भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी का जिला कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन

Protest

महिला कार्यकर्ता को रोका तो हुए नाराज

  •  तहसीलदार ने मान-मनुहार कर मनाया

हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। दिल्ली पुलिस डिफेंस में कार्यरत महिला कर्मी की नृशंस हत्या करने के मामले में हत्यारों को कठोर सजा से दण्डित करने की मांग को लेकर भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को जिला कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार बाबूलाल रेगर को ज्ञापन सौंपा। इससे पहले माकपा के राज्य सचिव मण्डल सदस्य रामेश्वर वर्मा, सरपंच बलदेव सिंह, चन्द्रकला वर्मा, आत्मासिंह, बीएस पेंटर के नेतृत्व में कार्यकर्ता लाल चौक के नजदीक स्थित शहीद भगतसिंह यादगार केन्द्र में एकत्रित हुए। यहां से रैली के रूप में नारेबाजी करते हुए जिला कलक्ट्रेट पहुंचे और प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति के नाम सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया कि दिल्ली पुलिस डिफेंस में कार्यरत 21 वर्षीय महिला कर्मी का 27 अगस्त का शाम को कुछ दरिन्दों ने अपहरण किया।

उसके बाद महिला डिफेंस कर्मी की नृशंस हत्या कर दी। इस घटना ने सम्पूर्ण देश को शर्मशार किया है। जो लोग देश की सुरक्षा में लगे हुए हैं उनके साथ इस तरह की घटनाएं शर्मसार करने वाली हैं। आज के इस समाज में देश की बहन-बेटियां बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं हैं। इसलिए भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी महिला डिफेंस कर्मी के हत्यारों को कठोर से कठोर सजा दिए जाने की मांग करती है। मांगपत्र पर कार्रवाई न करने पर चेतावनी दी गई कि यदि कोई कार्रवाई नहीं हुई तो भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी की ओर से आगामी दिनों में आन्दोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। इसकी सम्पूर्ण जिम्मेवारी सरकार की होगी। इस मौके पर वारस अली, मुकद्दर अली, सर्वजीत कौर, रिछपाल, अमीर खां, बसन्त सिंह, शिवकुमार, गुरनायब सिंह आदि मौजूद थे।

जिला कलक्ट्रेट के गेट पर बैठे धरने पर

प्रदर्शन के दौरान पुलिस का जाब्ता जिला कलक्ट्रेट के गेट के समक्ष व कलक्ट्रेट परिसर के अन्दर तैनात रहा। प्रदर्शन करने वालों में महिला कार्यकर्ता भी शामिल थी। जब एक महिला कार्यकर्ता जिला कलक्ट्रेट के गेट पर पहुंची तो वहां तैनात पुरुष पुलिस कर्मी ने उन्हें जिला कलक्ट्रेट में प्रवेश करने से हाथ लगाकर रोका। पुरुष पुलिस कर्मी की ओर से महिला कार्यकर्ता को हाथ लगाने तथा महिला पुलिस कर्मी तैनात नहीं होने से प्रदर्शनकारी आक्रोशित हो गए। उन्होंने विरोधस्वरूप जिला कलक्ट्रेट के गेट के बीचोंबीच सड़क पर बैठकर धरना शुरू कर दिया तथा संबंधित पुलिस कर्मी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। तब तक धरना जारी रखने व ज्ञापन नहीं सौंपने की बात कही। इससे प्रशासन व पुलिस अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। मौके पर पहुंचे तहसीलदार बाबूलाल रेगर ने धरने पर बैठे कार्यकर्ताओं से समझाइश की। तहसीलदार की ओर से मान-मनुहार करने पर कुछ देर बाद आक्रोशित कार्यकर्ता मान गए और ज्ञापन सौंपकर वहां से चले गए।

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