावा कर रहे थे कि पूज्य गुरुजी असली नहीं नकली हैं, तो सबसे पहले मैं आपको यह बात क्लियर कर दूं कि हाईकोर्ट ने भी आज पक्की मुहर लगा दी है कि याचिका लगाने वाले लोग ही नकली हैं जो बरनावा आश्रम में रह रहे पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां को नकली बता रहे हैं। कोर्ट ने कहा कि पूज्य गुरु जी बरनावा आश्रम में ही हैं।

इन शरारती तत्वों द्वारा ऐसी झूठी और मनगढ़ंत बातों पर याचिकाएं कोई पहली बार नहीं बल्कि कई बार लगाई जा चुकी हैं। इन्होंने 2019 में भी एक याचिका डालकर हाईकोर्ट के सामने अपना पक्ष रखा था कि पूज्य गुरु जी को सुनारिया जेल में जान का खतरा है। उस समय हाई कोर्ट ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए रोहतक के सेशन जज को एक इंक्वायरी मार्क की थी कि वह इस मामले में सुनारिया जाकर जांच करें। उस समय जब रोहतक के जज साहब पूज्य गुरु जी से सुनारिया मिलने गए तो वहां पर उन्होंने पूज्य गुरु जी को बताया कि आपके शिष्यों द्वारा आपकी सिक्योरिटी थ्रेट की याचिका लगाई गई है। उस समय भी पूज्य पिताजी ने इस बात को सिरे से नकारा था कि हमारे द्वारा या हमारे किसी भी फॉलोअर या डेरा मैनेजमेंट के किसी भी सदस्य द्वारा ऐसी याचिका नहीं लगाई गई है?। तो उस समय भी यह मामला पूर्णतया झूठा पाया गया था। जिसकी जांच रिपोर्ट रोहतक सेशन जज द्वारा हाई कोर्ट में सबमिट की गई थी।

उसी रिपोर्ट के आधार पर हाईकोर्ट ने इन शरारती तत्वों को कड़ी फटकार लगाते हुए 50000 का जुर्माना करते हुए इनकी याचिका को खारिज किया था। आज दोबारा यह वही लोग, वही ग्रुप जिन्होंने यह याचिका हाईकोर्ट में डाली इस पर भी हाईकोर्ट ने इनको तुरंत फटकार लगाते हुए कहा कि आप बार-बार कोर्ट को भ्रमित करके कोर्ट का समय खराब ना करें। इस तरह की टिप्पणी करते हुए हाई कोर्ट ने उनकी याचिका को फिर से खारिज कर दिया है। कोर्ट की तरफ से यह भी कहा गया है कि हम इस याचिका को हैवी कॉस्ट लगाकर खारिज करेंगे। कितना कॉस्ट लगेगा यह अभी आर्डर आने पर पता चलेगा।

सवाल- पूज्य गुरु जी बागपत आश्रम में पधारे हुए हैं, साध-संगत पूज्य गुरु जी के आगमन खुशी में मानवता भलाई के कार्य लगातार कर रही है। इसी बीच में यह शरारती तत्वों की ऐसी मनगढ़ंत बातों का आना, क्या इस पर आप प्रशासन से कोई मांग करते हैं ?

डेरा प्रवक्ता जितेंद्र खुराना – डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालु अपने पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां पर पूर्णत: दृढ़ विश्वास करते हैं। डेरा सच्चा सौदा की मैनेजमेंट, साध संगत और बहन हनीप्रीत इन्सां पूज्य गुरु जी के मार्गदर्शन में मानवता भलाई के कार्यों में लगातार लगे हुए हैं। पूज्य गुरु जी अपनी 30 दिन की पैरोल अवधि के दौरान बरनावा आश्रम यूपी डेरे में ही हैं। हम सच कहूँ के माध्यम से प्रशासन को भी अपील करना चाहते हैं कि प्रशासन द्वारा इस मामले की पूर्णतया जांच की जानी चाहिए कि आखिरकार यह लोग हैं कौन जो बार-बार ऐसे पूज्य गुरु जी के केसों को प्रभावित करने की, डेरे की छवि को खराब करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं। इसके पीछे इनकी गहरी साजिश क्या है? और किसके हाथ की कठपुतली बन कर यह लोग ऐसा कर रहे हैं? हम डेरा सच्चा सौदा की ओर से प्रशासन से यह मांग करते हैं कि जो भी असल दोषी हैं उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

सवाल – यह शरारती तत्व हर तरीके से बार-बार साध-संगत को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं, इस पर आपका साध-संगत के लिए कोई संदेश ?

डेरा प्रवक्ता जितेंद्र खुराना- वैसे तो हम सोच भी नहीं सकते कि डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत कभी गुमराह हो सकती है फिर भी डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत से भी हमारी अपील है कि आपने किसी तरह के बहकावे में नहीं आना। यह जो लोग खुद को पूज्य गुरु जी का हिमायती बताकर मनगढ़ंत बातें कर रहे हैं, अफवाहें फैला रहे हैं इन पर विश्वास ना किया जाए, यह गुरु जी के हिमायती ना होकर डेरा विरोधी ताकतें हैं। यह वही लोग हैं जो समय समय पर डेरा के विरुद्ध बोलते आए हैं और आज यह अपनी घिनौनी हरकतों पर उतर आए कि यह पूज्य गुरु जी के भी विरुद्ध बोलने लगे हैं। पूज्य गुरु जी के बारे अभद्र टिप्पणियों का प्रयोग करते हैं। हमारी फिर से प्रशासन से भी यही अपील है कि इसकी पूर्णतया जांच होनी चाहिए।

आपको बता दे कि चंडीगढ़, पंचकूला और अंबाला के कुछ शरारती तत्वों ने माननिये हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसमें उन्होंने जताया कि उत्तर प्रदेश के बागपत में आश्रम में जो पूज्य गुरू जी है वो नकली है। लेकिन आज सोमवार को सुनवाई करते हुए माननीय पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया है।

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