मणिपुर में शांति व्यवस्था हेतु गुरिल्लों के प्रयोग का सुझाव

Narendra Modi
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देहरादून (सच कहूँ न्यूज)। आल इंडिया एसएसबी वालिंटियर एसोसियेशन के अध्यक्ष ब्रह्मा नन्द डालाकोटी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) व गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर, मणिपुर में शांति स्थापना हेतु गुरिल्लों का उपयोग किये जाने की मांग की है। शुक्रवार को उत्तराखंड के अल्मोड़ा से भेजे गए इस पत्र में श्री डालाकोटी ने लिखा है कि वर्ष 1962 मे भारत-चीन युद्ध के बाद सीमावर्ती क्षेत्रों में सेवा-सुरक्षा-बंधुत्व के नारे के साथ शांति स्थापना हेतु एसएसबी का गठन किया गया था।

शांति व्यवस्था के नारे को साकार करते हुए एसएसबी स्वयं सेवकों ने सुरक्षा सेनाओं के साथ मिलकर अनेक अशांत सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति स्थापना में सहायता प्रदान की। इन स्वयंसेवकों ने उग्रवादी-अलगाववादी ताकतों की पहचान कर उन्हें समाप्त करने में अपना योगदान दिया परिणाम स्वरूप सरकार और सेना ने उक्त ताकतों सफलता पूर्वक समाप्त किया। पत्र में लिखा गया है कि मणिपुर राज्य के उनके संगठन से जुड़े 3000 एसएसबी स्वयं सेवक वहां शांति स्थापना में सरकार और सेनाओं का सहयोग करना चाहते हैं। अनेक युद्व अस्त्र चलाने, प्राथमिक चिकित्सा, खुफिया कार्यों में दक्ष, राष्ट्रीय भावना से ओत-प्रोत यह स्वयं सेवक स्थानीय परिस्थितियों से परिचित होने के कारण स्थानीय जनता सरकार और सुरक्षा बलों का आपसी तालमेल बनाने में उपयोगी हो सकते हैं।

डालाकोटी ने पत्र में प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री (Amit Shah) को यह भी अवगत कराया है कि मणिपुर से दूरभाष में अनेक एसएसबी स्वयं सेवकों ने सेनाओं और उपद्रवियों के दोहरे उत्पीड़न की शिकायत भी की है तथा आत्मरक्षा हेतु हथियार अथवा अन्य सामाग्री उपलब्ध कराने की भी मांग की है। इसलिए मणिपुर में शांति स्थापना हेतु गुरिल्लों का उपयोग करने तथा उन्हें आवश्यक सुरक्षा दिये जाने की मांग संगठन की ओर से जिलाधिकारी अल्मोड़ा के कार्यालय व डाक से पत्र भेजा गया है।

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